गत आठ वर्षों में अविश्वसनीय उपलब्धियां, व्यापक परिवर्तन

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भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक

राजनीतिक प्रस्ताव

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने 02-03 जुलाई, 2022 को हैदराबाद (तेलंगाना) में आयोजित भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस प्रस्ताव का समर्थन कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बसवराज सोमप्पा बोम्मई और असम के मुख्यमंत्री श्री हिमंत बिस्वा सरमा ने किया।

इस प्रस्ताव में कहा गया है कि पंचायत से पार्लियामेंट तक, पश्चिम से पूरब तथा उत्तर से दक्षिण तक, हर ओर भाजपा को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। जिस प्रकार का भारी जनादेश देश की जनता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील एवं करिश्माई नेतृत्व में भाजपा को दे रही है, उससे देश में पिछले तीन दशकों की राजनैतिक अस्थिरता का दौर समाप्त हुआ है। भाजपा के पक्ष में यह अद्भुत जनसमर्थन देश में एक नए राजनैतिक युग का शंखनाद कर रहा है। आज केंद्र के साथ-साथ देश के 18 राज्यों में भाजपा-एनडीए शासन में है, जो देश के भाजपा पर बढ़ते हुए विश्वास को प्रतिबिंबित करता है।

हम यहां राजनीतिक प्रस्ताव का पूरा पाठ प्रकाशित कर रहे हैं :

ज आत्मविश्वास से परिपूर्ण राष्ट्र ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है। भारत की पिछले आठ वर्षों की यात्रा हर स्तर पर अद्भुत उपलब्धियों, व्यापक परिवर्तनों एवं अविस्मरणीय कार्यों से भरी हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सुदृढ़ एवं दूरदर्शी नेतृत्व में आज भारत जबरदस्त आत्मविश्वास से भरकर वैश्विक स्तर पर अग्रणी राष्ट्र के रूप में उभरा है। चाहे वह कोविड-19 वैश्विक महामारी का दौर हो, किसी भी देश पर कोई प्राकृतिक आपदा हो या कहीं युद्ध ही हो रहा हो, भारत हर देश के साथ उसके संकट काल में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। जिस प्रकार से भारत ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान अन्य देशों की सहायता की, उसकी सर्वत्र भूरि-भूरि प्रशंसा हुई है।
देश सुशासन एवं विकास के रास्ते पर ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस’ के नए मानदंडों को स्थापित कर तीव्र गति से आगे चल पड़ा है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का संकल्प सिद्ध हो रहा है तथा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’ का मंत्र हर किसी को राष्ट्रीय पुनर्निर्माण में योगदान करने को प्रेरित कर रहा है। पूरे देश ने एक बड़ी करवट ली है। चुनाव दर चुनाव भाजपानीत एनडीए को जनादेश मिला है तथा 2019 के आम चुनावों में देश की जनता ने 2014 से भी बड़ा आशीर्वाद भाजपानीत एनडीए को दिया है। आत्मविश्वास से परिपूर्ण राष्ट्र अपने विराट लक्ष्यों की ओर कदम बढ़ा चुका है।

पूरे देश में भाजपा को मिल रहा व्यापक जनसमर्थन हाल के विधानसभा चुनाव परिणामों में पुनः प्रतिबिंबित हुआ है। जिन पांच राज्यों में चुनाव हुए, उनमें से चार राज्यों के चुनावों में भाजपा को न केवल विजयश्री प्राप्त हुई है, बल्कि शासन में रहे दल के पुनर्निर्वाचन का इतिहास भी बना है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार को गरीब, शोषित, पीड़ित एवं वंचित वर्गों के कल्याण तथा महिला एवं युवा सशक्तीकरण पर बल देते हुए केंद्रित किया है जिसका परिणाम यह है कि अनेक अभिनव कार्यक्रमों के माध्यम से इन वर्गों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आया है। इन जनकल्याण कार्यक्रमों के केंद्र में ग्रामीण जीवन, कृषि, किसानों एवं मजदूरों को रखकर उन्हें राष्ट्र की विकास यात्रा का सहभागी बनाया गया है। कोविड-19 महामारी के दौर में भी ‘गरीब कल्याण अन्न योजना’ शुरू कर गरीब से गरीब के लिए भी भोजन सुनिश्चित किया गया। साथ ही महिला, दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों एवं प्रवासी मजदूरों को विशेष सहायता उपलब्ध कराई गई।

एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि यह रही कि ‘मेड इन इंडिया’ टीका हर नागरिक को निःशुल्क उपलब्ध कराया गया, जिससे महामारी पर नियंत्रण मिलने में सफलता मिली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सुस्पष्ट एवं संकल्पित नेतृत्व में देश ने हर चुनौती का समाधान पाने में सफलता प्राप्त की है। गरीब से गरीब व्यक्ति के कल्याण से लेकर हर क्षेत्र में पूरे आत्मविश्वास एवं मजबूती से उभरते भारत का चित्र— चाहे वह कृषि का क्षेत्र हो, अक्षय ऊर्जा का क्षेत्र हो, जलवायु परिवर्तन का क्षेत्र हो, स्टार्टअप्स, रक्षा या अंतरिक्ष का क्षेत्र हो— भारत हर ओर अपनी एक मजबूत स्थिति दर्ज करने में सक्षम हुआ है। आज जब ‘आत्मनिर्भर भारत’ का पथ प्रशस्त हो रहा है, एक नया भारत उभर रहा है।

देशभर में भाजपा का बढ़ता जनसमर्थन

पूरे देश में भाजपा को मिल रहा व्यापक जनसमर्थन हाल के विधानसभा चुनाव परिणामों में पुनः प्रतिबिंबित हुआ है। जिन पांच राज्यों में चुनाव हुए, उनमें से चार राज्यों के चुनावों में भाजपा को न केवल विजयश्री प्राप्त हुई है, बल्कि शासन में रहे दल के पुनर्निर्वाचन का इतिहास भी बना है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर एवं गोवा में पूर्ण बहुमत से पुनः भाजपा सरकारें निर्वाचित कर मतदाताओं ने राजनैतिक स्थिरता का संकेत दिया है।

उत्तर प्रदेश में कई दशकों में यह पहली बार हुआ है कि किसी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल पूर्ण किया और किसी दल की सरकार पुनः निर्वाचित हुई है और वह भी दो तिहाई से भी अधिक बहुमत से। उत्तराखंड में हर पांच वर्ष में सरकार बदलने का क्रम तोड़ते हुए जनता ने प्रदेश की भाजपा सरकार को पुनः एक बड़ा जनादेश दिया है। मणिपुर में भाजपा सरकार पूर्ण बहुमत से पुनः निर्वाचित हुई है तथा गोवा में इस बार मतदाताओं ने स्पष्ट जनसमर्थन देकर भाजपा की सरकार बनाई है।

पंचायत से पार्लियामेंट तक, पश्चिम से पूरब तथा उत्तर से दक्षिण तक, हर ओर भाजपा को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है। अभी कुछ दिन पूर्व ही असम के कार्बी आंगलोंग स्वायत्त जिला परिषद् में सभी 26 सीटें जीत कर भाजपा ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसी प्रकार हरियाणा में 46 नगर निगमों के चुनावों में 25 सीट पर भाजपा-जेजेपी गठबंधन ने विजय प्राप्त की है। तमिलनाडु स्थानीय निकाय चुनावों में भी नगर निगम चुनाव में 22 सीटें, नगरपालिका में 56 तथा जिला पंचायत में 230 सीटें जीतते हुए 308 सीटों पर भाजपा को अप्रत्याशित विजय मिली है तथा भाजपा तमिलनाडु की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक एवं महाराष्ट्र के विधान परिषद् चुनावों में भाजपा को जनता ने अपना आशीर्वाद दिया है। हाल के राज्यसभा चुनावों में भी भाजपा को आशा से अधिक सफलता प्राप्त हुई है। साथ में लोकसभा एवं विधानसभा उपचुनावों में भी भाजपा को बड़ी सफलता मिली है।

जिस प्रकार का भारी जनादेश देश की जनता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील एवं करिश्माई नेतृत्व में भाजपा को दे रही है, उससे देश में पिछले तीन दशकों की राजनैतिक अस्थिरता का दौर समाप्त हुआ है। भाजपा के पक्ष मे यह अद्भुत जनसमर्थन देश में एक नए राजनैतिक युग का शंखनाद कर रहा है। आज केंद्र के साथ-साथ देश के 18 राज्यों में भाजपा-एनडीए शासन में है, जो देश के भाजपा पर बढ़ते हुए विश्वास को प्रतिबिंबित करता है। भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से दूर एवं जनसंख्या की दृष्टि में भिन्न इन प्रदेशों में इस प्रकार के जनसमर्थन से यह स्पष्ट है कि सुशासन, विकास एवं ‘परफॉर्मेंस’ की राजनीति अब भारतीय राजनीति के हृदय में अपना स्थान बना चुकी है। इस अद्भुत जनसमर्थन के लिए भारतीय जनता पार्टी देश की जनता के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करती है एवं देशवासियों को आश्वस्त करती है कि हम जनाकांक्षाओं को निश्चत रूप से पूरा करेंगे।

सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत

गुजरात दंगों पर सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णय से ‘सत्यमेव जयते’ का घोषवाक्य पुन: एक बार सत्य सिद्ध हुआ है। यह अब पूरी तरह से प्रमाणित हो चुका है कि एक राजनीतिक षड्यंत्र के अंतर्गत गुजरात दंगों पर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को दुर्भावनापूर्ण तरीके से निशाना बनाने के कुप्रयास हुए। इसमें कांग्रेसनीत विपक्ष के प्रतिशोध की राजनीति के अंतर्गत कुछ तथाकथित एनजीओ एवं बुद्धिजीवी और यहां तक कि विदेश से संचालित मीडिया का एक वर्ग एवं इनका पूरा ‘इकोसिस्टम’ तक शामिल थे। माननीय प्रधानमंत्रीजी ने झूठे आरोपों, निराधार आक्षेपों एवं कई प्रकार के दुष्प्रचारों को बरसों तक सहते हुए कभी भी भारतीय संविधान, न्याय प्रक्रिया एवं देश की न्यायिक व्यवस्था पर से अपना विश्वास नहीं डिगने दिया और अंतत: वे हर प्रकार की अग्निपरीक्षा से अक्षुण्ण होकर बाहर निकले हैं। माननीय प्रधानमंत्रीजी ने वर्षों तक जिस प्रकार राजनीतिक सहिष्णुता, सहनशीलता, परिपक्वता, उदारता तथा लोकतंत्र एवं संविधान के प्रति आस्था का प्रदर्शन किया है, वह भारतीय समाज जीवन में एक उदाहरण है। इसके लिए भाजपा की यह कार्यकारिणी उनका अभिनंदन करती है।

गुजरात दंगों पर सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णय से ‘सत्यमेव जयते’ का घोषवाक्य पुन: एक बार सत्य सिद्ध हुआ है। यह अब पूरी तरह से प्रमाणित हो चुका है कि एक राजनीतिक षड्यंत्र के अंतर्गत गुजरात दंगों पर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को दुर्भावनापूर्ण तरीके से निशाना बनाने के कुप्रयास हुए

ध्यान देने योग्य है कि इसके पूर्व भी हर स्तर के न्यायालयों, चाहे वह जिला स्तर हो, उच्च न्यायालय हो या अब सर्वोच्च न्यायालय, हर स्तर पर माननीय प्रधानमंत्री जी बेदाग साबित हुए हैं। सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय से माननीय प्रधानमंत्री जी के विरुद्ध एक बड़ा राजनीतिक षड्यंत्र भी बेनकाब हुआ है और सर्वोच्च न्यायालय ने इन षड्यंत्रकारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। भारतीय जनता पार्टी सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय का हृदय से स्वागत करती है तथा दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई का समर्थन करती है। साथ ही, यह कार्यकारिणी राजनीतिक दुर्भावना एवं प्रतिशोध से ग्रसित ऐसी षड्यंत्रकारी राजनीति की कड़ी भर्त्सना करती है तथा कांग्रेस एवं इसके सहयोगी दलों से मांग करती है कि वे पूरे राष्ट्र से इस षड्यंत्रकारी राजनीति के लिए क्षमा याचना करें।

कांग्रेसनीत विपक्ष की नकारात्मक राजनीति

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो दल वर्षों सत्ता में रहा आज भारत के संविधान के तहत परिकल्पित रचनात्मक विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रहा है तथा लोकतांत्रिक मर्यादाओं का लगातार उल्लंघन कर रहा है। अपने राजनीतिक हित को साधने के लिए कांग्रेस एवं इसके सहयोगी दल झूठ और फरेब की राजनीति का सहारा ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन्हें न तो भारत के संविधान पर भरोसा है, न देश की जनता पर विश्वास है और न ही लोकतांत्रिक मूल्यों में इनकी आस्था है। कांग्रेस एवं इसके सहयोगी दल परिवारवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की राजनीति में आकंठ डूबे हुए हैं तथा सिद्धांतहीन, अवसरवादी एवं भ्रष्ट राजनीति का शिकार है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के हर रचनात्मक कदम का विरोध कर, संसद से पारित कानूनों के रास्ते में रोड़ा अटकाकर तथा सड़कों पर भीड़तंत्र की राजनीति को बढ़ावा देकर वे देश के विकास की रफ्तार को रोकना चाहते हैं। यही कारण है कि कांग्रेसनीत विपक्ष लगातार जनता का विश्वास खोता जा रहा है।

एक ओर जहां पूरा राष्ट्र कोविड-19 वैश्विक महामारी का एकजुट होकर सामना कर रहा था, वहीं कुछ विपक्षी राजनैतिक दल झूठे प्रोपगेंडा एवं आधारहीन आरोपों के आधार पर अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने का कुत्सित प्रयास कर रहे थे। जिस प्रकार से कांग्रेस एवं कई अन्य विपक्षी दलों ने भय, शंका एवं नकारात्मकता का वातावरण बनाकर राष्ट्र का मनोबल तोड़ने के प्रयत्न किए, उसे देश कभी भूल नहीं सकता। एक कठिन दौर में इन लोगों ने राष्ट्र की क्षमता को चुनौती दी तथा ‘मेड इन इंडिया’ टीकों पर झूठे प्रश्न खड़े किए। जब भी देश पर कोई संकट आया या राष्ट्रहित में कोई कार्य सिद्ध किए गए, कांग्रेस और इसके सहयोगियों ने प्रश्न खड़े किए। चाहे सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का विषय हो, एयर स्ट्राइक का विषय हो या फिर सीमा पर भारतीय सेना के शौर्य एवं पराक्रम का क्षण हो, कांग्रेस एवं इसके सहयोगी हमेशा विपरीत ध्रुव पर खड़े दिखाई देते हैं। आज जब जांच एजेंसियों द्वारा कांग्रेस के अध्यक्ष एवं इसके पूर्व अध्यक्ष से पूछताछ की जाती है तो पूरी कांग्रेस सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करती है, यदि कोई राष्ट्रहित का विषय भी हो तो कांग्रेस पार्टी देश का ही विरोध करती नजर आती है।

परिवारवाद-वंशवाद की राजनीति के कारण कांग्रेस आज सिद्धांतहीन, अवसरवादी एवं भ्रष्ट राजनीति की पर्याय बन गई है। इसमें कोई संदेह नहीं कि जिस पार्टी के अंदर ही लोकतंत्र नहीं, वो लोकतंत्र की गरिमा नहीं समझ सकती। कांग्रेस स्वयं को हताशा में अपने विनाश की ओर धकेल रही है। हताशा एवं निराशा में कांग्रेस आज देश में विभाजनकारी तत्वों से मेलजोल कर ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ के साथ खड़ी दिखती है तथा देश में विष वमन एवं कुप्रचार के माध्यम से भ्रम फैलाना चाहती है। जहां पाकिस्तान भारत के विरुद्ध अपने बयानों में कांग्रेस के नेताओं के वक्तव्यों का सहारा लेता है, वहीं कांग्रेस के नेता कश्मीर को संयुक्त राष्ट्र का मामला बताने से भी नहीं कतराते हैं। इनके कई वक्तव्य दूसरे देशों को भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने को उकसाते हैं तथा भारत की संप्रभुता पर प्रश्नचिह्न खड़े करते हैं।

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कई विपक्ष-शासित राज्यों में ‘आयुष्मान भारत’ जैसी जन-केन्द्रित केन्द्रीय योजनाओं को या तो लागू नहीं किया जा रहा या उनके क्रियान्वयन में रोड़े अटकाए जा रहे हैं। आज सिद्धांतों एवं आदर्शों पर चलने वाले राजनीतिक दलों के लिए भी परिवारवाद खतरा बना हुआ है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के कई राजनीतिक दल भी परिवारवाद, जातिवाद एवं क्षेत्रवाद की अलोकतांत्रिक राजनीति की भेंट चढ़ चुके हैं।

सशक्तीकरण और प्रतिनिधित्व : भारतीय गणतंत्र के राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन

वर्ष 2017 में राष्ट्रपति पद के लिए श्री रामनाथ कोविंद का नामांकन और अब श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के नामांकन से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यह प्रमाणित कर दिया है कि भाजपा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति सहित सभी कमजोर एवं पिछड़े समुदायों के राजनैतिक प्रतिनिधित्व एवं सशक्तीकरण को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

भाजपानीत एनडीए गठबंधन ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद का प्रत्याशी बनाकर देश की समस्त महिला एवं जनजातीय समाज का सम्मान किया है तथा सर्वसमावेशी राजनीति के सिद्धांत को सुदृढ़ किया है

भाजपानीत एनडीए गठबंधन ने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्च पद का प्रत्याशी बनाकर देश की समस्त महिला एवं जनजातीय समाज का सम्मान किया है तथा सर्वसमावेशी राजनीति के सिद्धांत को सुदृढ़ किया है। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने जीवन में गरीबी एवं विपरीत परिस्थितियों से निरंतर संघर्ष करते हुए सार्वजनिक जीवन में कई दायित्वों का निर्वहन करते हुए गरीब, वंचित, पीड़ित एवं उपेक्षितों की सेवा कर समाज में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। वे नारी शक्ति की प्रतिबिंब तो हैं ही, साथ ही इस देश के दबे, कुचले एवं पीड़ित समाज का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। उनके प्रशासनिक अनुभव, संवेदनशीलता एवं कार्यक्षमता से राष्ट्रपति पद निश्चित सुशोभित होगा।

भारतीय जनता पार्टी की यह राष्ट्रीय कार्यकारिणी देश के सभी राजनीतिक दलों एवं राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल के सभी सदस्यों से अपील करती है कि वे एकजुट होकर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान करें तथा देश की पहली अनुसूचित जनजाति समाज की महिला को राष्ट्रपति पद को सुशोभित करने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। यह एक ऐतिहासिक अवसर है जब देश के जनजाति समाज से एक महिला राष्ट्रपति चुनने का सौभाग्य हम सबको पहली बार प्राप्त हो रहा है। यह पूरे राष्ट्र के लिए एक गौरव का पल है। आइए, इस यज्ञ में हम सब अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

सर्वसमावेशी शासन एवं गरीब कल्याण

हाल ही में देश भर में ‘सामाजिक न्याय पखवाड़ा’ मनाकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने समाज के गरीब से गरीब, शोषित, वंचित एवं उपेक्षित वर्गों की सेवा के प्रति अपने संकल्प को और भी अधिक सुदृढ़ किया है। भाजपा शुरू से ही ‘अंत्योदय’ के सिद्धांतों के प्रति समर्पित रही है और इस बात में इसका अटूट विश्वास है कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण के बिना देश का सर्वांगीण विकास संभव नहीं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में अनेक अभिनव योजनाओं के माध्यम से गरीबों के जीवन में व्यापक परिवर्तन आ रहा है। वंचित एवं उपेक्षित वर्गों के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं। महिला, युवा, अनुसूचित जनजातियों एवं अनुसूचित जातियों के नए अवसर मिल रहे हैं और हर व्यक्ति के लिए स्वाभिमान एवं न्याय सुनिश्चित किया जा रहा है। भाजपा ने न केवल सेवा के संकल्प को और भी अधिक सुदृढ़ किया, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों ने विभिन्न स्तरों पर भागीदारी की।

पिछले आठ वर्षों में देशभर में बिजली, पेयजल, शौचालय, गैस सिलेंडर, बैंक खाता और मोबाइल फोन समाज के हर वर्ग की पहुंच में आ गए हैं, जिससे लोगों के जीवनस्तर में भारी सुधार हुआ है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच देश में अत्यधिक गरीबी में कमी मोदी सरकार के गरीब कल्याण कार्यक्रमों की उपलब्धियों का द्योतक है। उज्ज्वला, जनधन, आयुष्मान भारत, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, सॉइल हेल्थ कार्ड, नीम कोटिड यूरिया, लागत से डेढ़ गुणा एमएसपी, एमएसपी के अंदर रिकार्ड खरीदी एवं अनेक नए फसलों को एमएसपी के दायरे में लाना, गरीब कल्याण रोजगार योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन जैसी अनेक योजनाएं आज गरीब से गरीब के जीवन में व्यापक परिवर्तन ला रही हैं। इन योजनाओं से महिला, युवा, किसान, मजदूर, अनुसूचित जाति एवं जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अन्य वंचित-पीड़ित एवं कमजोर वर्गों का सशक्तीकरण हुआ है।

भारत की उपलब्धियों को यदि पिछले दो वर्षों के कोविड-19 महामारी के संदर्भ में यदि देखें; जबकि वैश्विक स्तर पर कई समस्याएं खड़ी हुईं; तब यह उपलब्धियां अद्भुत एवं अभूतपूर्व लगती हैं। यह एक ऐसा चुनौतीपूर्ण दौर रहा जिसका सामना करना अत्यंत दुष्कर प्रतीत होता था। ऐसी विकट परिस्थितियों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत एवं दृढ़-निश्चयी नेतृत्व में देश ने हर चुनौती को अवसर में बदला तथा कई जरूरतमंद देशों के कठिन समय में उनका सहयोग किया। इस वैश्विक महामारी पर विजय प्राप्त करने के भारत के दृढ़ संकल्प का साक्षात्कार पूरे विश्व ने किया, जब देश में ‘मेड-इन-इंडिया’ टीकों का निर्माण रिकॉर्ड समय में किया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि विश्व के सबसे व्यापक एवं तेज टीकाकरण अभियान के अंतर्गत भारत जैसी विशाल जनसंख्या वाले देश के 95 प्रतिशत से अधिक पात्र नागरिकों को टीके की कम-से-कम एक खुराक दी जा चुकी है। जहां कांग्रेसनीत विपक्ष यह दावा कर रहा था कि पूरे देश में 15 वर्षों में भी टीकाकरण पूर्ण नहीं हो सकता, वहां मात्र डेढ़ वर्षों में लगभग 200 करोड़ टीकों की खुराक देकर देश ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इतना ही नहीं, इन टीकों को कई अन्य जरूरतमंद देशों को उपलब्ध कराकर आज इस महामारी के विरुद्ध लड़ाई में

पिछले 8 वर्षों में भारत ने न केवल लंबे समय से चली आ रही विभिन्न समस्याओं को निर्णायक रूप से हल किया है, बल्कि 21वीं सदी में अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अनेक ऐतिहासिक सुधार भी किए हैं

भारत एक अग्रणी भूमिका में है। पिछले दो वर्षों से निःशुल्क राशन, निःशुल्क टीका, समाज के कमजोर वर्गों को सहायता एवं राहत, भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा ‘सेवा ही संगठन’ अभियान के माध्यम से देशभर में व्यापक जनसेवा, चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्साकर्मियों, प्रशासनकर्मियों एवं कोरोना योद्धाओं द्वारा समाज की निःस्वार्थ सेवा, आत्मनिर्भर भारत का आह्वान एवं इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए असंख्य अभिनव एवं मजबूत पहल से जन-जन का विश्वास प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व कौशल एवं भाजपा कार्यकर्ताओं की निःस्वार्थ सेवा पर और भी अधिक सुदृढ़ हुआ है। आज देश की जनता का इन उपलब्धियों से न केवल मस्तक ऊंचा हुआ है, बल्कि वे देश के उज्ज्वल भविष्य के प्रति भी पूरी तरह से आश्वस्त हैं।

विश्व पटल पर उभरा भारत

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हाल की जर्मनी, डेनमार्क, फ्रांस, जापान एवं यूएई की यात्रा, भारत-नॉर्डिक सम्मेलन, क्वाड तथा जी-7 में लिए गए निर्णय से संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं। साथ ही, इन यात्राओं से भारत के नए क्षेत्रों में भागीदारी के लिए सक्रिय प्रयासों का परिणाम भी सामने आया। भारत की विदेश नीति में प्रवाहित होती यह नई ऊर्जा देश के वैश्विक दायित्वों के निर्वहन करने की तत्परता एवं विभिन्न देशों के साथ बहुस्तरीय भागीदारी में परिलक्षित हो रही है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में उदय हो रहे एक नए भारत का उद्घोष है जो ‘शीत युद्ध’ के साये से बाहर निकल चुका है और बिना किसी हिचक के हर देश से सकारात्मक संबंध बनाने को प्रयासरत है। यूरोपीय देशों के साथ भागीदारी से आने वाले दिनों में भारत के लिए संभावनाओं के अनेक द्वार खुलेंगे तथा भागीदारी करने वाले देशों की भी अनेक आवश्यकताएं पूरी होंगी।

कोविड-19 वैश्विक महामारी के पिछले दो वर्ष के दौरान भारत विश्व के एक अग्रणी देश के रूप में उभरा है। भारत ने न केवल इस महामारी की चुनौतियों का दृढ़तापूर्वक सामना किया, बल्कि अन्य देशों को भी उनके संकट के समय में दवाइयां, पीपीई किट ऑक्सीजन, कोविड-रोधी टीके एवं अन्य चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध कराकर सहायता की। जिस प्रकार से रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से विश्व के अनेक नेताओं ने अपील की तथा दोनों देशों से कुछ समय के युद्धविराम की छूट प्राप्त कर युद्धग्रस्त क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को निकाला गया, उससे अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत के बढ़ते हुए कद का आभास होता है। कोविड-19 महामारी के दौरान, युद्ध या प्राकृतिक आपदा के दौरान सहायता के अलावा, भारत ने कॉप-26 में जलवायु परिवर्तन पर पांच प्रतिबद्धताओं पर भी तेजी से कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। भारत की पहल पर ‘अंतरराष्ट्रीय सौर संगठन’ की स्थापना की पूरे विश्व में भूरि-भूरि प्रशंसा हो रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सुदृढ़ नेतृत्व में भारत आज वैश्विक दायित्वों का भी सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहा है और पूरे विश्व के लिए आशा की एक नई किरण बनकर उभर रहा है। पूरे विश्व में भारत की साख बढ़ी है तथा विदेश में बसे भारतवंशियों का गौरव बढ़ा है एवं वो देश से जुड़ा महसूस कर रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि इन देशों के साथ हुए समझौतों से यूरोप, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया एवं जी-7 के अन्य देशों के साथ भारत की एक लंबी भागीदारी की शुरुआत हुई है तथा संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं।

‘नए भारत’ का संकल्प

पिछले 8 वर्षों में भारत ने न केवल लंबे समय से चली आ रही विभिन्न समस्याओं को निर्णायक रूप से हल किया है, बल्कि 21वीं सदी में अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अनेक ऐतिहासिक सुधार भी किए हैं। कांग्रेसनीत यूपीए के कुशासन, भ्रष्टाचार, घपलों एवं घोटालों को देश आज भी भूला नहीं है। यह वह दौर था जब हर दिन कोई न कोई घोटाला समाचार-पत्रों की सुर्खियां बना रहता था और ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ जैसे शब्द सरकार के शब्दकोश की पहचान बन गए थे। एक दिशाहीन एवं नेतृत्वविहीन सरकार केंद्र में थी। पूरे देश में निराशा एवं हताशा का वातावरण था। ऐसे समय में पूरे देश ने श्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में स्पष्ट जनादेश दिया। आज, आठ वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में देश में एक नई कार्य-संस्कृति का शुभारंभ हुआ है जिसके कारण भ्रष्टाचारमुक्त, पारदर्शी एवं जवाबदेह सुशासन आज जन-जन को प्राप्त हो रहा है।

प्रधानमंत्रीजी के अथक प्रयासों के कारण आज ‘प्रगति’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से देश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की निरंतर समीक्षा करते हुए उनको गति दी जा रही है तथा वर्षों से लटकी परियोजनाओं को पूर्ण किया जा रहा है। पिछली सरकारों की कार्यशैली से विपरीत कई परियोजनाएं अपने निर्धारित समय से पूर्व ही पूरी की गई हैं। इसका परिणाम हम वर्षों से लटकी बोगीबील ब्रिज, ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, अटल टनल जैसी परियोजनाओं के त्वरित निष्पादन में देख सकते हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरा किया गया। देश में विकास एवं सुशासन जन-जन को सुलभ हो इसके लिए सभी मुख्यमंत्रियों से निरंतर संवाद कर ‘सहकारी संघवाद’ की अवधारणा को मूर्त रूप दिया गया है। इसका सबसे प्रभावी परिणाम कोरोना महामारी को देशभर में नियंत्रित करने में मिली सफलता के रूप में देखा जा सकता है। यहां तक की पद्म पुरस्कारों का भी पूरी तरह से लोकतंत्रीकरण किया गया है, तथा पूरे देश में छिपी हुई प्रतिभाओं एवं देशहित में अनूठे कार्य करने वालों को चिन्हित कर उन्हें सम्मानित किया गया है।

नए भारत की नई कार्य-संस्कृति का ही परिणाम रहा कि भारत ने जीएसटी जैसे बड़े कर सुधार को अपनाया। विभिन्न राज्यों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए आज जीएसटी परिषद हर निर्णय सर्वसम्मति से लेकर स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपरा का पूरे विश्व में उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। आज जीएसटी को देश की जनता ने भी पूरी तरह से अपनाया है, जिसका परिणाम हम हर महीने रिकॉर्ड कर संग्रह में देख सकते हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है, जनता को कई प्रकार के करों के जंजाल से मुक्ति मिली है और अंतर्राज्यीय व्यापार सुगम हुआ है। इसके अंतर्गत कोविड-19 महामारी के दौरान भी राज्यों को जीएसटी की क्षतिपूर्ति राशि का केंद्र द्वारा निरंतर भुगतान किया गया है। धारा 370 को हटाने, नागरिकता संशोधन अधिनियम पारित करने, तीन तलाक पर कड़े कानून बनाने, वन रैंक-वन पेंशन लागू करने, राष्ट्रीय समर स्मारक तथा राष्ट्रीय पुलिस स्मारक की स्थापना, बोड़ो एवं ब्रू-रियांग समझौते जैसे अनेक ऐतिहासिक निर्णयों के साथ-साथ प्रधानमंत्री गतिशक्ति, पीएलआई, हरित हाइड्रोजन, जैविक खेती को प्रोत्साहन, कार्य-संस्कृति में सुधार, डिजीटल इंडिया मिशन, खेलकूद को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए खेलो इंडिया एवं अग्निपथ जैसे अनेक सुधार कार्यक्रमों से एक नए भारत का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।

आह्वान

आज जबकि आत्मविश्वास से भरे एक ऐसे देश का उदय हो रहा है जिसके मन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प है, हर ओर एक नई प्रकार की ऊर्जा देखी जा सकती है। एक ऐसा भारत जो कोविड-19 वैश्विक महामारी की चुनौतियों का न केवल सफलतापूर्वक सामना करता है, बल्कि अन्य देशों को इस कठिन घड़ी में सहायता भी करता है, एक ‘नए भारत’ की शक्ति को दर्शाता है। एक भारत जो कोविड-रोधी टीकों का निर्माण कर सकता है, जो हर महामारी में चुनौती को विभिन्न सुधारों के माध्यम से अवसर में बदल सकता है जो पिछले दो वर्षों से 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दे सकता है, महामारी में समाज के कमजोर वर्गों की चिंता कर सकता है और हर व्यक्ति को निःशुल्क टीका दे सकता है। यह भारत आज से मात्र आठ वर्ष पूर्व यूपीए के कुशासन के दौर में असंभव दिखता था। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का कुशल नेतृत्व है जिसने करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं एवं देशभर में जन-जन को निःस्वार्थ राष्ट्र सेवा के लिए अपने अथक प्रयासों एवं स्वयं के उदाहरण से प्रेरित किया, उसके कारण ही संभव हो पाया है। आज एक ऐसे भारत का उदय हुआ है जो अब किसी क्षेत्र में पिछड़ता नहीं, बल्कि हर कार्य को लक्ष्य कर समय से पहले पूर्ण कर लेता है। आज जब भारत अपनी आंतरिक शक्ति को पहचान रहा है, ‘आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य अब दूर नहीं है।

महाराष्ट्र के विकास एवं जनता के कल्याण के लिए भारतीय जनता पार्टी ने श्री एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री के रुप में समर्थन दिया है तथा भाजपा की ओर से श्री देवेन्द्र फडणवीस ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। प्रदेश में ‘महाविकास अघाड़ी’ के अवसरवादी एवं सिद्धांतहीन गठजोड़ के कारण महाराष्ट्र का विकास अवरुद्ध हुआ तथा जनता को भारी भ्रष्टाचार एवं कुशासन का सामना करना पड़ रहा था। इस कदम ने एक बार पुन: प्रमाणित कर दिया है कि भाजपा पद की नहीं, बल्कि जनसेवा एवं जनकल्याण की राजनीति करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र की जनता की सेवा के परम लक्ष्य के साथ हम पुन: प्रदेश को विकास एवं सुशासन के मार्ग पर तीव्र गति से आगे ले जाएंगे।

स्वतंत्रता के पश्चात् भाजपा एकमात्र ऐसे दल के रूप में उभरी, जिसने लोकतंत्र एवं जनहित में अनेक सुधारों की मांग एवं उनका समर्थन किया तथा शासन में आने पर इन्हें कार्यान्वित किया, ताकि देश की लोकतांत्रिक पद्धतियां और भी अधिक सुदृढ़ हो सकें। एक ऐसे राजनैतिक दल के रूप में जो देश के गौरवशाली अतीत से प्रेरणा लेता हो, भाजपा देश में सुदृढ़ अवसंरचना, युवाओं के लिए अपार संभावनाएं एवं भविष्योन्मुखी नीतियों के माध्यम से हर क्षेत्र के विकास के साथ 21वीं सदी का भारत बनाने के लिए कृतसंकल्पित है। आज देश भारतीय जनता पार्टी की सकारात्मक राजनीति के साथ आगे बढ़ रहा है तथा कांग्रेसनीत विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को चुनाव दर चुनाव पराजित कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी देश की महान जनता से यह आह्वान करती है कि वह परिवारवाद-वंशवाद, जातिवाद एवं क्षेत्रवाद की विभाजनकारी, अवसरवादी, सिद्धांतहीन एवं भ्रष्ट राजनीति को पूरी तरह से परास्त करे और विकास, सुशासन एवं ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉरमेंस’ को और भी अधिक सुदृढ़ करते हुए सर्वसमावेशी एवं गरीब कल्याण की राजनीति के पक्ष में एकजुट हो।