भारत के मातृ मृत्यु अनुपात में 10 अंकों की भारी गिरावट

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मातृ मृत्यु अनुपात (एमएमआर) जो 2016-18 में 113 था, वह 2017-19 में
घटकर 103 हो गया जो 8.8 प्रतिशत गिरावट दर्शाता है

भारत के महापंजीयक द्वारा जारी किए गए विशेष बुलेटिन के अनुसार देश के मातृ मृत्यु अनुपात (एमएमआर) में 10 अंकों की गिरावट अर्जित की गई, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। एमएमआर जो 2016-18 में 113 था, वह 2017-19 में घटकर 103 हो गया जो 8.8 प्रतिशत गिरावट दर्शाता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा 14 मार्च को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार देश में एमएमआर में लगातार कमी आई है। यह 2014 से 2016 में 130 था, जो 2015 से 2017 में घटकर 122, 2016 से 2018 में कम होकर 113 और 2017 से 2019 में 103 रह गया।

इस लगातार गिरावट से भारत 2030 तक निश्चित रूप से 70 प्रति लाख जीवित जन्म के एसडीजी लक्ष्य को प्राप्त करने के मार्ग पर अग्रसर है।

गौरतलब है कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत रणनीतिक निवेश लगातार लाभांश सृजित कर रहा है। भारत सरकार के प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और लेबर रूम क्वालिटी इम्प्रूवमेंट इनिशिएटिव (लक्ष्य) के तहत गुणवत्ता युक्त देखभाल प्रयासों तथा जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना जैसी मौजूदा योजनाओं के संयोजन से महत्वपूर्ण लाभ अर्जित किए गए हैं।