भारत ने लगाए 200 करोड़ से अधिक कोविड-19 रोधी टीके

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16 जनवरी, 2021 को टीकाकरण अभियान आरंभ होने के बाद से 100 करोड़ के अंक तक पहुंचने में लगभग 9 महीने लग गए और 200 करोड़ टीकाकरण तक पहुंचने में 9 महीने और लगे, जिसमें सबसे अधिक एक दिन का टीकाकरण रिकॉर्ड 17 सितम्बर, 2021 को हासिल किया गया, जब एक ही दिन में 2.5 करोड़ टीके लगाए गए

क ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में भारत के कुल कोविड-19 टीकाकरण अभियान ने 17 जुलाई को 200 करोड़ के मील के पत्थर को पार कर लिया। 17 जुलाई की दोपहर 1 बजे तक की अनंतिम रिपोर्टों के अनुसार देश भर में टीकों की कुल 2,00,00,15,631 खुराकें दी जा चुकी थीं। यह 2,63,26,111 सत्रों के माध्यम से अर्जित किया गया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान में उल्लेखनीय विश्वास दिखाने और कोविड-19 वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का विशेष आंकड़ा पार करने पर देशवासियों की सराहना की। श्री मोदी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडविया की घोषणा के जवाब में ट्वीट किया कि भारत ने फिर रचा इतिहास! वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का विशेष आंकड़ा पार करने पर सभी भारतीयों को बधाई। उन लोगों पर गर्व है, जिन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को पैमाने और गति में अद्वितीय बनाने में योगदान दिया है। इसने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत किया है।

उन्होंने कहा कि वैक्सीन की शुरुआत से ही भारत के लोगों ने विज्ञान में उल्लेखनीय विश्वास दिखाया है। हमारे डॉक्टरों, नर्सों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों, वैज्ञानिकों, नवोन्मेषियों और उद्यमियों ने पृथ्वी को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं उनकी भावना और दृढ़ संकल्प की सराहना करता हूं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भी केवल 18 महीनों में यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने पर देश को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह असाधारण उपलब्धि इतिहास में दर्ज की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि भारत का राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 16 जनवरी, 2021 को आरंभ किया गया था। उनके सक्रिय और दूरदर्शी नेतृत्व में भारत ने ‘मेक-इन-इंडिया’ और ‘मेक-फॉर वर्ल्ड’ रणनीति के तहत कोविड-19 टीकों के अनुसंधान, विकास और निर्माण में सहायता की, भौगोलिक कवरेज का मूल्यांकन करने के लिए को-विन जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग किया, टीकों के लिए एईएफआई को ट्रैक किया, समावेशिता को बढ़ावा दिया और नागरिकों को उनके टीकाकरण कार्यक्रम का पालन करने के लिए एकल संदर्भ बिंदु प्रदान किया तथा वैज्ञानिक साक्ष्य और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं पर आधारित टीका लगाए जाने को प्राथमिकता दी।
इस राष्ट्रव्यापी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए क्षमता निर्माण सुनिश्चित करने में कई प्रणालीगत युक्तियों का भी उपयोग किया गया। कोविड-19 टीकों के भंडारण और परिवहन के लिए विद्यमान आपूर्ति शृंखला का लाभ उठाया गया, उसे सुदृढ़ किया गया तथा टीका वितरण की प्रभावी निगरानी की गई एवं हर समय टीकों और सीरिंज की उपलब्धता और कुशल उपयोग सुनिश्चित किया गया।

भारत का स्वतंत्र और स्वैच्छिक राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया हर घर दस्तक, कार्यस्थल सीवीसी, स्कूल आधारित टीकाकरण, बिना पहचान दस्तावेजों वाले व्यक्तियों के टीकाकरण, घर के पास सीवीसी और मोबाइल टीकाकरण टीमों जैसी पहलों के माध्यम से नागरिक अनुकूल दृष्टिकोण के साथ संचालित की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित 71 प्रतिशत सीवीसी और महिलाओं को दी जाने वाली वैक्सीन की 51 प्रतिशत से अधिक खुराक के साथ भारत के राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम ने भौगोलिक और जेंडर समानता भी सुनिश्चित की।

देश भर में कोविड मामलों में कमी के बावजूद सभी पात्र नागरिकों को टीका लगाए जाने के प्रयास लगातार जारी थे। इसका प्रमाण इस तथ्य से मिलता है कि 16 जनवरी, 2021 को टीकाकरण अभियान आरंभ होने के बाद से 100 करोड़ के अंक तक पहुंचने में लगभग 9 महीने लग गए और 200 करोड़ टीकाकरण तक पहुंचने में 9 महीने और लगे, जिसमें सबसे अधिक एक दिन का टीकाकरण रिकॉर्ड 17 सितम्बर, 2021 को हासिल किया गया, जब एक ही दिन में 2.5 करोड़ टीके लगाए गए।

75 दिवसीय ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’

केन्द्र सरकार ने 15 जुलाई, 2022 को सरकारी कोविड टीकाकरण केन्द्रों (सीवीसी) में सभी पात्र वयस्क आबादी को नि:शुल्क एहतियाती खुराक प्रदान करने के लिए 75 दिवसीय ‘कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव’ आरंभ किया। आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में यह विशेष अभियान, कोविड टीकों की एहतियाती खुराक बढ़ाने के लिए एक ‘मिशन मोड’ में लागू किया जा रहा है।