पश्चिम बंगाल से ममता सरकार की विदाई तय है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 06 फरवरी को नादिया (पश्चिम बंगाल) के चतिर मठ मैदान से हरी झंडी दिखाकर राज्यव्यापी ‘परिवर्तन यात्रा’ का शुभारंभ किया। ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की आज से शुरू होने जा रही ‘परिवर्तन यात्रा’ पांच चरणों में राज्य की सभी 294 विधान सभाओं से होकर गुजरेगी। इससे पहले पश्चिम बंगाल पहुँचने पर आज माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सेन्ट्रल इंस्टीटयूट फॉर सबट्रॉपिकल हॉर्टीकल्चर में प्राध्यापकों एवं रिसर्चरों से संवाद किया। इसके पश्चात् वे शाहपुर, मालदा में तीन हजार से अधिक किसानों के साथ ‘कृषक सुरक्षा सह-भोज’ में शामिल हुए। उन्होंने मालदा में एक भव्य रोड शो किया। वे नबद्वीप (नादिया जिला) में श्री श्री गौरंगा जन्मस्थान आश्रम भी गए जहाँ उन्होंने चैतन्य महाप्रभु की पूजा कर पश्चिम बंगाल की शांति, सुरक्षा और समृद्धि की प्रार्थना की। 

पश्चिम बंगाल की पुण्य भूमि को नमन करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि यह परिवर्तन सिर्फ सरकार बदलने का नहीं बल्कि विचार का परिवर्तन है। 10 साल पहले माँ, माटी, मानुष का के नारे के नाम पर ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल में सरकार बनाई थी लेकिन इन 10 वर्षों में इस नारे की जगह तानाशाही, तोलाबाजी और तुष्टिकरण की राजनीति ने ले ली है। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों के तृणमूल सरकार में माँ को लूटा गया, पश्चिम बंगाल की अस्मिता पर आघात किया गया। न तो माटी की इज्जत की गई और न ही नागरिकों के साथ न्याय ही किया गया। ममता सरकार ने 10 वर्षों में प्रशासन का अपराधीकरण कर दिया और भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया।  

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता जाग चुकी है, इसका दृश्य आज पूरे प्रदेश में दिखाई दे रहा है। कृषक सुरक्षा अभियान के तहत पूरे पश्चिम बंगाल में 30,000 से ज्यादा ग्राम सभाएं हुई हैं और लाखों की संख्या में किसान इससे जुड़े हैं। मैंने आज स्वयं हजारों किसानों के साथ मिल कर भोजन किया। मैं सौगंध लेकर कहता हूँ कि पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा जिसके वे हकदार हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल से ममता सरकार की विदाई तय है, भारतीय जनता पार्टी आने वाली है, कमल खिलने वाला है।

श्री नड्डा ने कहा कि यह हमारे परम पूज्य डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी थे जिनके कारण पश्चिम बंगाल आज भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था और ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेगा, नहीं चलेगा’ का नारा दिया था। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति और गृह मंत्री श्री अमित शाह की रणनीति के बल पर धारा 370 धाराशायी हुआ और जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना।

ममता सरकार पर हमला तेज करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ममता दीदी ने पश्चिम बंगाल को न केवल आयुष्मान भारत योजना से महरूम रखा बल्कि राज्य के लगभग 70 लाख किसानों तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को भी नहीं पहुँचने दिया। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करना चाहता हूँ कि आप परिवर्तन यात्रा के माध्यम से राज्य की जनता को मोदी सरकार की आयुष्मान योजना के बारे में बताएं कि उनके स्वास्थ्य की चिंता मोदी जी ने की थी लेकिन ममता बीच में अड़ंगा बनकर खड़ी रहीं। ममता दीदी, अब आपका रास्ता में रोड़ा बन कर खड़े रहने का समय ख़त्म हो चुका है। अगर ममता दीदी ने प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना में अड़ंगा न लगाया होता तो आज पश्चिम बंगाल के सभी 70 लाख किसानों को अब तक 14 – 14 हजार रुपये मिल चुके होते।

श्री नड्डा ने कहा कि तृणमूल सरकार की हिंसा की राजनीति के चलते हमारे 130 से अधिक कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है और 300 से अधिक कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला हुआ है। जब यह मुझ पर जानलेवा हमला कर सकते हैं तो मैं समझ सकता हूँ कि पश्चिम बंगाल में साधारण आदमी पर क्या गुजरती होगी। तृणमूल सरकार को जाना ही होगा। ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जहां-जहां मेरी रैली होती है, वहां मेरे स्वागत में पीसी और भाइपो, दोनों के नमस्ते करते हुए पोस्टर लग जाते हैं और जब मैं कार्यक्रम करके निकलता हूँ तो दोनों धन्यवाद भी देते हैं।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ममता दीदी पश्चिम बंगाल की संस्कृति की बात करती हैं लेकिन उनके आचरण में कहीं भी यह परिलक्षित नहीं होता। जिस तरीके से ममता दीदी मेरे नाम के आगे विशेषणों का प्रयोग करती हैं, वही बताता है कि उनकी खुद की संस्कृति क्या है। इतने दिनों तक ममता दीदी केंद्र की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहीं, 10 वर्षों तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री रहीं लेकिन उन्हें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद नहीं आई लेकिन आज उन्हें नेताजी की याद इसलिए आ रही है क्योंकि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर नेताजी के जन्मदिन को मनाने का निर्णय लिया और इसके तहत हर जगह भव्य समारोह आयोजित किये जा रहे हैं। ममता दीदी, पश्चिम बंगाल की संस्कृति आप समझ नहीं सकती, पश्चिम बंगाल की संस्कृति की रक्षा केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ही कर सकते हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में हर जगह विकास की नई कहानी लिखी जा रही है लेकिन पश्चिम बंगाल विकास की दौड़ में काफी पीछे छूट गया है। पश्चिम बंगाल विकास की दौड़ पीछे इसलिए छूट गया है क्योंकि यहाँ की मुख्यमंत्री को पश्चिम बंगाल के विकास से कोई लेना-देना नहीं है। ममता दीदी एक महिला हैं लेकिन सबसे ज्यादा महिलाओं की ट्रैफिकिंग के मामले पश्चिम बंगाल में ही आ रहे हैं। वह एनसीआरबी को अपराध के आंकड़े भी नहीं उपलब्ध करा रही। चाहे बलात्कार के मामले हो या डोमेस्टिक वायलेंस के मामले, सबसे अधिक पश्चिम बंगाल में ही हो रहे हैं। एक राज्य में महिला मुख्यमंत्री हो और महिलाओं की ही इज्जत न हो तो ऐसी स्थिति से हमें परिवर्तन चाहिए ही चाहिए।

अम्फान तूफ़ान के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा राहत कार्यों के लिए उठाये गए क़दमों को रेखांकित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने अम्फान तूफ़ान से राहत के लिए पश्चिम बंगाल को 2700 करोड़ रुपये दिए लेकिन इसमें भी तृणमूल कांग्रेस ने जम कर घोटाला किया। जब हाई कोर्ट ने सीएजी से ऑडिट कराने की बात कही तो ममता दीदी इस निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई। इसका मतलब स्पष्ट है कि ममता दीदी ईमानदारी के बजाय बेईमानी को प्रश्रय को दे रही हैं। तृणमूल कांग्रेस गरीब जनता का अनाज खा गई, तिरपालों की चोरी कर ली, हर चीज में कट मनी का खेल करने लगी। मोदी सरकार ने कोरोना लॉकडाउन में मार्च से लेकर नवंबर तक देश के 80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त राशन उपलब्ध कराया लेकिन चावल और दाल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के घर से मिल रहे हैं। ममता दीदी, अब और नोई अन्याय। 

श्री नड्डा ने कहा कि अब ममता दीदी को ‘जय श्री राम’ के नारे से भी दिक्कत होने लगी है। क्या अपनी संस्कृति से और अपने महापुरुषों से जुड़ना गलत है? ‘जय श्री राम’ पर सवाल उठाना बताता है कि तृणमूल कांग्रेस की राजनीति भारतीय संस्कृति से ऊपर है और ये अपनी राजनीति के लिए अपने जमीर को भी बेच चुके हैं। 

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार पश्चिम बंगाल के विकास के लिए कटिबद्ध है। ईस्ट कॉरिडोर और ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के विकास के माध्यम से पश्चिम बंगाल में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का नया अध्याय शुरू हो रहा है। फिशिंग हार्बर को ताकत के साथ आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। बंगाल और असम की महिला टी-वर्कर्स के लिए मोदी सरकार ने 1,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। 

श्री नड्डा ने कहा कि ममता दीदी चीटिंग में भी आगे हो गई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की तमाम योजनाओं को वह अपना नाम देकर क्रेडिट ले रही हैं। स्वच्छ भारत अभियान को निर्मल बांग्ला के नाम से चलाया जा रहा है जबकि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को बांग्ला ग्रामीण सड़क योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना को बांगलार बाड़ी योजना के नाम से चलाया जा रहा है। योजनाओं का नाम बदल देने से आप बंगाल को नहीं जीत सकतीं ममता दीदी, राज्य में कमल का खिलना तय है। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार की नीतियों की जो भी आलोचना करता है, उसे ममता दीदी की सरकार जेल में बंद कर देती हैं चाहे वह पत्रकार हो, प्रोफ़ेसर हो या एडवोकेट। ममता दीदी के राज में कम्युनल वालेंस बढ़ता ही जा रहा है।

भाजपा अध्यक्ष ने पश्चिम बंगाल की जनता को आगाह करते हुए कहा कि पिशी-भाइपो की सरकार सत्ता में बने रहने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाएगी, बंगाल और बाहरी का नारा लगाएगी, परिवारवाद को आगे बढ़ाएगी, झूठे आरोपों की राजनीति करेगी और गलत आंकड़े देकर जनता को गुमराह करने की भी कोशिश करेगी लेकिन हमारा एक ही नारा होना चाहिए – और नोई अन्याय। हम अन्याय सहन नहीं करेंगे। आप इन्हें जाने और पहचानें। पार्टी कार्यकर्ता गाँव-गाँव, घर-घर जाएँ और तृणमूल सरकार की असलियत लोगों के सामने उजागर करें।  

श्री नड्डा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल में भाजपा के पक्ष में जो नई हवा चल रही है, वह ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस की विदाई करने के लिए आतुर है। पश्चिम बंगाल की जनता ने तय कर लिया है कि ममता सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना है। उन्होंने परिवर्तन का नारा देते हुए कहा कि अनेक होइछे ममता, परिवर्तन चाहे छे जनता।