वैचारिकी

भारतीय जनसंघ ही क्यों?

डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी भारतीय जनसंघ के प्रथम वार्षिक अधिवेशन (कानपुर, 29 दिसंबर, 1952) में तत्काल...

परम सुख का मार्ग

– दीनदयाल उपाध्याय मनुष्य की सभी क्रियाओं का उद्देश्य एक ही है—आनंद अथवा सुख की प्राप्ति। वैसे...

सामूहिकता का भाव

पं. दीनदयाल उपाध्याय गतांक से… हम लोग गणित पढ़ते हैं तो उस गणित में इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार इ...

सामूहिकता का भाव

पं. दीनदयाल उपाध्याय गतांक से… अपने देश के अंदर प्रजातंत्र है। अब प्रजातंत्र में आप जानते हैं...

सामूहिकता का भाव

पं. दीनदयाल उपाध्याय गतांक से… इसी प्रकार जब द्रोणाचार्य यहां पर आए तो सीधी बात है कि द्रोणाचा...

सामूहिकता का भाव

गतांक से… अब आज एक सज्जन का मैंने लेख पढ़ा। वह विदेशों में घूम करके आए। बड़े दुःखी हुए, कहने ल...