मोदी सरकार की उत्तर-पूर्व की विकास की नीति पर मुहर : अमित शाह

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 3 मार्च को भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और उत्तर-पूर्व के तीन राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन की भव्य एवं ऐतिहासिक जीत के लिए तीनों राज्यों की जनता का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त किया। उन्होंने अभूतपूर्व जीत के इस मौके पर त्रिपुरा में कम्युनिस्ट हिंसा में शहीद हुए पार्टी के 9 कार्यकर्ताओं को हृदय की गहराइयों से नमन करते हुए उत्तर-पूर्व के तीनों राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय के प्रदेश अध्यक्षों श्री बिप्लब देब, श्री विसासोली लहोनगु, श्री शिबुन लिंगदोह और श्री राम माधव, श्री सुनील देवधर, श्री हेमंत बिस्वसर्मा, श्री नलिन कोहली, श्री किरिन रिजीजू और श्री अलफोंस को उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी।
श्री शाह ने कहा कि उत्तर-पूर्व में भाजपा की यह जीत पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए कई मायनों में काफी हर्ष का विषय है। उन्होंने उत्तर-पूर्व के तीनों राज्यों की जनता को हृदय से बधाई देते हुए कहा कि उत्तर-पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत से यह स्पष्ट है कि नार्थ-ईस्ट की जनता ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व को स्वीकार किया है और मोदी सरकार की उत्तर-पूर्व की विकास की नीति पर मुहर लगाई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “2014 के लोक सभा चुनावों के दौरान श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने देश की जनता से कहा था कि भारत के सर्वांगीण विकास के लिए देश के पश्चिमी हिस्से की तरह ही उत्तर-पूर्वी भाग का भी विकास होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि यदि देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो उत्तर-पूर्वी हिस्से का विकास सरकार की मुख्य प्राथमिकता होगी।” भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद श्री नरेन्द्र भाई मोदी ने उत्तर-पूर्व के विकास के लिए एक्ट ईस्ट पॉलिसी को एक्टिव किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री मोरारजी देसाई भाई के बाद शिलांग में नार्थ-ईस्ट कौंसिल की रेगुलर मीटिंग का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में हर 15 दिन में केंद्र सरकार के कोई-न-कोई मंत्री उत्तर-पूर्व के किसी-न-किसी राज्य में विकास कार्यक्रमों को लेकर दौरा करते हैं और विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि नार्थ-ईस्ट के विकास के लिए पैसा तो पहले भी आवंटित हुआ करता था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और मोदी सरकार की सफल नीति के कारण पैसा विकास में परिवर्तित होने लगा और उत्तर-पूर्व के अंतिम व्यक्ति तक विकास को पहुंचाने में हमें सफलता मिली। उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व में भाजपा की यह ऐतिहासिक जीत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों की ही जीत है।

श्री शाह ने कहा कि यदि त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय की बात करें तो त्रिपुरा में पिछली बार भारतीय जनता पार्टी को केवल 1.3% वोट शेयर मिला था, पार्टी को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी। यहां तक कि केवल एक सीट पर ही हमारी जमानत बची थी, लेकिन आज भाजपा गठबंधन को त्रिपुरा में 43 सीटों के साथ दो-तिहाई बहुमत प्राप्त हुआ है और भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि आज एनडीए त्रिपुरा में 50% के वोट शेयर को भी क्रॉस कर गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में गुजरात, हिमाचल प्रदेश के बाद त्रिपुरा लगातार ऐसा तीसरा राज्य है, जहां भारतीय जनता पार्टी को 49 से 50% वोट मिले हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए यह एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में पार्टी कार्यकर्ताओं ने वामपंथी हिंसा का डट कर सामना किया, हमारे कई कार्यकर्ता शहीद हुए, लेकिन बिना डिगे हुए, बिना झुके हुए कार्यकर्ताओं ने हर बूथ पर पार्टी की मजबूती के लिए अथक परिश्रम किया। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा में “चलो पलटाई” का नारा दिया था और आज त्रिपुरा की जनता ने इसे आत्मसात करते हुए आज भाजपा को दो-तिहाई बहुमत के साथ भव्य जनादेश दिया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को भले ही अकेले दम पर त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत मिला है, लेकिन हम अपनी परंपरा के अनुसार अपने सहयोगी के साथ सरकार चलाएंगे।
नगालैंड के चुनाव परिणाम की चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि नगालैंड में पिछली बार भाजपा को 2% से भी कम वोट मिले थे और केवल एक सीट पर जीत मिली थी जबकि अभी तक के प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भाजपा को 11 सीटें मिल रही हैं। एनडीए को प्रदेश में लगभग 40% वोट मिले हैं और भाजपा गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ प्रतीत हो रहा है।

मेघालय के चुनाव परिणाम पर बोलते हुए श्री शाह ने कहा कि मेघालय में भी कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ परिवर्तन का जनादेश दिखाई दे रहा है और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को अच्छी सफलता मिली है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर-पूर्व के तीनों राज्यों के चुनाव नतीजे आने वाले कर्नाटक विधान सभा चुनाव और लोक सभा चुनाव परिणाम के द्योतक हैं। उन्होंने कहा कि एक ज़माना था जब भारतीय जनता पार्टी केवल हिंदी भाषी क्षेत्र की पार्टी मानी जाती थी, जबकि आज लद्दाख, केरल, कोहिमा से लेकर कच्छ और जम्मू-कश्मीर तक भाजपा की प्रभावी उपस्थिति है और कई गैर-हिंदी भाषी राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं। उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी का अखिल भारतीय स्वरूप दुनिया के सामने है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की ऐतिहासिक जीत का सबसे ज्यादा आनंद पश्चिम बंगाल और केरल के कार्यकर्ताओं को हो रहा है, क्योंकि उन्होंने वर्षों तक वाम दलों की हिंसा की राजनीति को झेला है, हमारे कई कार्यकर्ताओं ने अपनी आहुति दी है।

श्री शाह ने कहा कि तीनों राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय की जनता ने कांग्रेस को नकारा है। यहां तक कि त्रिपुरा और नगालैंड में तो कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया, कई सीटों पर तो कांग्रेस की जमानत भी जब्त हो चुकी है। यह दर्शाता है कि देश की जनता प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ रही है। उन्होंने कहा कि जहां तक लेफ्ट का सवाल है तो लेफ्ट भारत के किसी भी हिस्से के लिए राइट नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले पश्चिम बंगाल और अब त्रिपुरा से वामपंथी पार्टियों की विदाई से यह स्पष्ट हो गया है कि देश में वामदलों की प्रासंगिकता अब खत्म हो चुकी है, इनको देश की जनता पसन्द नहीं करती और दोनों राज्यों से वामदलों की विदाई भारतीय जनता पार्टी के उदय की निशानी है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गांव, गरीब, किसान, दलित और आदिवासियों के लिए काम किया है, उसी का नतीजा है कि तीनों ट्राइबल बहुल राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को ऐतिहासिक सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की 20 ट्राइबल सीटों पर 20 की 20 सीटें भाजपा गठबंधन ने जीती है। यह भारतीय जनता पार्टी, नार्थ-ईस्ट और देश के लिए एक शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने के प्रयासों पर जनता की मुहर ने यह सिद्ध कर दिया है कि नार्थ-ईस्ट की जनता विकास और शांति चाहती है और वह संघर्ष एवं बदले की राजनीति से बाहर आना चाहती है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में पार्टी की लोकप्रियता का सबसे बड़ा पैमाना जनादेश होता है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुआई में देश में हुए लगभग हर चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है। त्रिपुरा, नगालैंड और मेगालय में पार्टी की जीत इसी जीत की अगली कड़ी है।