भारतीय अर्थव्यवस्था ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा: फोर्ब्स

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साल बाद यह पहला मौका है जब भारतीय अर्थव्यवस्था ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा है। यह भारतीयों के लिए बहुत गर्व का विषय है। पहले अनुमान लगाया गया था कि भारत 2020 तक ब्रिटेन को पीछे कर देगा, लेकिन इसी साल हुए ब्रेक्जिट के चलते अर्थव्यवस्था की ब्रिटेन को खासी चपत लगी और पाउंड ने गोता खाया। वहीं भारत की विकास दर तेज बनी रही और वह छठे नंबर पर पहुंच गया।

विश्व प्रसिद्ध बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स के अनुसार मौजूदा करेंसी रेट के हिसाब से 2016 में भारत की जीडीपी 2.30 लाख करोड़ डॉलर है, जबकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 2.29 लाख करोड़ डॉलर।

यही नहीं, फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में भी ब्रिटिश अर्थव्यवस्था को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। आर्थिक विकास की रफ्तार 1.8 फीसदी से गिरकर 1.1 फीसदी हो जाएगी। वहीं, भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर छह से आठ फीसदी बने रहने का अनुमान है।

गौरतलब है कि भारत की आधी से ज्यादा आबादी 35 साल से कम उम्र की है। वहीं चीन और दूसरे विकसित देश बूढ़ी होती आबादी की समस्या से जूझ रहे हैं। अनुमान है कि भारत विशाल मानव संसाधनों के चलते 2022 तक जापान, जर्मनी और फ्रांस को भी पीछे छोड़ देगा।