प्रदेश की जनता को जिन्ना-आजम-मुख्तार नहीं, जनधन-आधार-मोबाइल चाहिए : अमित शाह

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह उत्तर प्रदेश में 12 एवं 13 नवंबर को दो दिवसीय प्रवास पर रहे, जहां उन्होंने कई परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की संगठनात्मक बैठकों में भी भाग लिया। श्री शाह ने 13 नवंबर 2021 को आजमगढ़ में एक विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया और इसके पश्चात् बस्ती में खेल महाकुंभ का उद्घाटन किया तथा एक जनसभा को संबोधित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं प्रदेश चुनाव प्रभारी श्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह, बस्ती के कार्यक्रम में सांसद श्री हरीश द्विवेदी सहित कई सांसद, राज्य सरकार में मंत्री, विधायक, वरिष्ठ भाजपा नेता और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

श्री शाह ने कहा कि जिस प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था ठीक न हो, वहां विकास नहीं हो सकता। उत्तर प्रदेश में एक समय था जब पुलिस के कर्मचारी बाहुबलियों से डरते थे, लेकिन आज उत्तर प्रदेश पुलिस को देखते ही राज्य के बाहुबली आत्मसमर्पण करने के लिए गले में पट्टी डालकर निकलते हैं कि गोली मत चलाओ।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी स्वयं उत्तर प्रदेश के काशी से चुन कर आते हैं। वे उत्तर प्रदेश के विकास के लिए सदैव कटिबद्ध रहते हैं और उनकी योजनाओं को जमीन पर अक्षरशः उतारने का कार्य पिछले पांच वर्षों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी ने किया है।

सपा, बसपा और कांग्रेस के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की नीति और राजनीति होती थी, आज केवल और केवल विकास की राजनीति होती है

उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस के शासनकाल में उत्तर प्रदेश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की नीति और राजनीति होती थी, आज केवल और केवल विकास की राजनीति होती है। उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार आने से पहले राज्य की जीडीपी 10.90 लाख करोड़ रुपये थी जो आज लगभग दो गुना होकर 21.31 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 17.5% से घटकर 4.2% पर आ गया है। हमारी सरकार आने से पहले उत्तर प्रदेश में 10 मेडिकल कॉलेज थे, आज 40 हैं। इसी तरह, मेडिकल सीटें 1200 से तीन गुना से भी अधिक बढ़कर 3800 हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में हवाई अड्डों की संख्या 4 से बढ़कर 8 हो गई है और खाद्यान्न उत्पादन में भी बहुत बड़ी वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार आने से पहले आधे-अधूरे दो एक्सप्रेस-वे थे लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से योगी सरकार में आज प्रदेश में पांच नए एक्सप्रेस-वे बने हैं। साथ ही, डिफेंस कॉरिडोर का भी निर्माण हुआ है।

समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव और मुलायम यादव सरकारों से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार का अंतर स्पष्ट करते हुए श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अनेक जन-कल्याणकारी योजनाएं दी, जैसे J से जन-धन खाते, A से आधार और M से मोबाइल तो वहीं अखिलेश यादव की सपा की भी एक JAM योजना है, जिसका अर्थ है – J से जिन्ना, A से आजम खान और M से मुख्तार। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को देश के विभाजन के गुनाहगार जिन्ना में महानता नजर आती है, इसलिए चुनाव आते ही उनको जिन्ना याद आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जनता को अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के समय में जिन्ना-आजम-मुख्तार वाला JAM नहीं, जन-धन, आधार और मोबाइल वाला JAM चाहिए। जाति-पाति, दंगे, वोट बैंक व तुष्टिकरण की राजनीति ही सपा, बसपा और कांग्रेस की राजनीति की पहचान है।

आजमगढ़ में विश्वविद्यालय के शिलान्यास के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जिस आजमगढ़ को सपा शासन में दुनिया भर में कट्टरवादी सोच और आतंकवाद की पनाहगार के रूप में जाना जाता था, उसी आजमगढ़ की भूमि पर आज विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। मैं चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश की इस पावन धरा को विदेशी आक्रान्तों से मुक्त करने वाले महाराजा सुहेलदेव के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नाम रखा जाय तो यह सही मायनों में महाराजा सुहेलदेव के प्रति हमारी एक विनम्र श्रद्धांजलि होगी।