भाजपा सांसद रामचंद्र बैंदा नहीं रहे

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(7 फरवरी 1946 – 12 जून 2018)

फरीदाबाद से तीन बार सांसद रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता 71 वर्षीय श्री रामचंद्र बैंदा का 12 जून को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में देहांत हो गया। श्री बैंदा के निधन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर शोक व्यक्त करने उनके घर गए। श्री खट्टर ने ट्वीट कर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचन्द्र बैंदा का निधन हरियाणा में भाजपा के लिये एक बहुत बड़ी क्षति है।

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व उनके परिवारजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति दें। श्री खट्टर ने श्री बैंदा को एक अनुभवी राजनेता बताया, जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा कि श्री बैंदा पिछड़ों के उत्थान के लिए अनेक सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक संगठनों से भी जुड़े हुए थे। श्री खट्टर ने यह भी कहा कि बैंदा बहुत ही हंसमुख इंसान थे। श्री बैंदा के निधन पर केंद्रीय राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर, उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल आदि ने भी शोक व्यक्त किया।

पूर्व सासंद श्री रामचंद्र बैंदा हिसार जिले के खाबड़ा कलां गांव के रहने वाले थे। उनका जन्म 7 फरवरी 1946 को हुआ था। श्री रामचंद्र बैंदा 1980 में भाजपा में राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। उन्होंने 1996 में भाजपा की टिकट पर फरीदाबाद से लोकसभा सीट जीती। 1996 से 1998 तक वे डिफेंस कमेटी के सदस्य रहे। 1998 में 12वीं लोकसभा में वे दूसरी बार सांसद बने। 1998-99 में वे कृषि समिति के सदस्य बने। श्री बैंदा 1999 में 13वीं लोकसभा में तीसरी बार सांसद बने। 1999-2000 के दौरान वे कई कमिटियों के सदस्य रहे। गौरतलब है कि श्री बैंदा 1964 में भारतीय जनसंघ के सदस्य बने और आर्य समाज एवं सामाजिक संस्थाओं में लगातार सक्रिय भूमिका निभाई।