भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 22 मई को नई दिल्ली स्थित भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और 14 अप्रैल, 2018 से 05 मई, 2018 तक देश भर में भाजपा संगठन और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा मिशन मोड में चलाये गए ‘ग्राम स्वराज अभियान’ की सफलता पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने इस अभियान की सफलता एवं इसके उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए एक प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत किया।
श्री शाह ने कहा कि 14 अप्रैल, 2018 से 05 मई, 2018 तक भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं, दोनों ने मिलकर ‘ग्राम स्वराज अभियान’ चलाया जो अपने आप में विशिष्ट प्रकार का अनूठा प्रयोग था। उन्होंने कहा कि देश के सभी गांवों में से कुल 21,844 गांवों को चयनित किया गया, लेकिन कर्नाटक में विधानसभा चुनाव और पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकाय के चुनाव के कारण इन दोनों राज्यों के चयनित गांवों को छोड़ दिया गया, इस तरह बाकी बचे 16,850 चयनित गांवों में (484 जिलों को कवर किया गया) जन-सामान्य के जीवन में बदलाव लाने वाली सात योजनाओं को शत-प्रतिशत पहुंचाने का कार्य इस दौरान सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, उजाला योजना, जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए मिशन इन्द्रधनुष योजना को सभी 16,850 चयनित गांवों के हर घर में पहुंचाने का काम सरकार और संगठन ने मिलकर पूरा किया है। उन्होंने कहा कि इन 16,850 गांवों में एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिस तक ये योजनायें न पहुंची हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार के प्रयासों से इन गांवों में हर घर बिजली पहुंची है, हर घर गैस कनेक्शन पहुंचा है, टीकाकरण का काम हुआ है, हर घर को बीमा योजनाओं के माध्यम से सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है और हर घर में LED बल्ब भी लगाने का काम पूरा किया गया है।
श्री शाह ने कहा कि ‘ग्राम स्वराज अभियान’ की शुरुआत 14 अप्रैल, 2018 को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती के दिन से हुई थी। 22 अप्रैल को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस अभियान के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों, विधायकों, जन-प्रतिनिधियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं से वीडियो ब्रिज के माध्यम से संवाद किया था। 18 अप्रैल को स्वच्छ भारत पर्व, 20 अप्रैल को उज्ज्वला पंचायत, 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस, 28 अप्रैल को ग्राम शक्ति अभियान, 30 अप्रैल को आयुष्मान भारत, 02 मई को किसान कल्याण कार्यशालाएं और 05 मई को आजीविका एवं कौशल विकास के तहत कार्यक्रम आयोजित किये गए। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में भारतीय जनता पार्टी के हर विधायक, सांसद, मेयर, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद एवं संगठन पदाधिकारियों ने गांवों में 02 दिन रात्रि निवास कर लोगों से संपर्क किया और सभी 16,850 गांवों में सात योजनाओं की शत-प्रतिशत पहुंच सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में केंद्र सरकार के लगभग 1,200 अधिकारी भी दिन-रात जुटे रहे, उन्होंने भी गांवों में रात्रि निवास किया और इन योजनाओं को नीचे तक पहुंचाने का कार्य बखूबी अंजाम दिया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ‘ग्राम स्वराज अभियान’ के तहत कुल 3,68,978 कार्यक्रम आयोजित किये गये और इसमें लगभग 1,28,72,468 लोगों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि देश के कई गांवों में ‘ग्राम स्वराज अभियान’ के तहत कार्यक्रम आयोजित किये गये, लेकिन चयनित 16,850 गांवों पर विशेष रूप से फोकस किया गया। उन्होंने कहा कि ‘ग्राम स्वराज अभियान’ के तहत आयोजित उज्ज्वला पंचायत में लगभग 10.93 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन दिए गए। सौभाग्य योजना के तहत 52,434 परिवारों को बिजली दी गई, उजाला योजना के तहत 16,682 गांवों में लगभग 25.3 लाख एलईडी बल्ब वितरित किये गये, लगभग 20,53,599 जन-धन एकाउंट खोले गए, 330 रुपये के प्रीमियम पर 16,14,388 लोगों को 2 लाख का जीवन ज्योति बीमा दिया गया, 12 रुपये के प्रीमियम पर 2 लाख का जीवन सुरक्षा बीमा दिया गया और टीकारण से छूट गए 2 वर्ष से कम उम्र के 1,64,398 बच्चों एवं 42,762 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा करने में पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, जन-प्रतिनिधियों एवं केंद्र सरकार के 12 हजार अधिकारियों की काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने कहा कि इन 16850 गांवों में लोगों को पहली बार यह अनुभूति हो रही है कि देश में गरीबों के लिए एक काम करने वाली सरकार है जो उन तक पहुंच कर उनकी समस्याओं का समाधान करती है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर 16,850 गांवों को समस्या-मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम देश के सर्वांगीण विकास के लक्ष्य के प्रति सदैव समर्पित हैं और ‘ग्राम स्वराज अभियान’ की सफलता से प्रोत्साहित होकर हम बाकी बचे गांवों में जायेंगे और उन गांवों को समस्याओं से मुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने यह लक्ष्य तय किया है कि 15 अगस्त 2018 तक विकास में पीछे छूट गए 115 जिलों में से 1,000 सेज्यादा आबादी वाले लभग 45,000 गांवों में इन सात योजनाओं को घर-घर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह 15 अगस्त 2018 तक 65,000 गांव ऐसे होंगे जहां हर घर बिजली होगी, हर घर गैस कनेक्शन होगा, हर घर जन-धन खाता होगा, हर घर उजाला योजना होगी, हर घर जीवन सुरक्षा बीमा होगी, हर घर जीवन ज्योति बीमा होगी और हर बच्चे एवं गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण का काम पूरा हो चुका होगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह धीरे-धीरे देश के सभी गांवों तक इन सात योजनाओं को पहुंचाने के लिए मोदी सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोक सभा चुनाव में जनादेश मांगने जाने से पहले हम देश के लगभग सभी गांवों में इन योजनाओं को पूरा कर चुके होंगे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 70 सालों में इतने बड़े पैमाने में गांवों को समस्याओं से मुक्त करने का बीड़ा पहले कभी नहीं उठाया गया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पहली बार सरकार देश के गांवों और गरीबों तक पहुंची है, गरीब को सरकार के पास जाना नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि एक लोक-कल्याणकारी सरकार किस तरह से देश के गांव और गरीब के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है, यह मोदी सरकार ने सिद्ध कर के दिखाया है।