गहलोत सरकार में तुष्टीकरण की राजनीति अपनी चरम सीमा पर है: अमित शाह

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने आज गुरुवार को जयपुर, राजस्थान में आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया और अशोक गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और गरीब विरोधी एवं महिला विरोधी राजनीति को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राजस्थान चुनाव प्रभारी श्री प्रह्लाद जोशी, सांसद श्री रामचरण वोहरा, महापौर डॉ सौम्या गुर्जर, पूर्व राज्यसभा सांसद राम कुमार वर्मा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि आज राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के प्रचार का अंतिम दिन है, 25 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना होने वाली है। मैं 6 महीनों से राजस्थान में संगठनात्मक कार्यों और चुनाव प्रचार के लिए दौरे कर रहा हूँ। मैं पूर्ण विश्वास के साथ कहना चाहता हूँ कि राजस्थान में अगली सरकार भारतीय जनता पार्टी की बनने जा रही है। राजस्थान की जनता ने इस बार परिवर्तन करने की और हर क्षेत्र में विफल और नाकाम रही कांग्रेस सरकार को विदा करने की ठान ली है।

 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने बताया कि राजस्थान में भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा ने लगभग 9,000 किमी का सफर तय किया। संकल्प यात्रा के दौरान हमारा यह प्रयास रहा कि प्रत्येक गांव में जाकर लोगों से संपर्क किया जाए। यह यात्रा सभी 200 विधानसभाओं से होकर गुजरी। चुनाव अभियान में भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं ने लगभग 1 करोड़ मतदाताओं से सीधे संपर्क किया। राजस्थान की जनता ने सदैव मोदी जी के साथ खड़े रह कर भाजपा का समर्थन किया है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सभी सीटों पर जिता कर राजस्थान की जनता ने मोदी जी के प्रति अपना अटूट विश्वास प्रकट किया है।

 श्री शाह ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विगत 5 वर्षों में कांग्रेस लगातार परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति करती आई है जिससे राजस्थान कि जनता बहुत त्रस्त है। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने राजस्थान में करोड़ों लाभार्थियों को पारदर्शी तरीके से केंद्र की योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाते हुए प्रदेश के गरीबों को लाभान्वित किया है। हमने बार-बार कांग्रेस से सवाल किया कि 2004 से 2014 तक जब केंद्र में कांग्रेस की यूपीए सरकार रही, तब कांग्रेस ने राजस्थान की जनता के लिए क्या किया लेकिन कांग्रेस से किए गए सवालों का कोई उत्तर नहीं मिला। कांग्रेस इस सवाल का जवाब नहीं देती।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि ग्रांट इन ऐड और डेवलूशन फंड का कुल जोड़ किया जाए तो 2004 से 2014 तक 10 साल में कांग्रेस सरकार ने राजस्थान को ₹2 लाख करोड़ दिए जबकि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने केवल 9 साल में कांग्रेस सरकार की तुलना में लगभग 4.5 गुना ज्यादा लगभग ₹8.70 हजार करोड़ दिए साथ ही, लगभग ₹7 लाख करोड़ केंद्रीय परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए दिए गए जैसे नेशनल हाइवे का निर्माण हो, रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण हो, ₹6 हजार करोड़ के लागत से कोटा में नई ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे का निर्माण हो, बीकानेर, जैसलमेर और किशनगढ़ के हवाई अड्डे को शुरू करना हो, बीकानेर में 1000 मेगा वॉट का सोलर प्लांट लगाना हो, जैसलमेर में 800 मेगा वॉट का सोलर प्लांट लगाना हो, भड़ला सोलर पार्क में 5000 मेगा वॉट का फेज 3 शुरू करना हो, किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ देना हो, हर घर में नल से जल पहुंचाना हो, आयुष्मान भारत योजना का लाभ गरीब से गरीब व्यक्ति तक पहुंचाना हो, हर घर में शौचालय बनवाना हो, गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत जरूरतमंदों को नि:शुल्क अनाज उपलब्ध कराना हो, उज्ज्वला योजना के तहत सिलिंडर का वितरण हो या प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को अपना छत देना हो।

 श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की राजस्थान सरकार के 5 साल में महिलाओं और दलितों की स्थिति सबसे खराब रही हैं। राजस्थान में आए दिन महिलाओं और दलितों पर अत्याचार के ढेर सारे मामले देखने और सुनने को मिलते हैं और गहलोत सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में मस्त रहती है। कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में पिछले 5 साल में भीलवाडा, करौली, जोधपुर, चित्तौडगढ़, नोहर, मेवात, मालपुरा, जयपुर में सुनियोजित तरीके से हिंसा को अंजाम दिया गया है। वोट बैंक की राजनीति के कारण गहलोत सरकार ने हिंसा भड़काने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की। सालासर में राम दरबार पर बुलडोजर चलाया गया, अलवर में 300 साल पुराने शिवलिंग को ड्रिलिंग मशीन से तोड़ा गया, कठूमर में गौशाला में बुलडोजर चलाया गया। ऐसे तुष्टीकरण के अनेकों विकृत मामले राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में देखे गए हैं।

 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने राजस्थान में महिलाओं के साथ दुष्कर्म के भयावह मामलों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार में 5 साल में लाख से ज्यादा महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुकदमे राजस्थान में दर्ज किए गए हैं। राजस्थान में लगभग 35,000 से ज्यादा दुष्कर्म की घटनाओं को अंजाम दिया गया है और कम आयु की बच्चियों के साथ लगभग 15,000 से ज्यादा दुष्कर्म की घटनाएं हुई हैं। हर दिन 19 दुष्कर्म के मामले राजस्थान में सामने आए हैं। देशभर में जो दुष्कर्म के मामले हैं, उसमें से लगभग 22% दुष्कर्म के मामले अकेले राजस्थान से सामने आए हैं और अब तो पुलिसकर्मी भी दुष्कर्म के मामलों लिप्त पाए जा रहे हैं लेकिन अशोक गहलोत सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। इसलिए, महिलाएं एकजुट होकर अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ खड़ी नजर आती हैं। 

श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की लाल डायरी भ्रष्टाचार का प्रतीक बनकर सामने आई है क्योंकि दीपावली की जो डायरी निकलती है, उसमें आज सबसे कम डिमांड लाल रंग की डायरी की है क्योंकि सभी को डर है कि शुभकामनाओं के लिए दी गई लाल डायरी भ्रष्टाचार का प्रतीक न बन जाए।

 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के राज में गबन के कई मामले सामने आए हैं। आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है मंत्रालय की अलमारी से ₹2 करोड़ 35 लाख रुपए नगद और 1 किलो सोना बरामद हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कार्रवाई पर भी प्रश्न उठाते हुए कहा कि पहले किसी का भी भ्रष्टाचार के प्रति इतना ठंडा रुख नहीं रहा है। राजस्थान में अवैध खनन रोकने के लिए संतों को आत्मदाह करना पड़ा। इसके बावजूद आज भी कई क्षेत्रों में अवैध खनन खुलेआम चल रहा है।

 श्री शाह ने गहलोत सरकार में हुए घोटालों की सूची गिनाते हुए कहा कि राजस्थान में जल जीवन मिशन, खनन विभाग, उदयसागर झील, प्रतापगढ़ की मार्बल खान, कालीसिंध डैम और गरीबों के राशन में हुए घोटाले हुए। यहाँ तक कि वृद्धापेंशन में भी सैकड़ों करोड़ों का घोटाला हुआ। प्रदेश में किसानों की दुर्दशा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 10 दिन में किसानों का कर्जमाफ का वादा करने वाली गहलोत सरकार पूरे 5 साल के कार्यकाल में 5 प्रतिशत किसानों का भी कर्ज माफ नहीं कर पाई है। किसानों की कर्जमाफी तो दूर, गहलोत सरकार में लगभग 19,400 किसानों की भूमि कुर्क हुई है, दर्जनों किसानोें ने आत्महत्या की है। मैंने प्रदेश भर के किसानों को कांग्रेस के खिलाफ लामबंद हो भाजपा के साथ खड़े होते देखा है।

 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने पेपर लीक मामलों का उल्लेख करते हुए कहा कि राजस्थान में भर्तियों में पेपर लीक की घटनाओं ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पूरे देश में राजस्थान से ज्यादा पेपर लीक के मामले कहीं नहीं देखे गए। कांग्रेस की गहलोत सरकार ने 40 लाख युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। इतने मामले होने के बावजूद मुख्यमंंत्री गहलोत किसी भी मामले में परिणामदायी जांच वाली कार्रवाई नहीं की है। प्रदेश में युवा, महिला, किसान, दलित, धार्मिक गुरूओं सहित सभी वर्ग के लोग, गहलोत सरकार से त्रस्त है।

 श्री शाह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जादूगर कहे जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि अशोक गहलोत जी ने तो राजस्थान में जादू से कई चीजों को गायब किया जैसे नौकरी गायब कर दी, रोजगार गायब कर दिया, राशन गायब कर दिया, नल से जल गायब कर दिया, क़ानून-व्यवस्था गायब कर दी। अब राजस्थान की जनता जादूगर बन कर कांग्रेस सरकार को गायब कर 3 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने वाली है।

श्री अमित शाह ने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कार्यकाल में देश की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा ने देश को समृद्ध और विकसित किया है, देश की अर्थव्यवस्था को विश्व में 11वें स्थान से 5वें स्थान पर लेकर आये हैं, तिरंगे को चंद्रमा पर पहुंचाया है और G-20 में भारत की कूटनीति का ध्वज पूरे विश्व के सामने फहराया है। राजस्थान की जनता ने यहस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को भारी बहुमत से विजयी बनाने का मन बना लिया है।