अब जम्मू-कश्मीर टेररिज्म स्पॉट के रूप में नहीं, बल्कि टूरिस्ट हॉटस्पॉट के रूप में जाना जाता है : राजनाथ सिंह

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रामबन एवं बनिहाल, जम्मू-कश्मीर

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 8 सितम्बर, 2024 को जम्मू एवं कश्मीर के रामबन और बनिहाल की जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और इंडी एलायंस के घटक दलों ने जम्मू-कश्मीर में लोगों को लंबे समय तक अधिकारों से वंचित रखा। इस बार के विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी, हमारे वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों के परिवार को पहली बार लोकल बॉडीज इलेक्शन में वोट डालने का अधिकार मिला है। वाल्मिकी समुदाय को एससी कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। पहली बार एसटी समुदाय के लिए असेंबली में सीटें रिज़र्व की गई हैं। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

श्री सिंह ने कहा कि यह सिर्फ प्रदेश का चुनाव नहीं है, बल्कि पूरे देश की जनता की नजर जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव पर लगी हुई है। अमेरिका में इंडियन डायसपोरा के लोगों ने मुझसे पूछा कि जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा के चुनाव में क्या होगा? मैंने डंके की चोट पर कह दिया कि जम्मू एवं कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी बहुमत से जीतेगी। जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में बहुत अच्छा माहौल देखने को मिल रहा है। पहले यहां 6-8 प्रतिशत की पोलिंग हुआ करती थी, लेकिन धारा 370 और 35ए हटने के बाद लोकसभा चुनाव में 58 प्रतिशत पोलिंग हुई। लद्दाख में धारा 370 हटने के बाद 72 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख में बिना भय और पक्षपात के लोकसभा चुनाव हुए थे, यहां के लोगों ने इसका अनुभव किया है। जम्मू एवं कश्मीर में बदलाव का यह बहुत बड़ा संकेत है।

उन्होंने कहा कि चाहे पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थी हों, चाहे वाल्मिकी समाज के लोग हों, या साफ-सफाई करने वाले लोग हों, भारतीय जनता पार्टी की सरकार में उन सभी को वोट डालने का अधिकार है। आदिवासी समाज के लोगों के लिए भी जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में सीट आरक्षित की गयी है। नगरपालिका और नगर पंचायत में भी आदिवासी समाज के लोगों के लिए सीटें आरक्षित की गयी।

उन्होंने कहा कि आजाद भारत की इतिहास में पहली बार जी-20 का एक सम्मेलन कश्मीर घाटी में भी हुआ। यह है प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार की खासियत और जम्मू एवं कश्मीर के प्रति उनका विशेष लगाव। मोदी सरकार आने से पहले जम्मू एवं कश्मीर को दुनिया में कहा जाता था कि जम्मू एवं कश्मीर आतंकवाद ग्रसित क्षेत्र है। अब जम्मू एवं कश्मीर के बारे में दुनिया की धारणा बदल चुकी है। अब जम्मू एवं कश्मीर टेररिज्म स्पॉट के रूप में नहीं जाना जाता है, बल्कि टूरिस्ट हॉटस्पॉट के रूप में जाना जाता है।

श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस सहित इंडी एलायंस के लोग कहते थे कि धारा 370 हटा दिया गया तो जम्मू एवं कश्मीर में आग लग जाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार ने धारा 370 और 35ए को निरस्त कर दिया, ताकि प्रदेश में खुशहाली आए और प्रदेश का विकास हो सके, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन किया है, उस नेशनल कांफ्रेस ने पार्टी की मेनिफेस्टो में कहा कि उनकी सरकार बनी तो वे धारा 370 को पुन: बहाल करेंगे। लेकिन जम्मू एवं कश्मीर की जनता धारा 370 को पुनः बहाल करना नहीं चाहती है और किसी में हिम्मत नहीं है कि अब धारा 370 को पुनः बहाल कर सके।

प्रमुख बिंदु

• कांग्रेस और इंडी एलायंस के घटक दलों ने जम्मू कश्मीर में लोगों को लंबे समय तक अधिकारों से वंचित रखा। इस बार के विधानसभा चुनावों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी, हमारे वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों के परिवार को पहली बार लोकल बॉडीज इलेक्शन में वोट डालने का अधिकार मिल गया है।
• वाल्मिकी समुदाय को एससी कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। पहली बार एसटी समुदाय के लिए असेंबली में सीटें रिज़र्व की गई हैं।
• जो जम्मू-कश्मीर पहले टेररिज्म स्पॉट के तौर पर पूरे देश में जाना जाता था, आज वह टूरिज्म का हॉटस्पॉट बन चुका है। साढ़े तीन दशक के बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया की रैली निकाली गई है।
• नेशनल कांफ्रेस ने पार्टी की मेनिफेस्टो में कहा कि उनकी सरकार बनी तो धारा 370 को पुन: बहाल करेंगे, लेकिन जम्मू एवं कश्मीर की जनता धारा 370 को पुनः बहाल नहीं करना चाहती और किसी में हिम्मत नहीं है कि अब धारा 370 को पुनः बहाल कर सके।
• भाजपा का संकल्प है कि हम कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी और उनके पुनर्वास में तेज़ी लायेंगे। इसी तरह पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों, पीओजेके के शरणार्थियों और वाल्मीकि और गोरखा समाज के लोगों के पुनर्वास में भी तेज़ी लायेंगे।