खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी बढ़ोतरी, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 143 रुपये बढ़ा

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सत्र 2023-24 के दौरान सभी स्वीकृत खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भारी बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी। धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 143 रुपये बढ़ा तथा सबसे ज्यादा बढ़ोतरी मूंग की दाल (803 रुपये) व तिल (805 रुपये) में की गई। धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,040 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 2,183 रुपये प्रति क्विंटल हुआ और मूंग की दाल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7,755 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 8,558 रुपये प्रति क्विंटल किया गया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि बीते 9 वर्षों में किसान भाई-बहनों के हित में कई अहम फैसले लिए गए हैं। इसी कड़ी में आज सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इससे अन्नदाताओं को उपज का लाभकारी मूल्य मिलने के साथ ही फसलों में विविधता लाने के प्रयासों को भी बल मिलेगा।

केंद्र सरकार ने फसल उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और फसलों में विविधीकरण को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विपणन सत्र 2023-24 हेतु खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है। स्वीकृत खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य निम्न हैं :

विपणन सत्र 2023-24 के दौरान खरीफ फसलों के दौरान एमएसपी में वृद्धि किसानों को उचित पारिश्रमिक मूल्य उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय बजट 2018-19 की अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर एमएसपी तय करने की घोषणा के अनुरूप है। बाजरा (82%) के बाद तुअर (58%), सोयाबीन (52%) और उड़द (51%) के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित लाभ सबसे अधिक होने का अनुमान है। शेष अन्य फसलों के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर कम से कम 50% मार्जिन प्राप्त होने का अनुमान है।