कैबिनेट ने नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट धोलेरा, अहमदाबाद के विकास की मंजूरी दी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 14 जून को 1305 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गुजरात के धोलेरा में नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के पहले चरण के विकास के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसे 48 महीनों के भीतर पूरा किया जाना है।

यह परियोजना धोलेरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (डीआईएसीएल) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है, जो एक संयुक्त उद्यम कंपनी है जिसमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), गुजरात सरकार (जीओजी) और राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास और कार्यान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) शामिल हैं, जिनकी शेयर पूंजी की हिस्सेदारी का अनुपात 51:33:16 है।

धोलेरा हवाई अड्डे को धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर) से यात्री और कार्गो यातायात मिलेगा और औद्योगिक क्षेत्र की सेवा के लिए इसके कार्गो का एक प्रमुख केन्द्र बनने की उम्मीद है। यह हवाई अड्डा नजदीकी क्षेत्र की जरूरतें भी पूरा करेगा और अहमदाबाद के दूसरे हवाई अड्डे के रूप में काम करेगा।

धोलेरा में न्यू ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा अहमदाबाद हवाई अड्डे से 80 किलोमीटर की हवाई दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे के वर्ष 2025-26 से संचालन की योजना बनाई गई है और प्रारंभ में प्रति वर्ष 3 लाख यात्रियों के इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल करने का अनुमान है, जिसके 20 वर्षों की अवधि में 23 लाख तक बढ़ने की उम्मीद है। वर्ष 2025-26 से हर वर्ष 20,000 टन माल यातायात का भी अनुमान है, जो 20 वर्षों की अवधि में बढ़कर 2,73,000 टन हो जाएगा।

श्रीलंका के कोलंबो में बिम्सटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण केन्द्र की स्थापना के लिए भारत द्वारा मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन को मिली मंजूरी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमण्डल ने 14 जून को बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनोमिक कोऑपरेशन (बिम्सटेक) टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर फैसिलिटी (टीटीएफ) की स्थापना के लिए भारत द्वारा एक मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए) को मंजूरी दे दी। श्रीलंका के कोलंबो में 30 मार्च, 2022 को आयोजित पांचवें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक के सदस्य देशों द्वारा इस बारे में हस्ताक्षर किए गए थे।

बिम्सटेक टीटीएफ का मुख्य उद्देश्य प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण, अनुभवों को साझा करने और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देकर बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में समन्वय, सुविधा एवं सहयोग को मजबूत करना है।

यह टीटीएफ अन्य बातों के अलावा, बिम्सटेक के सदस्य देशों के बीच निम्नलिखित प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करेगा। ये प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं: जैव प्रौद्योगिकी, नैनो प्रौद्योगिकी, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी से संबंधित अनुप्रयोग, कृषि प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी में स्वचालन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा से संबंधित प्रौद्योगिकी में स्वचालन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी, समुद्र विज्ञान, परमाणु प्रौद्योगिकी से संबंधित अनुप्रयोग, ई-अपशिष्ट एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, आपदा जोखिम न्यूनीकरण और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन से संबंधित प्रौद्योगिकियां।

बिम्सटेक टीटीएफ से निम्नलिखित परिणाम अपेक्षित हैं:

 बिम्सटेक देशों में उपलब्ध प्रौद्योगिकियों का डाटाबैंक,
 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण प्रबंधन, मानकों, प्रमाणन, माप विज्ञान (मेट्रोलॉजी), परीक्षण और अंशांकन (कैलिब्रेशन) की सुविधाओं से संबंधित क्षेत्रों में अच्छी परिपाटियों से जुड़ी सूचना का भंडार,
 क्षमता निर्माण, विकास कार्यों से जुड़े अनुभवों एवं अच्छी परिपाटियों को साझा करना और
 बिम्सटेक देशों के बीच प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण और उनका उपयोग।