नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनने वाली है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 14 ​अप्रैल को पश्चिम बंगाल में कई कार्यक्रमों को संबोधित किया और बंगाल की भलाई के लिए भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत सरकार बनाने की अपील की। उन्होंने सबसे पहले कदामपुकुर, कोलकाता में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित की और कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं भाजपा की सभी राज्य सरकारें बाबा साहब के बताये रास्ते पर चलते हुए दलितों, शोषितों, पीड़ितों और वंचितों के कल्याण के लिए संकल्पबद्ध है। इसके पश्चात् उन्होंने बनगांव उत्तर विधानसभा में प्रतापगढ़ से यंग बंगाल क्लब मठ तक एक भव्य रोड शो किया। उन्होंने मंगलकोट और जमालपुर में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित करते हुए राज्य की जनता से हिंसा और भ्रष्टाचार की राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी को जड़ से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।

श्री नड्डा ने कहा कि बंगाल की जनता ने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की 200 से अधिक सीटों पर जीत के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का निर्णय ले लिया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनने वाली है। कल पायला बैशाख (पोहेला बोइशाख) है और बंगाली नव वर्ष की शुरुआत हो रही है। मैं सब को इसकी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। हमें विश्वास है कि बंगाल अंधकार से उजाले की ओर आगे बढ़ेगा। नव वर्ष में बंगाल तानाशाही, तुष्टिकरण, तोलाबाजी और कट मनी की संस्कृति से निकल कर ‘सोनार बांग्ला’ की संस्कृति के पथ पर गतिशील होगा। आजकल दीदी चंडी पाठ भी कर रही है और घंटी भी बजा रही है लेकिन दस साल तक दीदी ने दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा में अड़ंगा लगाया। मुहर्रम के दिन कर्फ्यू नहीं और राम जन्मभूमि के शिलान्यास वाले दिन दीदी ने कर्फ्यू लगा दिया।दीदी आपके जाने की घंटी बज चुकी है। अब कुछ भी करने से कोई फायदा नहीं। 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में दलित भाइयों पर तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में गुंडे हमले करते हैं लेकिन ममता दीदी अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। दलित भाइयों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, 02 मई को भाजपा की सरकार बनने के साथ ही पश्चिम बंगाल में ‘असोल पोरिबोर्तन’ आना तय है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने दलितों का इतना अपमान किया लेकिन वोटबैंक की राजनीति करने वालों और खुद को दलित चैंपियन बताने वालों ने इसका कोई विरोध नहीं किया। भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की आज 130वीं जन्म जयंती है। उन्होंने जीवन भर कष्ट झेला लेकिन सबको सम्मान के साथ जीने का अधिकार देने के लिए काम किया। पर, ममता दीदी और उनकी पार्टी दलित विरोधी है। तृणमूल कांग्रेस की एक नेत्री ने दलित भाइयों के खिलाफ इतनी अपमानजनक टिप्पणी की कि मैं उसका जिक्र भी नहीं कर सकता लेकिन ममता दीदी ने दलित भाइयों के खिलाफ बोली गई अपमानजनक टिप्पणी की कोई भर्त्सना नहीं की। ये उनकी दलित विरोधी मानसिकता को ही प्रदर्शित करता है। ऐसे लोग, ऐसा नेतृत्व जो दलित विरोधी हो, उसे घर बैठाने का समय आ गया है। ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने भारत रत्न बाबासाहेब को श्रद्धांजलि देते हुए पंचतीर्थ का निर्माण कराया है। ये पंच तीर्थ बाबासाहेब की जीवनी बताने के साथ ही करोड़ों लोगों को प्रेरणा देते हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि बाबासाहब ने जिंदगी भर छुआछूत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उन्होंने बहुत कष्ट झेले लेकिन राष्ट्रीयता की भावना से कोई समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा था कि मैं कांग्रेस के किसी भी नेता से अधिक राष्ट्रीयता की भावना से ओतप्रोत हूं। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि हमारे जिन दलित भाइयों की पाकिस्तान में प्रताड़ना हो रही है, उनको भारत लाना चाहिए और यहां बसाना चाहिए लेकिन यहां की तृणमूल सरकार इसका विरोध कर रही है। ममता दीदी सरकार दलितों के खिलाफ काम कर रही है और शरणार्थियों को नागरिकता देने का विरोध कर रही है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार नागरिकता संशोधन कानून लेकर आई जिसके तहत मतुआ, नामशूद्र और राजवंशी समाज के शरणार्थी भाइयों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है। 02 मई को बंगाल में भाजपा की सरकार बनते ही सीएए के तहत शरणार्थी भाइयों को नागरिकता दी जायेगी और उन्हें सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया जाएगा।

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दलितों के लिए ममता बनर्जी की पार्टी जिन-जिन शब्दों प्रयोग करती हैं, यह निंदनीय है। हमारी अंबेडकर यात्रा पर तृणमूल के गुंडे हमला करते हैं और बस तोड़ देते हैं। मतदान के चौथे चरण में कूचबिहार में दलित समाज का बेटा आनंद बर्मन पहली बार वोट देने जा रहा था। तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने उस दलित युवा की जीवन लीला समाप्त कर दी लेकिन न तो ममता दीदी ने इस पर कोई दुःख प्रकट किया और न ही उनकी आँखों से आंसू ही निकले। कल ममता दीदी धरने पर बैठीं थीं। उन्हें आनंद बर्मन की मौत पर दुःख प्रकट करना चाहिए था। दलितों के खिलाफ उनकी पार्टी द्वारा बोले गए अपमानजनक शब्दों पर उन्हें माफी मांगते हुए ऐसे बयान देने वालों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी लेकिन दीदी ने एक शब्द भी नहीं बोला। यह उनका दलित विरोधी होना साफ करता है। इससे साफ हो जाता है कि दलितों के प्रति उनकी क्या सोच है, लेकिन भाजपा दलितों के विकास के लिए काम करती रहेगी। इस बार बंगाल का दलित समुदाय ममता बनर्जी को लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाएगा।

श्री नड्डा ने कहा कि दीदी बौखला गई हैं। वह हमेशा गुस्से में रहती हैं। ये बताता है कि दीदी के हाथ से चुनाव निकल गया है। दीदी पर चुनाव आयोग ने 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया था लेकिन हमें हमें यह याद रखना चाहिए कि आखिर दीदी ने बोला क्या था? दीदी ने एक मजहब के लोगों को उकसाते हुए इकठ्ठा होने को कहा था। सुरक्षाबलों को घेरने और उस पर हमला करने के लिए दीदी ने उकसाया था जिसके परिणाम में कूचबिहार की दुखद घटना घटी। जो मुख्यमंत्री जनता से सुरक्षाबलों को घेरने और उस पर हमले करने की बात करे, उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है। ऐसी मुख्यमंत्री और ऐसी पार्टी पर जनता को सदा के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए। दीदी समाज को बांटने का काम करती हैं जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी समाज को जोड़ते हुए ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की बात करते हैं। एक मुख्यमंत्री और एक सरकार संविधान की शपथ लेती है लेकिन वही मुख्यमंत्री और वही सरकार जब संविधान की अवहेलना कर जनता की रक्षा करने वाली सुरक्षाबलों को उकसाए तो ऐसी सरकार का बने रहना लोकतंत्र के लिए बिलकुल भी सही नहीं है। दीदी को बंगाल की नहीं, अपनी वोट बैंक की चिंता है। ऐसे लोगों को सदा के लिए घर बैठा देना चाहिए। साथ ही, भाइपो को भी घर बिठा देना चाहिए।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है। पिछले वर्ष दिसंबर में मुझ पर बंगाल में जानलेवा हमला हुआ था। मैं जमीन से जुड़ा हुआ आदमी हूँ। मुझे ममता दीदी की कायराना हरकतों से डर नहीं लगता लेकिन बंगाल में हमारे लगभग 140 कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या तृणमूल सरकार में कर दी गई है। बंगाल की जनता प्रजातांत्रिक तरीके से इसका मुंहतोड़ जवाब तृणमूल कांग्रेस को दे रही है। 

श्री नड्डा ने कहा कि ‘माँ, माटी, मानुष’ का नारा देकर सत्ता को हड़पने वाली तृणमूल कांग्रेस का नया नारा अब ‘तानाशाही, तुष्टिकरण, तोलाबाजी’ हो गया है। 80 वर्षीया माताजी शोभा मजूमदार जी के साथ तृणमूल कांग्रेस ने क्या किया, यह पूरे देश की जनता ने देखा है। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के मामले में बंगाल सबसे आगे दिखाई देता है। राजनीतिक हिंसा को दीदी ने शासन का मंत्र बना लिया है। बंगाल में उद्योग-धंधे ठप्प पड़ गए हैं। दीदी को न तो माँ की चिंता है, न बंगाल की माटी की और न ही मानुष की। तृणमूल कांग्रेस केंद्र की ओर से गरीबों को भेजे गए चावल-दाल खा जाती है, अम्फान राहत के पैसे खा जाती है और गरीब कल्याण की योजनाओं को जमीन पर उतरने भी नहीं देती। ममता दीदी ने बंगाल में न तो किसान सम्मान निधि योजना लागू होने दी और न ही आयुष्मान भारत योजना। 02 मई को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही ये दोनों योजना बंगाल में लागू कर दी जायेगी। भाजपा की सरकार बनते ही किसान सम्मान निधि के तहत अब तक भेजे गए किस्तों के रूप में बंगाल के सभी किसानों के बैंक अकाउंट में 18-18 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए जायेंगे। साथ ही, बंगाल की भाजपा सरकार हर साल किसानों को किसान सम्मान निधि के तौर पर 6,000 और कृषक सुरक्षा योजना के तौर पर 4,000, अर्थात् कुल मिलाकर 10,000 रुपये देगी। हमारी सरकार लघु एवं सीमांत किसानों के लिए पेंशन की व्यवस्था करेगी और उनके बच्चों की पढ़ाई बिलकुल मुफ्त होगी। बंगाल में बनने वाली भाजपा सरकार प्रदेश के विकास की नई कहानी लिखेगी।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर हर परिवार में एक रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। महिलाओं को सरकारी नौकरी में 33% आरक्षण का लाभ दिया जाएगा और उनके लिए बंगाल में पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन मुफ्त होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के समय पश्चिम बंगाल को केंद्र सरकार ने विकास के लिए केवल 96,000 करोड़ रुपये दिए जबकि माननीय प्रधानमंत्री जी ने बंगाल को लगभग चार लाख करोड़ रुपये दिए। इतना ही नहीं, उन्होंने बंगाल चुनाव से पहले के अपने दो दौरे में लगभग 20,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं बंगाल को दी। इन योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बननी जरूरी है।