व्यापारिक वस्तुओं के निर्यात में अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि (अप्रैल-फरवरी 2021-22) की तुलना में 7.55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। सेवा निर्यात मजबूत बना हुआ है और अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान पिछले वर्ष की इसी अवधि (अप्रैल-फरवरी 2021-22) की तुलना में 30.48 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 15 मार्च को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार अप्रैल-फरवरी 2022-23 में भारत के समग्र व्यापार (वस्तु एवं सेवाओं को मिलाकर) में पिछले वर्ष (अप्रैल-फरवरी 2021-22) की समान अवधि की तुलना में 16.18 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है।
अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान व्यापारिक निर्यात अप्रैल-फरवरी 2021-22 की अवधि के दौरान हुए 377.43 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 405.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। अप्रैल-फरवरी 2022-23 के दौरान गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात 284.52 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हुआ था, जबकि अप्रैल-फरवरी 2021-22 में यह 284.45 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा था। अप्रैल-फरवरी 2022-23 के लिए सेवाओं के निर्यात का अनुमानित मूल्य 296.94 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जबकि अप्रैल-फरवरी 2021-22 में यह 227.58 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
भारत का समग्र निर्यात (वस्तु एवं सेवा क्षेत्र को मिलाकर) फरवरी, 2023 में 63.02 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 7.81 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि को प्रदर्शित करता है। फरवरी, 2023 में कुल आयात 65.85 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में (-) 4.38 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्शाता है।
फरवरी, 2023 के लिए सेवाओं के निर्यात का अनुमानित मूल्य 29.15 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जबकि फरवरी, 2022 में यह 21.30 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। फरवरी, 2023 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न और आभूषण निर्यात 25.36 बिलियन अमेरिकी डॉलर का हुआ, जबकि फरवरी, 2022 में यह आंकड़ा 27.09 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था।