भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि देश बदल गया है और अच्छे दिन आ गए हैं। गत 21 जुलाई को मुंबई में आयोजित महाराष्ट्र भाजपा की कार्यसमिति की बैठक में श्री नड्डा ने कहा कि अच्छे दिन आने वाले हैं देश बदल रहा है ये मैं डंके की चोट पर कह सकता हूं। उन्होंने कहा कि देश बदल गया है ये हमें समझाने की जरूरत है।
भाजपा को नीति, नीयत और नेता वाली पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा, “राजनीतिक दृष्टि से देखें तो कई पार्टियों के पास नेता हैं पर नीयत नहीं। कुछ के पास नीयत है तो नीति नहीं है। लेकिन भाजपा के पास नेता भी हैं, नीति भी है, नीयत भी है, वातावरण भी है और कार्यक्रम व कार्यकर्ता भी हैं।’
श्री नड्डा ने इस दौरान मोदी सरकार के उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आर्थिक क्षेत्र की अगर बात की जाए तो 1971 से लेकर 2014 तक बैंकों में सिर्फ पौने 3 करोड़ बचत खाते खोले गए। जबकि 2014 में मोदी सरकार आने के बाद जन धन योजना के माध्यम से 36 करोड़ से अधिक खाते खोले जा चुके हैं। जिनमें एक लाख करोड़ से अधिक की धनराशि जमा की हुई है।
श्री नड्डा ने कार्यक्रम में भाजपा के सदस्यता अभियान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि अभी भाजपा के 11 करोड़ सदस्य है तथा पार्टी ने 10 करोड़ नए सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दृष्टि से कई पार्टियों के पास नेता है पर नीयत नहीं है। परंतु भाजपा के पास नेता भी है और नीयत भी।
भाजपा ने महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में 220 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। राज्य कार्यसमिति की बैठक में यह फैसला हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा जताया कि वह दोबारा सत्ता में लौटेंगे। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ भाजपा नहीं, बल्कि पूरी गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री हैं।
इससे पूर्व 20 जुलाई को यहां भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ बैठकें कीं। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार महाराष्ट्र के दौरे पर आये श्री नड्डा ने पार्टी के सांसदों, विधायकों, जिला इकाई प्रमुखों, चुनाव तैयारी समिति और विस्तारित कोर टीम के साथ बैठकें कीं। केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर, श्री रावसाहेब दानवे, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री चंद्रकांत पाटिल इन बैठकों में उपस्थित थे।