भारत जी20 का अध्यक्ष बना

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17वां जी20 शिखर सम्मेलन

भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई-उन्मुख होगी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 14-16 नवंबर के दौरान इंडोनेशिया स्थित बाली का दौरा किया। बाली शिखर सम्मेलन के दौरान श्री मोदी ने वैश्विक विकास को फिर से पटरी पर लाने, खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन जैसे वैश्विक चिंता के प्रमुख मुद्दों पर जी20 के अन्य नेताओं के साथ व्यापक चर्चा की। वे इस दौरान विश्व के कई नेताओं से मिले और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की।

बाली शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति श्री जोको विडोडो ने भारत को जी20 की अध्यक्षता सौंपी। उल्लेखनीय है कि भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर, 2022 से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।

‘खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा’ सत्र

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को ‘खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा’ सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन, कोविड महामारी, यूक्रेन का घटनाक्रम और उससे जुड़ी वैश्विक समस्याएं; इन सबने मिलकर विश्व मे तबाही मचा दी है। वैश्विक आपूर्ति शृंखला तहस-नहस हो गई हैं। पूरी दुनिया मे आवश्यक वस्तुओं की सप्लाइ का संकट बना हुआ है। हर देश के गरीब नागरिकों के लिए चुनौती और गंभीर है। वे पहले से ही रोजमर्रा के जीवन से जूझ रहे थे। उनके पास दोहरी मार से जूझने की आर्थिक क्षमता नहीं है।

उन्होंने कहा कि भारत क्लीन एनर्जी और पर्यावरण के प्रति कमिटेड है। 2030 तक हमारी आधी बिजली renewable स्रोतों से पैदा होगी। समावेशी एनर्जी ट्रांजीशन के लिए विकासशील देशों को समय-बद्ध और किफायती फाइनेंस और टेक्नोलॉजी की स्थायी आपूर्ति अनिवार्य है।

‘डिजिटल ट्रान्सफर्मेशन’ सत्र

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 नवंबर को ‘डिजिटल ट्रान्सफर्मेशन’ सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल ट्रान्सफर्मेशन हमारे दौर का सबसे उल्लेखनीय बदलाव है। डिजिटल तकनीक का उचित उपयोग, गरीबी के खिलाफ दशकों से चल रही वैश्विक लड़ाई में फोर्स multiplier बन सकता है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल विश्व के 40 प्रतिशत से अधिक real-time payment transactions (वास्तविक समय भुगतान लेनदेन) UPI के जरिए हुए। इसी तरह हमने डिजिटल आइडेंटिटी के आधार पर 460 मिलियन नए बैंक खाते खोले, जिससे भारत आज वित्तीय समावेशन में ग्लोबल लीडर बन रहा है।

श्री मोदी ने कहा कि भारत मे तो हम डिजिटल access को सार्वजनिक कर रहे हैं, किन्तु अंतर-राष्ट्रीय स्तर पर आज भी एक बहुत बड़ी डिजिटल डिवाइड है। विश्व के अधिकतर विकासशील देशों के नागरिकों के पास किसी भी प्रकार की डिजिटल आइडेंटिटी नहीं है। केवल 50 देशों के पास ही डिजिटल भुगतान प्रणाली मौजूद है। उन्होंने कहा कि क्या हम साथ मिलकर यह प्रण ले सकते हैं कि अगले दस सालों मे हम हर मनुष्य के जीवन मे डिजिटल transformation लाएंगे, डिजिटल टेक्नॉलजी के लाभ से विश्व का कोई व्यक्ति वंचित नहीं रहेगा।

वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 नवंबर को समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जी20 का जिम्मा ऐसे समय ले रहा है जब विश्व भू-राजनैतिक तनावों, आर्थिक मंदी, खाद्यान्न और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और महामारी के दीर्घकालीन दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रहा है। ऐसे समय विश्व जी20 की तरफ आशा की नजर से देख रहा है। आज मैं यह आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की जी20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई-उन्मुख होगी।

उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि विकास के लाभ सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी हों। हमें विकास के लाभों को मम-भाव और सम-भाव से मानव मात्र तक पहुंचाना होगा। वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। हमें अपने जी20 एजेंडा में महिलाओं के नेतृत्व में विकास पर प्राथमिकता बनाए रखनी होगी।

श्री मोदी ने कहा कि जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करना हर भारतीय के लिए गर्व का अवसर है। हम अपने देश के विभिन्न शहरों और राज्यों में जी20 की बैठकें आयोजित करेंगे।

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को जी20 के नेताओं के शिखर सम्मेलन के अवसर पर अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जोसेफ आर. बाइडेन और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति श्री जोको विडोडो से मुलाकात की।
श्री मोदी और श्री बाइडेन ने महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों, उन्नत कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे भविष्य-उन्मुख क्षेत्रों में सहयोग समेत निरंतर प्रगाढ़ होती भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने क्वाड, आई2यू2 जैसे नए समूहों में भारत और अमेरिका के बीच घनिष्ठ सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारत की अध्यक्षता के तहत जी20 के कार्यों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता के लिए राष्ट्रपति श्री विडोडो और राष्ट्रपति श्री बाइडेन को धन्यवाद दिया।

वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय बैठकें

ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 नवंबर को अनेक वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय बैठकें कीं। श्री मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री ऋषि सुनक के साथ बैठक की। बैठक के दौरान आपसी सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसेकि व्यापार, गतिशीलता, रक्षा और सुरक्षा पर चर्चा हुई।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री श्री एंथोनी अल्बानीज से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत दोनों देशों के बीच संबंधों की उत्कृष्ट स्थिति तथा भारत और आस्ट्रेलिया के बीच नियमित आधार पर होने वाली उच्चस्तरीय बातचीत पर संतोष व्यक्त किया।

फ्रांस, इटली

जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति श्री इमैनुएल मैक्रॉन से दोपहर के भोजन के अवसर पर मुलाकात की। दोनों राजनेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु, व्यापार और निवेश जैसे विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे सहयोग की समीक्षा की।

श्री मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री सुश्री जियॉर्जिया मेलोनी से भेंट की। दोनों नेताओं ने व्यापार व निवेश, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और लोगों के बीच मेलमिलाप सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सम्बम्धों को प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा की।

सिंगापुर, जर्मनी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शिखर सम्मेलन के दौरान सिंगापुर के प्रधानमंत्री श्री ली सिएन लूंग से भेंट की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार तथा निवेश संपर्कों, खासतौर से फिन-टेक, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास, स्वास्थ्य तथा फार्मा क्षेत्रों को विस्तार देने के विषयों पर अपने संकल्प को दोहराया।

श्री मोदी ने जर्मनी के संघीय गणराज्य के चांसलर श्री ओलाफ स्कोल्ज से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत और जर्मनी के बीच व्यापक द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की, जिसने आईजीसी के दौरान प्रधानमंत्री और चांसलर द्वारा हरित एवं सतत विकास से संबंधित साझेदारी पर हस्ताक्षर के साथ एक नए चरण में प्रवेश किया।

प्रवासी भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया को संबोधन

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 15 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में प्रवासी भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के 800 से अधिक सदस्यों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने भारत और इंडोनेशिया के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक एवं सभ्यतागत संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने दोनों देशों के बीच चिरस्थायी सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को रेखांकित करने के लिए ‘बाली जात्रा’ की सदियों पुरानी परंपरा का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 के अन्य नेताओं के साथ 16 नवंबर को ‘तमन हटन राया नगुराह राय’ मैंग्रोव वनों का दौरा किया और वहां पौधे लगाए।