प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 29 से 31 अक्टूबर, 2021 तक रोम, इटली की यात्रा की और वेटिकन सिटी का भी दौरा किया। 31 अक्टूबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन के बाद श्री मोदी ने 1-2 नवंबर, 2021 के दौरान ब्रिटेन की यात्रा की, जहां उन्होंने ग्लासगो में 26वीं कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप-26) के उच्च-स्तरीय खंड ‘वर्ल्ड लीडर्स समिट’ में भाग लिया
जी-20 शिखर सम्मेलन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यात्रा के पहले चरण में 29 अक्टूबर को रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी से भेंट की। यह उनकी पहली व्यक्तिगत भेंट थी। श्री मोदी ने वैश्विक महामारी के बीच जी-20 की सफलतापूर्वक मेजबानी करने के लिए प्रधानमंत्री ड्रैगी को बधाई दी। दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों और इस संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
भारत एक विश्वसनीय मैन्यूफैक्चरिंग हब
जी-20 शिखर सम्मेलन के सत्र I: ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्वास्थ्य’ में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए हमने ‘एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य’ का विजन विश्व के सामने रखा है। भविष्य में ऐसे किसी भी संकट से निपटने के लिए ये विजन विश्व की बहुत बड़ी ताकत बन सकता है।
उन्होंने कहा कि इस महामारी ने पूरी दुनिया को भरोसेमंद सप्लाई चेन की जरूरत के प्रति सतर्क किया है। इस स्थिति में भारत एक विश्वसनीय मैन्यूफैक्चरिंग हब के तौर पर उभरा है।
जी-20 शिखर सम्मेलन के सत्र II: ‘जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण’ में श्री मोदी ने कहा कि आज जब मैं क्लाइमेट एक्शन के मुद्दे पर जी-20 देशों के बीच हूं, तो अपनी दो बड़ी जिम्मेदारियां के प्रति पूरी संवेदनशीलता के साथ अपनी बात रखना चाहता हूं। पहली जिम्मेदारी Climate Mitigation की है जो भारत की हजारों वर्ष पुरानी परंपरा से प्रेरित है। हम इस मुद्दे पर महात्वाकांक्षी लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन के सत्र III: ‘सतत विकास’ में श्री मोदी ने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले डेढ़ वर्षों में विश्व में Sustainable Development Goals की प्राप्ति की गति धीमी हुई है। महामारी ने अलग-अलग देशों के बीच सामाजिक ग्रुप्स के बीच, महिलाओं और पुरुषों के बीच आर्थिक गैप को और बढ़ाया है। यह आवश्यक है कि कोविड बाद रिकवरी में हमारी बड़ी प्राथमिकता SDGs पर रहे।
प्रमुख वैश्विक नेताओं से मुलाकात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को इटली के रोम में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन की पृष्ठभूमि में फ्रांस के राष्ट्रपति महामहिम श्री इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों राजनेताओं ने व्यापक भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की वर्तमान स्थिति पर संतोष व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 30 अक्टूबर को सिंगापुर के प्रधानमंत्री महामहिम श्री ली सिएन लूंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। महामारी के बाद दोनों राजनेताओं की यह पहली व्यक्तिगत बैठक थी। दोनों राजनेताओं ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों और आगामी कॉप-26 पर चर्चा की।
श्री मोदी ने 31 अक्टूबर को इंडोनेशिया के राष्ट्रपति महामहिम श्री जोको विडोडो से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-इंडोनेशिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी की दिशा में हाल में हुई प्रगति पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने 31 अक्टूबर को जर्मनी संघीय गणराज्य की चांसलर डॉ. एंजेला मर्केल से मुलाकात की। दीर्घकालिक आपसी सहयोग एवं व्यक्तिगत मित्रता को याद करते हुए श्री मोदी ने सिर्फ जर्मनी में ही नहीं बल्कि यूरोपीय और वैश्विक स्तर पर भी नेतृत्व के लिए चांसलर मर्केल की सराहना की।
श्री मोदी ने 31 अक्टूबर को स्पेन के प्रधानमंत्री श्री पेड्रो सांचेज से मुलाकात की। दोनों शासनाध्यक्षों ने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संपर्कता का स्वागत किया, जिनमें एयरबस-स्पेन से 56 सी295 हवाई जहाज खरीदने का समझौता भी शामिल है।