उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि जीएसटी लागू करने जैसे सुधार के कदमों से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। उपराष्ट्रपति 17 अक्टूबर को चेन्नई में आंध्र चैम्बर ऑफ कॉमर्स के 90वें स्थापना समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि विश्व टेक्नोलॉजी और डिजिटल क्रांति के कारण तेजी से बदल रहा है। परिवर्तन के साथ नहीं चलने वाला कोई भी देश पिछड़ जाएगा। भारत प्रमुख आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ गया है और देश के विकास में तेजी लाने में निजी क्षेत्र बड़ी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि विकास में तेजी लाने के लिए हमें संरचना में सुधार करना होगा, संसाधन क्षमता बढ़ानी होगी और नवाचारी प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करना होगा।
श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई सहित आर्थिक वृद्धि के लिए सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों से भारत तेजी से विकसित होगा। विश्व बैंक द्वारा प्रकाशित ‘देश परिदृश्य’ के अनुसार आर्थिक गतिविधि में स्थिरता आएगी और 2018 में जीडीपी में सात प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी। श्री नायडू ने कहा कि रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2020 तक विकास दर बढ़कर 7.4 प्रतिशत हो जाने की बात भी कही गई है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख ने बताया है कि मंदी लघु अवधि की है और हम भारतीय अर्थव्यवस्था के ठोस रास्ते पर चलने का भविष्य देखते हैं।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी देश और समाज की प्रगति के प्रमुख मानकों में महिला सशक्तिकरण एक है। मुझे इस बात की खुशी है कि श्रीमती इंदिरा दत्त के नेतृत्व में आंध्र चैम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा महिला बिजनेस फोरम स्थापित किया गया है, ताकि महिला विद्यार्थियों और कर्मचारियों को उद्यमी बनने का प्रशिक्षण दिया जा सके।