आईएमएफ ने भारत की वित्तीय वर्ष 24 की जीडीपी वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत किया

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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो मुख्य रूप से सार्वजनिक निवेश से प्रेरित होगी। आईएमएफ के एशिया एवं प्रशांत विभाग के निदेशक ने कहा, “चीन और भारत में हम उम्मीद करते हैं कि निवेश विकास में योगदान देगा— इसमें से अधिकांश निवेश सार्वजनिक क्षेत्र में होगा, खासकर भारत के संदर्भ में यह कहा जा सकता है।”

आईएमएफ ने 01 मई, 2024 को जारी अपनी रिपोर्ट में भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमान को जनवरी के 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है। इसके अतिरिक्त, आईएमएफ ने भारत की वित्त वर्ष 2024 की वृद्धि के लिए अपना दृष्टिकोण बढ़ाकर 7.8 प्रतिशत कर दिया है, जो सरकार के 7.6 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है।

आईएमएफ की रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि “भारत और फिलीपींस घरेलू मांग के कारण सकारात्मक दिख रहे हैं।”

मुद्रास्फीति के संबंध में आईएमएफ ने कहा कि मार्च में भारत की मुद्रास्फीति दर 10 महीने के निचले स्तर 4.9 प्रतिशत पर आ गई। आईएमएफ ने भारत के लिए वित्त वर्ष 2025 के अपने पूर्वानुमान को 4.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा है, जिसे वित्त वर्ष 26 में और घटाकर 4.2 प्रतिशत कर दिया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक को चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति घटकर 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।