नरेन्द्र मोदी प्रत्येक कार्यकर्ता का सम्मान करते हैं

| Published on:

मोदी स्टोरी                                                                                              — हितेश ठक्कर

गुजरात में ‘सोनो साथ, सोनो विकास’ से लेकर केंद्र में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ तक, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एक प्रतीक हैं और एक नेता को कैसे नेतृत्व करना चाहिए, इसका श्रेष्ठ आदर्श उदाहरण हैं। हालांकि, इन सभी नेतृत्व गुणों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ‘सबका सम्मान’ से आता है जिसकी चर्चा कम होती है, लेकिन श्री मोदी के नेतृत्व में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

श्री नरेन्द्र मोदी के संगठनात्मक कौशल के बारे में हर कोई जानता है लेकिन संगठन को ताकत उसके कार्यकर्ताओं से मिलती है और श्री नरेन्द्र मोदी एक ऐसे नेता हैं जो अपने कार्यकर्ताओं के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं और उन्हें महसूस कराते हैं कि वह भी उनमें से एक हैं।

हम एक ऐसी घटना की चर्चा कर रहे हैं जहां श्री मोदी के व्यवहार ने उनसे व्यक्तिगत रूप से मिले बिना भी एक कार्यकर्ता को भावुक कर दिया।

यह घटना 2017 की है, जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने के लिए गुजरात के भाभर शहर गए थे।

गुजरात के भाजपा कार्यकर्ता श्री हितेश ठक्कर को हेलीपैड पहुंचने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी के लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

हालांकि, प्रधानमंत्री श्री मोदी को दोपहर 12.30 बजे हेलीपैड पर पहुंचना था, लेकिन सुरक्षा कारणों से श्री हितेश को सुबह 10 बजे तक हेलीपैड पर पहुंचने के लिए कहा गया था। श्री हितेश ने अपने घर से चाय और नाश्ता तैयार कराया और ठीक 10 बजे हेलीपैड पर पहुंच गये।

जैसे ही प्रधानमंत्री श्री मोदी का हेलीकॉप्टर उतरा, वह तुरंत रैली स्थल के लिए रवाना हो गए क्योंकि वहां कई लोग उनके भाषण का इंतजार कर रहे थे। हालांकि उनके अधिकारियों ने उन्हें बताया कि एक कार्यकर्ता सुबह से ही चाय-नाश्ता लेकर उनका इंतजार कर रहे हैं।

उस रैली से लौटते समय जैसे ही प्रधानमंत्री श्री मोदी हेलीपैड पर पहुंचे, उन्होंने अपने अधिकारियों से उस कार्यकर्ता को बुलाने के लिए कहा जो सुबह से उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।

चूंकि श्री हितेश रैली स्थल पर गये थे, इसलिए सुरक्षा कारणों से वे हेलीपैड पर नहीं लौट सके।
इसके बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री हितेश द्वारा लाया गया नाश्ता और चाय ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जब कार्यकर्ता अपना थर्मस और अन्य बर्तन लेने वापस आएं तो कृपया उन्हें सूचित करें कि श्री मोदी ने चाय और नाश्ता कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की सूचना भी दी जाए कि श्री मोदी उनसे मिलना भी चाहते थे।

प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह व्यवहार श्री हितेश के दिल को छू गया और उनका कहना है कि इतने व्यस्त कार्यक्रम और इतने समय के बाद भी श्री मोदी के मन में यह बात थी कि एक कार्यकर्ता उनकी प्रतीक्षा कर रहा है। यही बात श्री नरेन्द्र मोदी को अन्य नेताओं से अलग बनाती है।