इस चुनाव में परिवारवादियों के खिलाफ दलित, शोषित, पीड़ित और वंचित एकजुट हैं: नरेन्द्र मोदी

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज रविवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती, देवरिया और वाराणसी में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की विजय निश्चित है और योगी आदित्यनाथ सरकार 300 से अधिक सीटों पर जीत के साथ एक बार पुनः सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेश सरकार बनाने जा रही है।

श्री मोदी ने कहा कि जिस पार्टी के पास कर्मठ और परिश्रमी कार्यकर्ताओं की ताकत हो, उसकी जीत तो सुनिश्चित ही है। बूथ विजय सम्मेलन में आपका ये जोश और आत्मविश्वास दिखता है कि हम हर बूथ भी जीतेंगे, इस पूरे क्षेत्र में फुल स्कोर भी करेंगे। मुझ जैसे कार्यकर्ता को पार्टी ने बनारस भेजा, और मुझे बनारस मिल गया, मैं बनारस का ही होकर रह गया। काशी की सेवा का, महादेव और माँ गंगा के चरणों में बैठने का ये जो पुण्य लाभ मुझे मिला है, ये पार्टी ने ही दिया है। मुझे काशी के स्वर्गीय डोमराजा जगदीश चौधरी जी की कमी भी महसूस हो रही है। वो मुझ पर इतना स्नेह दिखाते थे, कि मैं अभीभूत हो जाता था। 2014 में जब यहाँ आया था, तब कुछ लोग मुझे जानते थे। लेकिन आज जो प्यार- दुलार मुझे काशी के घर-घर में, पूर्वांचल-उत्तर प्रदेश में मिल रहा है, ये आप सब कार्यकर्ताओं-समर्थकों की वजह से ही संभव हुआ है।

माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज चंद्रशेखर आज़ाद जी के बलिदान दिवस पर देश अपने सपूत को याद कर रहा है। कल बालाकोट एयरस्ट्राइक के तीन साल पूरे होने पर देश ने अपनी वायुसेना के पराक्रम को भी याद किया। हमारे शूरवीरों ने देश को चुनौती देने वालों को उनके घर में ही घुसकर मारा था। भारत का ये पराक्रम, दिल्ली और यूपी में बैठे कुछ घोर परिवारवादियों को पसंद नहीं आता। ये लोग आज भी हमारी सेनाओं से सबूत मांगते हैं, उनके सामर्थ्य पर विश्वास नहीं करते। इसलिए ऐसे लोगों से उत्तर प्रदेश की जनता को बहुत सतर्क रहना है।

श्री मोदी ने कहा कि इस बार का चुनाव, घोर परिवारवादियों और घनघोर राष्ट्रभक्तों के बीच है। इस चुनाव में परिवारवादियों के खिलाफ दलित, शोषित, पीड़ित, वंचित एकजुट है। इस चुनाव में परिवारवादियों के खिलाफ पिछड़ा वर्ग भी एकजुट है और सामान्य वर्ग ने भी इन्हें पटखनी देने की ठान ली है।

आदरणीय प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समय भी जो वैश्विक हालात हैं, उस पर प्रत्येक भारतीय की नजर है। इस चुनौती भरे कालखंड में भारत ने हमेशा अपने एक-एक नागरिक के जीवन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। जहां भी संकट आया, हमने अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। ऑपरेशन गंगा चलाकर हम यूक्रेन से भी हजारों भारतीयों को वापस ला रहे हैं। हमारे जो बेटा-बेटी अभी भी वहां हैं, उनको पूरी सुरक्षा के साथ अपने घर पहुंचाने के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है। आज का ये दौर भारत को, हर भारतवासी को एक बहुत बड़ा संदेश दे रहा है। ये समय भारत को ज्यादा से ज्यादा ताकतवर, भारत को आत्मनिर्भर बनाने का है। ये समय जाति-पाति से ऊपर उठ कर, छोटी-छोटी बातों से ऊपर उठ कर, राष्ट्र के साथ खड़े होने का है। हमें हर हाल में अपनी सेनाओं को आधुनिक बनाना होगा। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खुद को खपाना होगा। ये काम घोर परिवारवादी, घोर स्वार्थी कभी नहीं कर सकते। जिन लोगों का इतिहास रक्षा सौदों में कमीशन खाने का रहा हो, वो परिवारवादी देश को मजबूत नहीं कर सकते। जो लोग देश की सेनाओं की जरूरत को हमेशा नजरअंदाज करते रहे, वो परिवारवादी देश को मजबूत नहीं कर सकते। जिन लोगों का दिल, देश में बम धमाके करने वाले आतंकियों के लिए धड़कता है, वो कभी देश को सशक्त नहीं बनाएंगे। देश तभी ताकतवर होगा, जब देश के राज्य ताकतवर होंगे, जब उत्तर प्रदेश ताकतवर होगा लेकिन घोर परिवारवादियों का तो एक ही फॉर्मूला है- पैसा परिवार की तिजोरी में, कानून जेब में और जनता इनके पैरों पर।

श्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने विदेश से सामान मंगाने पर ही जोर दिया। इन लोगों को भारत का दूसरे देशों पर निर्भर बने रहना अच्छा लगता है। इन्हें सिर्फ कमीशन नजर आता है। इसलिए ये लोग कभी आत्मनिर्भर भारत की बात नहीं करते। राष्ट्रभक्ति और परिवारभक्ति में यही फर्क है। पहले ये लोग गन्ने से सिर्फ चीनी बनवाते रहे और नीतियां ऐसी बनाईं कि चीनी मिलें और गन्ना किसानों, दोनों को सरकार की दया पर जीने के लिए मजबूर कर दिया। आज हमारी सरकार गन्ना किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए इथेनॉल प्लांट का बहुत बड़ा नेटवर्क तैयार कर रही है।

यशस्वी प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा, संगठनशक्ति और कार्यकर्ता के बल से चलने वाला दल है। दूसरी तरफ वो पार्टियां हैं जिनके लिए धनबल और बाहुबल ही उनकी ताकत है। भाजपा कार्यकर्ता देश के लिए काम करते हैं, अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर, ‘इदं न मम्’ के भाव से काम करते हैं। हम सभी के लिए हमेशा से ‘व्यक्ति से ऊपर दल, और दल से ऊपर देश’ रहा है। हम चुनाव जीतते हैं लेकिन साथ ही लोगों का दिल भी जीतते हैं।

माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर चलते हुए हर गरीब को सशक्त कर रही है। ‘जाति धर्म से ऊपर उठकर, बढ़ाया है सम्मान, सबसे पहले गरीब कल्याण’ – इसी भावना के साथ हम काम कर रहे हैं। इस देश का हर नागरिक मेरा परिवार है। इसलिए बिना किसी भेदभाव, बिना पक्षपात, सरकार गरीब को पक्की छत देती है, तो ये सबका विकास ही है। लेकिन घोर परिवारवादियों के लिए तो अपना विकास ही सर्वोपरि है। इसलिए ये गरीब के हित में बनाई गई इन योजनाओं के खिलाफ हैं।

श्री मोदी ने कहा कि योगी जी की सरकार का ही प्रयास है कि इस क्षेत्र में दिमागी बुखार काबू में आया है। ज्यादा से ज्यादा बच्चों का जीवन बच रहा है। अभी कुछ समय पहले मुझे यूपी में 9 मेडिकल कालेजों का एक साथ लोकार्पण करने का मौका मिला था। देवरिया का महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज भी इसमें शामिल है। गरीब को इन परिवारवादियों ने वैक्सीन के खिलाफ भड़काकर खतरे में डालने की कोशिश की। आज इसी वैक्सीन की वजह से तेजी से हालात सुधर रहे हैं, व्यापार-कारोबार शुरु हुआ है, स्कूल-कॉलेज खुल रहे हैं। ये डबल इंजन की सरकार है जो यूपी के 9 करोड़ से अधिक पिछड़ों को, 3 करोड़ दलित भाई-बहनों को और सामान्य वर्ग के 3 करोड़ परिवारों को मुफ्त राशन दे रही है। मुश्किल के समय में अपना ही साथ देता है। जो पराया होता है वो इन घोर परिवारवादियों की तरह घर में बैठ जाता है। 

आदरणीय प्रधानमंत्री ने कहा कि चीनी मिलों को इन परिवारवादियों के शासन में बंद करा दिया गया। देवरिया का हमारा गन्ना किसान कभी नहीं भूल सकता है कैसे वो अपनी उपज, बिचौलियों को बेचने के लिए मजबूर था। गन्ने की पर्ची के लिए कभी लाठी तो कभी अपमान सहना पड़ता था। योगी जी की सरकार में नई चीनी मिलें खोली जा रही हैं, चीनी मिलों की आर्थिक हालत सुधारी जा रही है। गन्ना किसानों की आय बढ़े, इसके लिए इथेनॉल ब्लेंडिंग का काम भी तेजी से बढ़ाया जा रहा है। हमारी सरकार कैसे आपकी चिंता करती है, उसका एक उदाहरण गोरखपुर का नया फर्टिलाइजर प्लांट भी है। पहले जो खाद कारखाना बंद हुआ, उसे शुरू कराने के लिए सांसद के तौर पर योगी जी ने बहुत मेहनत की। लेकिन परिवारवादियों ने ये काम होने नहीं दिया। ये काम तब हुआ जब भाजपा की सरकार बनी। देवरिया की धरती तो भगवान राम से जुड़ी है। अयोध्या के राजकुमार राम, धरती के मर्यादा पुरुषोत्तम राम तब बने जब उन्हें मित्र निषादराज का साथ मिला, जब उन्होंने शबरी के जूठे बेर चखे, जब उन्हें माता अहिल्या का आशीर्वाद मिला, जब उन्होंने वनवासी साथियों की सेना को साथ लिया।

श्री मोदी ने कहा कि काशी भारत की संस्कृति की प्राचीन राजधानी रही है लेकिन, पिछली सरकारों ने बनारस को विकास से वंचित रखकर यहां के लोगों को परेशानियों के गर्त में धकेलने की कोशिश कीमहादेव के आशीर्वाद से आज बनारस बदल रहा है। आज काशी विश्वनाथ धाम, काशी और देश की गरिमा के अनुरूप हमारी पहचान की भव्य झांकी बनकर खड़ा है। कितने समय बाद, बाबा का धाम और माँ गंगा फिर से एक बार जुड़े हैं। काशी तो अविनाशी कही जाती है। और काशी के लोग जब विश्वनाथ धाम परियोजना को लेकर गर्व का अनुभव कर रहे थे, तो उस समय हमने एक और अनुभव किया। हम सभी ने देखा कि भारत की राजनीति में कुछ लोग किस हद तक नीचे गिर गए हैं। मैं किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना पसंद नहीं करता और ना ही किसी की आलोचना करना चाहता हूं लेकिन जब सार्वजनिक रूप से काशी में मेरी मृत्यु की कामना की गई, तो वाकई मुझे बहुत आनंद आया, मेरे मन को बहुत सुकून मिला। मुझे लगा कि मेरे घोर विरोधी भी ये देख रहे हैं कि काशी के लोगों का मुझ पर कितना स्नेह है। उन लोगों ने तो मेरे मन की मुराद पूरी कर दी। इसका मतलब ये कि मेरी मृत्यु तक ना काशी के लोग मुझे छोड़ेंगे और ना ही काशी मुझे छोड़ेगी। उन घोर परिवारवादियों को मालूम नहीं है कि ये जिंदा शहर बनारस है! ये शहर मुक्ति के रास्ते खोलता है। और अब बनारस, विकास के जिस रास्ते पर चल पड़ा है, वो देश के लिए गरीबी से मुक्ति के रास्ते खोलेगा, अपराध से मुक्ति के रास्ते खोलेगा।

माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों में हालत ये हो गई थी कि बेखौफ़ अपराधी, बाबा विश्वनाथ मंदिर से सोना काटकर ले गए थे। मंदिरों से मूर्तियाँ चोरी हो जाती थीं। महादेव की काशी को भू-माफियाओं और ड्रग्स माफियाओं के हवाले करके इसकी पवित्रता नष्ट करने की कोशिश हो रही थी। काशी में घाटों पर, मंदिरों पर बम विस्फोट होते थे। आतंकवादी बेखौफ थे, क्योंकि तब की समाजवादी सरकार उनके साथ थी। सरकार आतंकियों से खुलेआम मुकदमे वापस ले रही थी लेकिन, काशी कोतवाल बाबा कालभैरव के आगे इनकी चलने वाली थी क्या? जब ये घोर परिवारवादी सरकार में थे, तो यूपी के विकास के लिए, गरीबों के लिए हम जो भी काम लेकर आते थे, उसमें ये अड़ंगा लगा देते थे लेकिन बीते पांच साल में डबल इंजन की सरकार ने यूपी के विकास की पूरी ईमानदारी से कोशिश की है।