ग्लोबल ग्रोथ में भारत का योगदान 15 प्रतिशत है: जगत प्रकाश नड्डा

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राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का संबोधन

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने दो जुलाई, 2024 को राज्यसभा में माननीया राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने विचार व्यक्त किए। राज्य सभा में बोलते हुए श्री नड्डा ने कहा कि यह अभिभाषण समग्रता में है, होलिस्टिक है और विकसित भारत की विकास यात्रा को कैसे आगे बढ़ाया जा रहा है, इसके बारे में बहुत चिंतन किया गया है। यह हम सबके लिए बहुत ही प्रेरणादायी भी है, जिसे हम सब लोग ‘विकसित भारत’ को पूरा करने के लिए लगे हुए हैं। यहां प्रस्तुत है उनके संबोधन की मुख्य बातें :

     मैं आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद ज्ञापन के प्रस्ताव पर धन्यवाद देने के लिए और प्रस्ताव के बारे में चर्चा करने के लिए इस अपने वक्तव्य को रख रहा हूं। सबसे पहले तो मैं आपको इसके लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि आपने मुझे मौका दिया कि मैं राष्ट्रपति अभिभाषण में धन्यवाद ज्ञापन में अपना वक्तव्य रख सकूं।

समग्रता में है अभिभाषण

यह जो अभिभाषण है जिसे महामहिम राष्ट्रपति महोदया ने सेंट्रल हॉल में अपने पार्लियामेंट के कक्ष में हम सबके सामने रखा, उसके बारे में मैं यह कहना चाहता हूं कि यह हमारे विकास यात्रा की एक कहानी और एक रोड मैप है। इसके बारे में माननीय राष्ट्रपति जी ने हम सबके सामने रखा है और मैं यह कह सकता हूं कि यह जो अभिभाषण है यह समग्रता में है, होलिस्टिक है, और यह विकसित भारत की विकास यात्रा को कैसे आगे बढ़ाया जा रहा है, इसके बारे में बहुत चिंतन करके उस वक्तव्य में बहुत डिटेल से लिखा गया है। यह हम सबके लिए बहुत ही प्रेरणादायी भी है जिसे हम सब लोग ‘विकसित भारत’ को पूरा करने के लिए लगे हुए हैं।

मैं यहां यह भी कहना चाहता हूं कि उन्होंने सरकार की पॉलिसी और कार्यक्रम जो उद्धृत किए हैं, वे दोनों बातों को प्रतिलक्षित करते हैं। एक तो वे प्रतिलक्षित करते हैं कि वर्तमान में किस तरीके से देश आगे बढ़ रहा है और दूसरा, किस तरीके से यह कार्यक्रम और नीतियां देश को विकसित भारत बनाने में दूरगामी प्रभाव छोड़ रही हैं उसको भी उद्धृत करता है, यह हम सबको ध्यान में रखना चाहिए। यह हम सब लोगों के लिए खुशी की बात है कि हम ‘अमृत काल’ में प्रवेश कर चुके हैं। जब हम अमृत काल में प्रवेश किए हैं, तो आगे हमारे सामने 25 साल की यात्रा है, जिस यात्रा में हम सब लोगों ने अपने देश को डेवलप नेशन, विकसित भारत, डेवलप भारत, इस संकल्प को आगे बढ़ाने का तय किया है।

सरकार की नीतियों का सब दूरगामी प्रभाव हम सब लोगों को दिख रहा है और दिखने लगा है। यह ऐतिहासिक पल, ‘अमृत काल’ का, हम सबके लिए सच में बहुत ही सौभाग्यपूर्ण स्थिति है जब हम इस अमृत काल में अपने आप को जोड़ रहे हैं और विकसित भारत की यात्रा में हम सब लोग भी शामिल हो रहे हैं।

अभी-अभी हम सब लोगों ने 21 जून को 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया है। कभी हम लोगों ने नहीं सोचा था 10 साल पहले कि भारत की कोई यू.एन जनरल असेंबली में कोई प्रस्ताव लेकर आएगा और उस प्रस्ताव को एकमत से 177 देश अपना साथ देंगे और वह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बन जाएगा। आज हम सब लोगों के लिए खुशी का विषय है कि भारत और दुनिया 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रही है और भारत को योग का लीडर मान रही है।

आज अंतरराष्ट्रीय मिलेट दिवस सारी दुनिया मना रही है। श्री अन्न की तरफ हम अग्रसर हुए हैं और जब हम श्री अन्न की तरफ अग्रसर हुए हैं, तो मैं यह भी बताना चाहता हूं कि हमारे किसान भाई और हमारे एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े हुए लोग, उनको इसका बहुत दूरगामी प्रभाव में लाभ मिलने वाला है। इसको भी हमको ध्यान में रखना चाहिए।

अभी पिछले साल देश जी-20 के उत्सव का साक्षी रहा है। चाहे कोई प्रदेश विपक्ष में हो, चाहे पक्ष में हो, चाहे कहीं कांग्रेस की सरकार हो, चाहे कहीं किसी और पार्टी की सरकार हो, चाहे कहीं हमारी पार्टी की सरकार हो, सारे देश ने जी-20 को अपने तरीके से आत्मसात् किया और जी-20 एक नेशनल इवेंट और नेशनल फेस्टिवल बन गया। लगभग 200 मीटिंग दिल्ली में नहीं हुईं, 200 मीटिंग देश के कोने-कोने में हुईं और 75 स्थानों में हुईं। एक तरीके से दुनिया ने भी भारत के दर्शन किए। जी-20 में न्यू

इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड बोलता है कि “द इंडियन इकॉनमी इज द ओनली ब्राइट स्पॉट।” अगर कोई आशा की किरण है, तो वह इंडियन इकॉनमी है। मॉर्गन स्टेनली बोलते हैं, “इंडिया इज डिफरेंट फ्रॉम 2013।” मूडीज कहते हैं, “GDP ग्रोथ फोरकास्ट इंक्रीजड टू 8 परसेंट फॉर द ईयर 2024”

दिल्ली डिक्लेरेशन सर्वसम्मति से हुआ। भारत के नेतृत्व में, भारत के निवेदन पर अफ्रीकन यूनियन को परमानेंट मेंबर के रूप में जोड़ा गया। यह भी हमारे लिए बहुत बड़ी बात है।

वैश्विक आशा की किरण ‘भारतीय अर्थव्यवस्था’

दुनिया की हर इकॉनमी डिस्टर्ब है। चाहे वो अमेरिका, चाहे वो यूरोप नेशन, चाहे वो ऑस्ट्रेलिया, चाहे वो जापान, चाहे वो जर्मनी, कोई भी देश आज उनकी आर्थिक स्थिति मुसीबत में है, लेकिन इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड बोलता है कि “द इंडियन इकॉनमी इज द ओनली ब्राइट स्पॉट।” अगर कोई आशा की किरण है, तो वह इंडियन इकॉनमी है। मॉर्गन स्टेनली बोलते हैं, “इंडिया इज डिफरेंट फ्रॉम 2013।” मूडीज कहते हैं, “GDP ग्रोथ फोरकास्ट इंक्रीजड टू 8 परसेंट फॉर द ईयर 2024।”

हम सब लोग जानते हैं कि 10 साल पहले भारत की अर्थनीति 11वें पोजीशन पर थी और आज भारत उस ब्रिटेन को, जिस ब्रिटेन ने हमारे ऊपर 200 साल राज किया, उस ब्रिटेन को पछाड़कर आज भारत पांचवे नंबर की अर्थव्यवस्था बन गया है और आप सबका आशीर्वाद चाहिए, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत तीसरे नंबर की अर्थ शक्ति बनेगा।

हमारा ग्रोथ रेट, आफ्टर कोविड, 2021-22 में 9.1 परसेंट, 2022-23 में 7 परसेंट, 2023-24 में 8.2 परसेंट और आपको जानकर खुशी होगी और हम सबको खुशी होगी कि भारत आज ग्लोबल ग्रोथ में भारत का कंट्रीब्यूशन 15 परसेंट है। इंडियन इकॉनमी और हम, जैसा मैंने कहा कि हम तीसरी लार्जेस्ट इकॉनमी की तरफ अग्रसर होने के लिए लगे हैं।

अगर हम सेक्टर्स की बात करें, आज फार्मास्यूटिकल्स में इंडिया नंबर 2 पर है। आज दुनिया की डिस्पेंसरी बन गया है। भारत सबसे सस्ती और सबसे असरदार दवा आज प्रोड्यूस कर रहा है। अमेरिकन्स भी आज भारत की दवाई को ले रहे हैं और ओपनली कहते हैं कि भारत की दवाई हमें अच्छी पड़ती है। और दुनिया की डिस्पेंसरी बन गया है, तो भारत। उसी तरीके से अगर हम देखें तो हमारी इलेक्ट्रॉनिक्स में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ी है। स्टील में हम नंबर 2 पर हो कर के खड़े हो गए हैं और इसी तरीके से हम फार्मास्यूटिकल्स से लेकर अन्य क्षेत्रों में भी बढ़े ही हैं।

भारत आईटी का हब

10 साल पहले, 97% मोबाइल्स बाहर से आते थे। हमारे पास जो मोबाइल होता था, “मेड इन जापान, मेड इन ताइवान, मेड इन चाइना, मेड इन कोरिया, मेड इन वियतनाम” होता था। आज, 97% मोबाइल्स भारत में बन रहे हैं। आईटी में तो भारत हब बन चुका है। दुनिया को भारत का आईटी का लोहा मानना पड़ा है और टूरिज्म में भी हम एक्सपेंड कर रहे हैं। इसलिए सर्विस सेक्टर में हम अपने आप को और जॉब अपॉर्चुनिटी को देने में बहुत बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं।

एग्रीकल्चर के सेक्टर में एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री और फिशरी बेस्ड इंडस्ट्री में हमारा ब्लू रेवोल्यूशन है। इसको हमने प्रायोरिटी दी है और इस प्रायोरिटी के साथ-साथ हमने गांव को जोड़ने का काम किया है। विकास की दृष्टि से विलेजेस को जोड़ने का काम किया है। मुझे खुशी है कि आज एक नेटवर्क फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (FPO) का बन रहा है। मुझे खुशी है कि हमारे एफ.पी.ओ के साथ-साथ कोऑपरेटिव ऑर्गेनाइजेशन (PAC’s) के माध्यम से हमारे लगभग एक लाख पैक्स हैं, जो लगभग 13 करोड़ फार्मर्स तक की पहुंच बना चुके हैं।

आज मोदी जी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए, अगर मैं गलत नहीं हूं तो सुधारें, 18वीं किस्त में पहुंचाया गया है और अभी-अभी कुछ दिन पहले 20 करोड़ रुपए की किस्त पहुंचाई गई है और यह रुकने वाली नहीं है, यह सतत चलने वाली है। किसानों के बारे में चिंता करने वाली है। हम वन टाइम रिलीफ देने वाले नहीं हैं। हम हैंड होल्डिंग करने वाले हैं। किसान जब तक खड़ा नहीं हो जाता तब तक उसके साथ खड़े रहने वाले हैं।