प्रधानमंत्रीजी से हम सब को देश के लिए सतत कार्य करते रहने की प्रेरणा मिलती है: जगत प्रकाश नड्डा

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आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री एवं दुनिया के सबसे लोकप्रिय जन-नेता आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का जन्म दिवस है। देश के लिए और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में, यह हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि हमें एक ऐसे व्यक्तित्व का मार्गदर्शन मिल रहा है, जो भारतवर्ष की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और संवारने के साथ-साथ आम जन के जीवन को सुखमय बनाने और राष्ट्र को सुरक्षित एवं समृद्ध बनाने के लिए समर्पित हैं।

मैं ऐसे दूरदर्शी और देश के अंतिम व्यक्ति के कल्याण के प्रति समर्पित रहने वाले हमारे प्रधानमंत्री जी को उनके जन्म दिवस पर मैं अपनी ओर से और करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से कोटि-कोटि बधाई देता हूँ और उनका अभिनंदन करता हूँ।

भारतीय जनता पार्टी हमेशा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिन को ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाती आई है। उनके नेतृत्व में भाजपा का मूल मंत्र बना है – सेवा ही संगठन। मुझे इस बात की हार्दिक प्रसन्नता है कि आज भारतीय जनता पार्टी परिवार ने आदरणीय प्रधानमंत्री जी के जन्म दिन पर ‘सेवा और समर्पण’ अभियान की शुरुआत कर रही है।

जनसेवा से अधिक संतोषजनक और कोई कार्य नहीं हो सकता। आज हमारे कार्यकर्ता देश के कोने-कोने में कोविड वैक्सीनेशन अभियान को गति देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कई जगह ब्लड डोनेशन के कैंप्स और मेडिकल कैंप्स लगाए गए हैं, स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है, गरीबों में मुफ्त अनाज वितरित किया जा रहा है और जरूरतमंदों को हर तरह की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

हमारे प्रधानमंत्री जी का हमेशा से यह मानना रहा है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को मिलना चाहिए। बाल्यकाल से लेकर आज तक उन्होंने अपने बारे में नहीं बल्कि गरीबों, वंचितों, पीड़ितों और शोषितों के कल्याण के बारे में सोचा है, राष्ट्र के उत्थान के बारे में सोचा है।

एक अत्यंत सामान्य परिवार में पैदा होने के बाद भी उनके मन में गरीबों के लिए काम करने और उनके जीवन-स्तर में बदलाव लाने की भावना बचपन से ही दृढ़ रही है। उनकी यही दृढ़ता उनकी नीतियों में, योजनाओं में स्पष्ट दिखाई देती है। इसलिए उनकी हर नीति के केंद्रबिंदु में देश के गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित और वंचित ही हैं।

एक निर्वाचित प्रमुख के तौर पर हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का लगभग 20 वर्षों का लंबा और अविरल कार्यकाल ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के प्रति समर्पित रहा है। ‘सबके प्रयास’ को साथ लेकर जन-भागीदारी की नई इबारत लिखी जा रही है। उन्होंने बहुत से ऐसे कार्य किये, जिसके बारे में किसी ने कभी सोचा भी नहीं था कि ये पूरा भी हो सकता है।

धारा 370 का धाराशायी होना, ट्रिपल तलाक पर बैन, अयोध्या में भगवान् श्री राम के भव्य मंदिर का मार्ग प्रशस्त होना, आतंकवाद पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक, वन रैंक – वन पेंशन लागू करना, देश के 55 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ देना, हर गाँव – हर घर में बिजली पहुंचाना, मुफ्त में गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना, देश के 10 करोड़ से अधिक किसानों को छः – छः हजार रुपये की वार्षिक सहायता उपलब्ध कराना, देश के 80 करोड़ लोगों को कोविड संक्रमण में और उसके बाद मुफ्त अनाज उपलब्ध कराना, स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशों को लागू करना, हर गरीब को घर देना और हर घर में पानी, बिजली, गैस और शौचालय की उपलब्धता सुनिश्चित करना – ऐसे न जाने कितने कार्य हैं जो पिछले सात सालों में उनके अथक परिश्रम से ही संभव हुए हैं। दृढ़ इच्छाशक्ति, जन-सेवा की भावना और कारगर रणनीति के जरिए उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त कर यह बात को सिद्ध कर दिया है कि जहाँ चाह हो, वहां राह निकल ही आती है।

मुझे लंबे समय तक आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ काम करने का अवसर मिला है। मैंने बहुत नजदीक से अनुभव किया है कि उनमें कई ऐसी विशेषताएं हैं जो उनके व्यक्तित्व को बहुआयामी बनाती है। कठोर परिश्रम करना, स्पष्ट दृष्टि रखना और जनता की भलाई के लिए समर्पित रहना उनका स्वभाव है। उनसे हम सब को देश के लिए सतत कार्य करते रहने की प्रेरणा मिलती है। उनके नेतृत्व में देश विकास के पथ पर तो अग्रसर है ही, विश्व पटल पर भी भारत की साख में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।

हमारे प्रधानमंत्री जी ने देश की राजनैतिक कार्यसंस्कृति को बदल कर रख दिया है। आज उनके नेतृत्व में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति की जगह विकासवाद की राजनीतिक संस्कृति प्रतिष्ठित हुई है और देश के अन्य सभी राजनीतिक दलों को इसी राह पर आगे बढ़ने के लिए विवश होना पड़ रहा है।

आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री नहीं बल्कि प्रधान सेवक हैं। देश की जनता के साथ उनका एक भावनात्मक संबंध है। वे हर भारतवासी के दिल में रचे-बसे हैं। वे देशवासियों को हमेशा समाज के लिए अच्छा करने को प्रेरित करने वाले आधुनिक भारत के समाज सुधारक भी हैं। उनकी एक आवाज पर संपूर्ण राष्ट्र एकजुट होकर लक्ष्य को साकार करने के प्रति तत्पर हो जाता है।

मुझे यह कहने में तनिक भी संकोच नहीं है कि उनका बेदाग़ सार्वजनिक जीवन एक राजर्षि का जीवन है जिसका एक ही उद्देश्य है जन-जन का विकास। उनकी सोच हमेशा रचनात्मक होती है। वे हमेशा समस्याओं का समाधान, रचनात्मक सोच के माध्यम से करते हैं। उनका एकमात्र ध्येय भारतवर्ष को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करना है।

आज के दिन हम अपने प्रधानमंत्री जी के जीवन से प्रेरणा लें और राष्ट्र निर्माण एवं जन – कल्याण में अपने को समर्पित कर दें। हमें एकजुट होकर, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए देश को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने के लिए कटिबद्ध भाव से काम करना चाहिए।

मैं परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे आपको लंबी आयु दें, आपको स्वस्थ रखें – फिट रखें ताकि आप इसी तरह आने वाले लंबे समय तक राष्ट्र के पुनर्निर्माण में अपना योगदान देते रहें और भारत को हर मोर्चे पर आगे बढ़ाते रहें। मैं एक बार पुनः माननीय प्रधानमंत्री जी को उनके जन्म दिन पर बधाई देता हूँ और उनके स्वस्थ और सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूँ।