प्रधानमंत्रीजी ने देश के युवाओं को ताकत दी है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आज एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई में भारतीय जनता युवा मोर्चा के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद को वर्चुअली संबोधित और युवाओं से देश के पुनर्निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तेजस्वी सूर्या, तमिलनाडु के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री के अन्नामलाई, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री तरुण चुघ और पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ विनय सहस्रबुद्धे भी उपस्थित थे। श्री नड्डा ने अपने उद्बोधन में कांग्रेस नेता राहुल गाँधी द्वारा इंग्लैंड में दिए गए भारत विरोधी बयान पर करारा हमला किया और कहा कि राहुल गाँधी ने विदेशी सरजमीं पर देश विरोधी बयान देकर मर्यादा की हर सीमा को लांघ दिया है। कांग्रेस पार्टी मानसिक दिवालियेपन की शिकार हो गई है। ऐसे लोगों का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है और ऐसे लोगों को प्रजातांत्रिक तरीके से छुट्टी कर देनी चाहिए।

राष्टीय युवा संसद के प्रतिभागी युवाओं से श्री जगत प्रकाश नड्डा ने आह्वान किया कि आने वाला वक्त आपका है, पूरी ताकत से भारत के बेहतर भविष्य की तैयारी कीजिए। देश एवं समाज हित में शब्दों की बारीकियों को समझिये और उसके अनुरूप अपने मुद्दे को स्पष्ट रूप से रखिए। उन्होंने हुए कहा कि राहुल गांधी इंग्लैंड की सरजमीं पर कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र नहीं है और अमेरिका और यूरोप के देश इन बातों से बेखबर हैं। राहुल गांधी विदेशी धरती पर अमेरिका और यूरोप को देश के खिलाफ उकसा रहे हैं। युवा, संसद में राहुल गांधी के शब्दों पर चर्चा करें और समझें कि उनके शब्दों का सही और वास्तविक अर्थ क्या है?

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र की जननी भारत को विदेशी धरती पर बदनाम और निंदा करते हैं। साथ ही, राहुल गांधी विदेशी ताकतों को भी उकसा रहे हैं कि भारतीय लोकतंत्र अर्थात देश की संप्रभुता में हस्तक्षेप करें। भारत की जनता राहुल गांधी के शब्दों को सिर्फ सुनती नहीं है बल्कि सहन कर रही है। जिनका देश के लोकतंत्र में विश्वास नहीं है, वैसे लोगों को प्रजातांत्रिक तरीके से छुट्टी कर देने की जरूरत है।

राष्ट्रीय युवा संसद में वर्चुअली जुड़ने पर श्री नड्डा ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि आपके साथ बैठक मे शामिल होऊं किंतु समय की व्यस्तता के कारण तमिलनाडु में आयोजित इस युवा संसद में मैं नहीं आ पाया, मुझे इसका अफसोस रहेगा। राष्ट्रीय युवा संसद में जुड़ने पर मुझे नई उर्जा मिलती है और एक नई अभिभूति होती है।

भारतीय संस्कृति के धरोहर को समझते हुए देश के भविष्य में योगदान करने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज भारत में असीमित अवसर है और आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज देश तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा था कि हमें एक युवा संसद के माध्यम से अनुभवी राजनीति को आगे बढ़ाने की जरूरत है। अपने युवाओं को हर जानकारी देने की जरूरत है ताकि वे देश के ज्वलंत मुद्दे पर सार्थक चर्चा करें।

युवा संसद का महत्व बताते हुए श्री नड्डा ने कहा कि युवा संसद में देश एवं समाज से जुड़े महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा होगी। इससे युवाओं के सोचने, विचार करने और परिचर्चा की गुणवत्ता बढ़ेगी। युवा संसद से जानकारी मिलेगी कि लोगों की आवाज को किस प्रकार और कैसे सबके सामने रखा जाए। यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि युवा संसद में उठ रहे उन आवाजों को कैसे समावेश करे और एक दूसरे की बातों का सम्मान करते हुए परिपक्व लोकतंत्र का हिस्सा बन सके। राष्ट्रीय युवा संसद में इन बातों का अभ्यास करने का अवसर मिलेगा। इससे देश को समझने एवं काम करने के प्रति एक परिपक्वता आएगी।

तालिमनाडु में युवा संसद के आयोजन पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्री तेजस्वी सूर्या और उनकी टीम को तमिलनाडु में युवा संसद का आयोजन करने के लिए बधाई देता हूं। मिलनाडु सबसे पुरानी भाषा, मंदिरों, अध्यात्म, वेदों, समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक भूमि के लिए प्रसिद्ध है। ऐसी पावन भूमि पर युवा संसद का आयोजन किया गया है, यह एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु वह धरती है जहां उथिमेरुल गांव में पांडुलिपि पर काम होता है, जहां 11-12 सौ साल पहले अपना संविधान लिखा गया था। प्राचीन लोकतंत्र और लोकतांत्रिक व्यवस्था में तमिलनाडु अग्रणी प्रदेश है।

श्री नड्डा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में लोकतंत्र रचा बसा है। लोकतंत्र भारतीय जीवनशैली पद्धति है। इसलिए कहते हैं कि भारतीयों का जन्मजात लोकतांत्रिक स्वभाव है और उस लोकतंत्र को भारत में रहने वाले निरंतर परिष्कृत करते रहते हैं। मुझे उम्मीद है कि भारतीय जनता युवा मोर्चा, युवा संसद के माध्यम से लोकतंत्र को परिष्कृति करने और भविष्य के नेता को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगी। देश के राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों से लभगभ 300 युवा प्रतिनिधि इसमें भाग ले रहे हैं। यहां पर देश की विविधता भी देखने एवं समझने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश की राजनीतिक संस्कृति को बदल डाला है। भारतीय राजनीति में जिस तरह से परिवर्तन लाया गया है और जिस तरह देश के लगभग 80 करोड़ लोगों के जीवन-स्तर को अच्छा बनाया गया है, उसे देश के कोने-कोने में पहुंचाने की जरूरत है।

पिछले नौ सालों में राजनीतिक संस्कृति में आए बदलाव की चर्चा करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया में अग्रणी राष्ट्रों में खड़ा है और दुनिया को दिशा देने वाला देश बन गया है जबकि 2014 से पहले देश में पॉलिस पैरालिसिस था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत को करप्शन, कमीशन, क्रिमनाइलेजेशन, वंशवाद और परिवारवाद से बाहर निकालकर विकासवाद की राह पर अग्रसर किया है। उन्होंने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ देश का विकास किया है।   

श्री नड्डा ने कहा कि कल इंडिया टुडे के कन्क्लेव में परिचर्चा का विषय था “द इंडिया मूवमेंट।” अब दुनिया इस बात की चर्चा कर रही है कि आज का समय भारत का है। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 20 महीने पहले लालकिले की प्राचीर से कहे गए शब्दों को याद करना चाहिए। तब प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि “यही समय है, सही समय है।“ युवाओं के लिए भी “यही समय है सही समय है” कि भारत के विकास पर परिचर्चा करें और स्वर्णिम भारत बनाने में योगदान करें।

कांग्रेस शासन काल की खामियों पर श्री नड्डा ने कहा कि मैं पिछले 40 सालों से भारतीय राजनीति में हूँ। हमें 2014 के पहले की देश की स्थिति पर दुःख होता था। मैंने 30 सालों तक “उदासीन भारत” देखा। जहां मान लिया गया था कि “ऐसा ही चलता है” और “ऐसा ही चलेगा।“ यहां कोई बदलाव की गुंजाइश नहीं है लेकिन हमलोग बदलाव करने में लगे रहे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बदलावा आया। उनके नेतृत्व में कह सकते है कि यही समय है, सही समय है। शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण आदि में युवाओं को अवसर देने में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। श्री नड्डा ने कहा कि युवा, संसद में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की उपलब्धियों पर चर्चा करे।

शिक्षा क्षेत्र में हुए परिवर्तन पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि आज देश में 7 नए इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट खुल गए हैं। आज से बीस साल पहले कितने युवा ऐसा थे जो मैनेजमेंट की पढ़ाई करना चाहते थे, किन्तु अच्छे संस्थान में एडमिशन नहीं होने के कारण विदेश पढ़ने जाते थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर के नए आईआईएम की स्थापना की। इसी तरह चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में ऑल इंडिया आफ मेडिकल सांइस (एम्स) की संख्या अब तीन गुनी हो गयी है। 1960 से लेकर 1998 तक देश में सिर्फ एक एम्स दिल्ली में था। आज देश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के चिकित्सा शिक्षा एवं इलाज के लिए 22 एम्स हो गए हैं।

युवाओं से स्वस्थ रहने की अपील करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि युवा अपने नजदीक के एम्स में जाकर जरूर देखें कि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रक्षेत्र में कैसे काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले देश में पढ़कर डॉक्टर विदेश चले जाते थे और हमलोग उनसे पूछते थे कि क्या आपको अपने देश में सेवा करने का अवसर नहीं मिल रहा है। इस पर वे जबाव देते थे कि हमलोग रिसर्च करना चाहते हैं और यहां इसकी सुविधा नहीं मिलती है। आज एम्स में अंतरराष्ट्रीय स्तर के रिसर्च का अवसर प्रदान किया जा रहा है। दुनिया के श्रेष्ठ उपकरण एम्स में उपलब्ध है।

इंजीनियरिंग की पढ़ाई एवं शोध की चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में 7 नए इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खुले हैं और देश में अब 23 आईआईटी हो गए हैं। आज शिक्षा एवं शोध के कार्य तेजी से हो रहे हैं। हमारी सरकार में देश में 322 नए विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई है। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के दौरान देश में औसतन हर सप्ताह एक विश्वविद्यालय और हर दिन दो महाविद्यालय खुले हैं। 2014 में इंडियन इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग सेंटर की संख्या 11,964 थी और जो आज बढ़ कर 14,953 हो गई है। देश में रिसर्च को प्रोत्साहन दिए जाने की योजना के बारे में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विश्वविद्यालयों अंतरराष्ट्रीय स्तर बनाने के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू की है। जिस विश्वविद्यालय को एमिनेंस टैग लगेगा और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनेगा, भारत सरकार उस विश्वविद्यालय को रिसर्च और विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपए की राशि देगी। पिछले नौ सालों में नार्थ-ईस्ट में 22 नए विश्वविद्यालय खोले गए। लद्दाख में भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में विकास की परिभाषा बदल दी है।

श्री नड्डा ने कहा कि नार्थ-ईस्ट में दो सप्ताह पहले विधानसभा चुनाव परिणाम आये। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय – तीनों राज्यों में भाजपा गठबंधन की सकार बनी। यह सरकार इसलिए बनी कि वहां के लोगों को लगा कि दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी उनकी चिंता करते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में लगभग 50 बार नार्थ-ईस्ट गए। 

स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र मे आए बदलाव की चर्चा करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि देश में आज हर तीन लोकसभा क्षेत्र पर एक नया मेडिकल कॉलेज खोला जा रहा है। 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल थे और आज 606 सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल हैं। एमबीबीएस की सीट में लगभग 53 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। मेडिकल कॉलेज की पीजी की सीट में भी लगभग 83 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई के लिए जब नीट की परीक्षा शुरू की गयी थी तब बहुत ही विरोध हुआ था। विरोध करने वाले कह रहे थे कि नीट की परीक्षा से एडमिशन होने में दिक्कत होगी। आज नीट की परीक्षा की वजह से गरीब घर का छात्र भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर पा रहे हैं। आज भारतीय भाषा में पढ़ने वाला बच्चे भी मराठी, गुजराती, उड़िया, तमिल, कन्नड़ में नीट की परीक्षा दे सकते हैं। मेडिकल पीजी के कोर्स में कैपिटेशन फीस 7-8 करोड़ रुपए लिए जाते थे, यानी चिकित्सा शिक्षा में दुकान खुली हुई थी। अब गरीब घर का विद्यार्थी भी एमबीबीएस और पीजी का कोर्स कर पा रहे हैं। पिछले आठ साल में विज्ञान एवं तकनीक में निवेश लगभग दो गुनी हुई है। यूथ के प्रति जो पॉलिसी पैरालिसिस थी वह पॉलिसी प्रैग्मैटिज्म में बदल गयी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नेशनल पॉलिसी फॉर स्किल डेवलपमेंट एडं Entrepreneur 2015 लाकर एक बड़ा परिवर्तन लाये हैं और एक नया इको सिस्टम विकसित कर किया है जो युवाओं के कौशल की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ ही उन्हें सशक्त कर रहा है।

नई शिक्षा नीति को आम जनता के हितकारी होने की जानकारी देते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चार दशक बाद देश में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी आई है। इसे लाने के लिए लाखों लोगों से चर्चा की गयी। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति ‘इंडिया’ को ‘भारत’ की ओर ले जाएगा। यहां पर ‘इंडिया’ का अर्थ है “कुछ लोग जो प्रिविलेज्ड” थे और ‘भारत’ का अर्थ है ‘देश की आम जनता’ जो शिक्षा के नए आयामों से इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से जुड़ेगी। अब नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक आम लोगों के पहुंच की दायरे में है। यह सभी को शिक्षा का अवसर देती है, यह शिक्षा नीति में लचीलापन भी है। यह विद्यार्थियों के विश्लेषण क्षमता को बढ़ाएगी और उनके एप्लीकेशन मांइड को मातृभाषा में ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करने का अवसर देगी।

पुरानी शिक्षा पद्धति पर प्रहर करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि पहले छात्र अंग्रेजी भाषा में पढ़ने के लिए मजबूर थे। हम अंग्रेजी भाषा को मातृभाषा में अनुवाद कर समझने के लिए विवश थे। नई शिक्षा नीति में अपनी मातृभाषा में शिक्षा मिलेगी तो भारत के युवा पढ़कर आगे बढ़ेंगे। नई शिक्षा नीति में एक मूलभूत परिवर्तन यह हुआ है कि अब छात्रों की विश्लेषण क्षमता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आज भारत स्किलिंग इंडिया फार बेटर फ्यूचर में नीतिगत रूप से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत लगभग 1.35 करोड़ युवाओं को कौशल विकास की ट्रेनिंग दे दी गई है। र्स्टाट-अप में लगभग 100 यूनिकॉर्न को युवा संचालित कर रहे हैं। 2014 में र्स्टाट-अप की संख्या देश में केवल 471 थी और जो आज 2023 में बढ़ कर लगभग 93 हजार हो गई है।

खेल में भारत के बढ़ते कदम और भारत की खेल नीति की चर्चा करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि नेशनल एयर स्पोर्टस पॉलिसी 2022 में आई है। दुनिया के विकसित देशों की तरह देश में एरोबेटिक्स, एरो मॉडलिंग, एयरक्राफ्ट बैलूनिंग, ड्रोन, हैंडग्लाइडिंग, पैराडाइविंग आदि को नेशनल एयरस्पोर्टस पॉलिसी में जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया के माध्मय से लगभग 2,500 एथलीट को जोड़ा गया है। इनके खेल क्षमता को विकसित करने के लिए लगभग 2,600 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी खिलाड़ियों की क्षमता विकसित करने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं और खिलाड़ियों को अगले ओलंपिक, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार भी कर रहे हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक आयोजित सभी ओलंपिक खेलों की तुलना में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके पीछे मुख्य करना है कि भारतीय खेल की नीति एवं सोच में एक बड़ा परिवर्तन हुआ है। भारतीय खिलाड़ी जब टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने जा रहे थे, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उन्हें शुभकामनाओं के साथ भेजा। जब खिलाड़ियों ने देश के लिए ओलंपिक में मैडल जीता, तो उन्हें प्रधानमंत्री जी ने बधाई दी। जब हमारे खिलाड़ी ओलम्पिक से लौटे, तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उन सभी खिलाड़ियों का स्वागत कर उन्हें सम्मान दिया जबकि पहले जब भी हमारे एथलीट ओलंपिक खेलों से लौटते थे तो हताश और निराश रहते थे। अखबारों में लेख छपते थे कि भारत का प्रदर्शन खराब रहा। टोक्यो ओलम्पिक में भारत ने 7 मेडल जीते, जिसमें एक स्वर्ण पदक, दो रजत पदक और चार कांस्य पदक है। इसी तरह से पैरा-ओलम्पिक में भी भारत ने 19 मेडल जीता। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश बदल रहा है, देश आगे बढ़ रहा है और युवाओं के लिए शानदार अवसर बन रहे हैं। हमें इस समय का भरपूर उपयोग करना चाहिए और देश को आगे बढ़ाने के लिए मिल कर काम करना चाहिए।