पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनावों के बाद से जारी हिंसा एवं हत्या का तांडव अब भी जारी है: अमित शाह

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने काशीपुर (पश्चिम बंगाल) में भाजपा कार्यकर्ता श्री अर्जुन चौरसिया की नृशंस हत्या पर भारी आक्रोश व्यक्त किया। ज्ञात हो कि केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी के पश्चिम बंगाल दौरे के बीच आज सुबह भाजपा नेता अर्जुन चौरसिया का शव कोलकाता के चितपुर में लटका मिला था। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जानकारी मिलते ही श्री शाह ने शुक्रवार के अपने सभी स्वागत कार्यक्रम और कई अन्य कार्यक्रम रद्द कर दिए। वे दिवंगत अर्जुन चौरसिया जी के घर गए और वहां उन्होंने उनके परिजनों से मुलाक़ात की। उन्होंने श्री चौरसिया के परिजनों को आश्वस्त किया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और वे श्री चौरसिया को न्याय दिलाकर रहेंगे।

दिवंगत आत्मा श्री अर्जुन चौरसिया के घर के बार मीडिया को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के जिले के युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष श्री अर्जुन चौरसिया की राजनीतिक रूप से हत्या कर दी गई। उनके परिवार की ये फ़रियाद है कि श्री अर्जुन चौरसिया की जघन्य हत्या हुई है। कल ही तृणमूल सरकार के तीसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा हुआ है। इसके दूसरे ही दिन बंगाल में राजनीतिक हिंसा और राजनीतिक हत्या की परंपरा फिर से शुरू कर दी गई है। पूरे पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा, प्रतिशोध में हत्याएं और विरोधी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाने के अनेक उदाहरण हमारे सामने आये हैं। भारतीय जनता पार्टी श्री अर्जुन चौरसिया की हत्या की घोर निंदा करती है और हम भाजपा के सभी कार्यकर्ता न्याय की अदालत के सामने जाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि श्री चौरसिया के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मैं आज पूरे पश्चिम बंगाल की जनता को यह बताना चाहता हूँ कि राजनीतिक हिंसा एवं राजनीतिक हत्या की राजनीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी लगातार लड़ाई लड़ रही है। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विरोधियों की आवाज को कुचलना और इसे हिंसा एवं हत्या जैसे जघन्य वारदातों से डराने का प्रयास करना तृणमूल कांग्रेस की पहचान बन चुकी है। मैंने श्री चौरसिया के परिवार से मुलाक़ात की है। श्री चौरसिया की बूढ़ी दादी को भी बख्शा नहीं गया, उन्हें भी मारा गया और उनके अनुसार जोर-जबरदस्ती से श्री चौरसिया के पार्थिव शरीर को भी परिवार से छीना गया। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता अदालत के सामने गए हैं कि वीडियोग्राफी के साथ पैनल पोस्टमार्टम हो और इस वारदात की जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए।

श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनावों के बाद से जारी हिंसा एवं हत्या का तांडव अब भी जारी है। श्री चौरसिया की निर्मम राजनीतिक हत्या कर जैसे यह संदेश दिया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हत्या एवं आम लोगों के खिलाफ हिंसा का यह सिलसिला रुकने वाला नहीं है। भारतीय जनता पार्टी हिंसा की राजनीति में न तो विश्वास रखती है और न ही हिंसा की राजनीति से डरती है। हम कानून की अदालत में यह सुनिश्चित करेंगे कि श्री चौरसिया के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। जिन्होंने भी यह जघन्य अपराध किया है, हम उन सभी दोषियों को अदालत के कठघरे में खड़ा करेंगे। इस प्रकार की घटना स्वभाविक रूप से डर का माहौल पैदा करने की साजिश भी है और प्रयास भी। पहले ह्यूमन राइट कमीशन, फिर अनुसुचित जाति कमीशन और महिला आयोग ने भी इस बात को कोर्ट के सामने रखा है। शायद एक साल से कम के अंतराल में देश के किसी भी प्रांत में इतने ज्यादा केस सीबीआई को कभी सुपुर्द नहीं किए होंगे जितना हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से केस लेकर सीबीआई को दिया है। यही बताता है कि कोर्ट को यहां की कानून व्यवस्था और पुलिस पर भरोसा नहीं रहा। 

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि श्री चौरसिया के परिजनों के साथ मेरी विस्तार से बात हुई है। स्वभाविक रूप से परिवार काफी आहत है, अपने जवान बेटे के यूं चले जाने से भी आहत है और उसके बाद प्रशासन ने भी उनके साथ जो दुर्व्यवहार किया है, जो अत्याचार किया है, परिवार के लोगों को मारा है, उससे भी आहत है। जिन अपराधियों ने श्री चौरसिया की नृशंस हत्या की, उसे पकड़ना तो दूर, उल्टा श्री चौरसिया के परिवार के लोगों को मारने-पीटने का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी चट्टान की तरह श्री चौरसिया के परिवार के साथ एकजुट होकर खड़ी है। भारत सरकार का गृह मंत्रालय ने भी इस नृशंस घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है और आज ही गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से इस मामले में रिपोर्ट भी तलब की है।