प्रत्यक्ष कर संग्रह प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमानों का 80.61 प्रतिशत हुआ

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10 जनवरी, 2024 तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.77 प्रतिशत की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि के साथ 17.18 लाख करोड़ रुपये रहा

प्रत्यक्ष कर संग्रह के 10 जनवरी, 2024 तक के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। 10 जनवरी तक प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि सकल संग्रह 17.18 लाख करोड़ रुपये है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल संग्रह की तुलना में 16.77 प्रतिशत अधिक है। प्रत्यक्ष कर संग्रह, रिफंड का निवल 14.70 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए निवल संग्रह की तुलना में 19.41 प्रतिशत अधिक है। यह संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल बजट अनुमानों का 80.61 प्रतिशत है।

जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का संबंध है, सीआईटी के लिए वृद्धि दर 8.32 प्रतिशत है जबकि पीआईटी के लिए वृद्धि दर 26.11 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/26.11 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में निवल वृद्धि 12.37 प्रतिशत है और पीआईटी संग्रह में 27.26 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/27.22 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है। 01 अप्रैल, 2023 से 10 जनवरी, 2024 के दौरान 2.48 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए।