देश की पहली लोकसभा में सदस्य रहे श्री कमल सिंह का लंबी बीमारी के बाद 94 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह तत्कालीन डुमरांव एस्टेट के अंतिम महाराजा थे।
श्री सिंह का निधन 5 जनवरी, 2020 को बिहार के बक्सर जिले के डुमरांव शहर में उनके निवास पर हुआ। श्री सिंह 1952 और 1957 में बक्सर निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पहली और दूसरी लोकसभा के लिए चुने गए थे। बाद में, वह जनसंघ में शामिल हो गए और 1989 और 1991 में फिर से बक्सर सीट से भाजपा उम्मीदवार के रूप में लोक सभा चुनाव लड़ा, लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा।
बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और कई अन्य राजनेताओं ने श्री सिंह के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। बिहार सरकार ने कमल सिंह जी के लिए राज्य अंत्येष्टि की घोषणा की। 6 जनवरी को बक्सर में गंगा नदी के तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
बिहार के उप-मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी और वर्तमान बक्सर सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने भी सिंह की मृत्यु पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। उप मुख्यमंत्री श्री सुशील मोदी ने कहा पूर्व सांसद कमल बहादुर सिंह जीवन पर्यंत समाज के विभिन्न क्षेत्रों खासकर शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए अपने विशिष्ट योगदान के लिए हमेशा याद किए जायेंगे। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर से प्रार्थना है िक दिवंगत आत्मा की शांति व उनके परिजनों, शुभचिन्तकों को इस दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करे।