भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले का समर्थन नहीं करने पर कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा वोट बैंक की राजनीति में शामिल रही है जबकि वह जानती थी कि यह अनुच्छेद राष्ट्र हित में नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मोदीजी ने एक राष्ट्र, एक विधान और एक निशान को महसूस किया, लेकिन कांग्रेस इसका विरोध क्यों कर रही है, जबकि वह कहती है कि अनुच्छेद 370 अस्थायी है।’’
गत 18 अगस्त को हैदराबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि अगर अनुच्छेद-370 अच्छा था तो इसे स्थायी क्यों नहीं बनाया? आपके पास एक समय 400 से अधिक सांसद थे।’’ भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि बंटवारे के बाद जो लोग पाकिस्तान से हैदराबाद आए वे नेता बन गए, लेकिन जिन्होंने जम्मू-कश्मीर को अपना घर बनाया वे पार्षद भी नहीं बन सकते। अब अनुच्छेद-370 खत्म करने से अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए सीटें होंगी।
उन्होंने कहा कि ‘देश के लोग चाहते थे कि आर्टिकल 370 रद्द हो और इसीलिए केंद्र की भाजपा सरकार ने उसे रद्द कर दिया है। आर्टिकल 370 दशकों पहले हट जाना चाहिए था।’ इतना ही नहीं श्री नड्डा ने सभा को संबोधित करते हुए तीन तलाक पर केंद्र सरकार के फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘तीन तलाक रद्द कर भाजपा सरकार ने एक ऐतिहासिक गलती को सुधारा गया है।’
श्री नड्डा ने कांग्रेस के साथ-साथ राज्य सरकार पर भी जमकर हमला बोला और सवाल पूछा। उन्होंने केसीआर सरकार पर केंद्र सरकार की योजना को राज्य में लागू नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘तेलंगाना के लोग भी प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद हो जाएंगे, यही सोचकर केसीआर सरकार ने राज्य में आयुष्मान भारत योजना शुरू नहीं की है। इससे देश भर में अब तक 55 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचा है।’