प्रधानमंत्री ने रोजगार मेले का किया शुभारंभ

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75,000 नवनियुक्त व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 22 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रोजगार मेले— 10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान— का शुभारंभ किया। समारोह के दौरान 75,000 नवनियुक्त व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।

नियुक्त व्यक्तियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते आठ वर्षों में देश में रोजगार और स्वरोजगार का जो अभियान चल रहा है, आज उसमें एक और कड़ी जुड़ रही है। यह कड़ी है रोजगार मेला। श्री मोदी ने कहा कि आजादी के 75 साल को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार एक कार्यक्रम के तहत 75,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है।

रोजगार मेले का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि हमने तय किया कि एक बार में ही नियुक्ति पत्र देने की परंपरा शुरू की जानी चाहिए, ताकि परियोजनाओं को समय-सीमा के भीतर पूरा करने का सामूहिक स्वभाव विभागों में विकसित हो। आने वाले दिनों में भी अभ्यर्थियों को सरकार की ओर से समय-समय पर उनके नियुक्ति पत्र मिलते रहेंगे।

मुख्य बातें
• हमारे कर्मयोगियों के प्रयासों से सरकारी विभागों की दक्षता बढ़ी है
• पिछले 8 वर्षों में किए गए सुधारों की वजह से आज भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है
• देश में मुद्रा योजना जैसा व्यापक स्वरोजगार का कार्यक्रम पहले कभी लागू नहीं किया गया
• देश की युवा आबादी को हम अपनी सबसे बड़ी ताकत मानते हैं
• अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने के लिए केंद्र सरकार एक साथ कई मोर्चों पर काम कर रही है
• 21वीं सदी के भारत में सरकारी सेवा एक समय सीमा के भीतर लोगों को सेवा मुहैया कराने और कार्य को पूरा करने के प्रति एक वचनबद्धता है
• आप जब भी कार्यालय में प्रवेश करें तो हमेशा अपने ‘कर्तव्य पथ’ को ध्यान में रखें

श्री मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि केंद्रशासित प्रदेशों के साथ कई एनडीए शासित और भाजपा शासित राज्य भी इसी तरह के मेलों का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त व्यक्तियों से कहा कि अमृत काल में विकसित भारत के लिए संकल्प की सिद्धि के लिए हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ के रास्ते पर चल रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भरता के पथ पर ले जाने में हमारे इनोवेटर, एंटरप्रेन्योर, उद्यमियों, किसानों, सर्विसेस और मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े साथियों की बड़ी भूमिका है।
स्टार्टअप इंडिया अभियान

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान ने तो देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है। इसी तरह, महामारी के दौरान एमएसएमई क्षेत्र को बड़े पैमाने पर समर्थन दिया गया, जिससे लगभग 1.5 करोड़ रोजगार को बचाया जा सका।

श्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में देश का सबसे महत्वाकांक्षी मिशन है, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत। आज देश कई मामलों में एक बड़े आयातक से एक बहुत बड़े निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। अनेक ऐसे सेक्टर हैं, जिसमें भारत आज ग्लोबल हब बनने की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है।

गुजरात रोजगार मेला

गुजरात का एक वर्ष में 35 हजार पदों को भरने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 29 अक्टूबर को वीडियो संदेश के माध्यम से गुजरात रोजगार मेले को संबोधित किया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने धनतेरस दिवस पर कहा था कि विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इसी तरह के रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गुजरात तेजी से आगे बढ़ा है और आज गुजरात पंचायत सेवा बोर्ड से 5000 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं, 8000 उम्मीदवारों को गुजरात सब इंस्पेक्टर भर्ती बोर्ड और लोकरक्षक भर्ती बोर्ड से नियुक्ति पत्र मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि हाल के दिनों में गुजरात में 10 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए और अगले एक वर्ष में 35 हजार पदों को भरने का लक्ष्य रखा गया है।

जम्मू-कश्मीर रोजगार मेला

नई संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने का समय

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को वीडियो संदेश के माध्यम से जम्मू-कश्मीर रोजगार मेले को संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आज के दिन को जम्मू-कश्मीर के होनहार युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण दिन बताया।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 20 विभिन्न स्थानों पर सरकार में काम करने के लिए नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी तीन हजार युवाओं को बधाई दी। श्री मोदी ने कहा कि इन युवाओं को पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, पशुपालन, जल शक्ति और शिक्षा-संस्कृति जैसे विभिन्न विभागों में सेवा करने का अवसर मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने इस दशक को 21वीं सदी में जम्मू-कश्मीर के इतिहास का सबसे अहम दशक बताते हुए कहा कि अब समय पुरानी चुनौतियों को पीछे छोड़कर नई संभावनाओं का पूरा लाभ उठाने का है। मुझे खुशी है जम्मू-कश्मीर के नौजवान अपने प्रदेश के विकास के लिए, जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास के लिए बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं। श्री मोदी ने जोर देते हुए कहा कि यह हमारे युवा हैं जो जम्मू-कश्मीर में विकास की एक नई गाथा लिखेंगे।

महाराष्ट्र रोजगार मेला

केन्द्र सरकार ने राज्य के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को दी मंजूरी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तीन नवंबर को वीडियो संदेश के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार के रोजगार मेले को संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि इतने कम समय में रोजगार मेले के आयोजन से स्पष्ट है कि महाराष्ट्र सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि आने वाले समय में महाराष्ट्र में इस तरह के रोजगार मेलों का और विस्तार किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने दोहराया कि अमृत काल में देश ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य पर काम कर रहा है, जहां युवा अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि बदलते समय में नौकरियों का स्वरुप तेजी से बदल रहा है, सरकार भी विभिन्न प्रकार की नौकरियों के लगातार अवसर पैदा कर रही है।

श्री मोदी ने कहा कि मुद्रा योजना युवाओं को जमानत मुक्त ऋण दे रही है और 20 लाख करोड़ रुपये का ऋण पहले ही वितरित किया जा चुका है। इसी तरह, स्टार्ट-अप और एमएसएमई क्षेत्र को बड़े पैमाने पर सहायता दी जा रही है। महाराष्ट्र में युवाओं को इससे फायदा हुआ है।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार के प्रयासों की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोजगार और स्वरोजगार के ये अवसर दलित-पिछड़े, आदिवासी, सामान्य वर्ग और महिलाओं को समान रूप से उपलब्ध हो रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि आज सरकार देश भर में बुनियादी ढांचे, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में जो रिकॉर्ड निवेश कर रही है, उससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। महाराष्ट्र के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने बताया कि केन्द्र सरकार ने राज्य के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 225 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

मुख्य बातें
• महाराष्ट्र सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में मजबूत संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है
• नौकरियों का स्वरुप तेजी से बदल रहा है और सरकार भी लगातार विभिन्न प्रकार की नौकरियों के अवसर पैदा कर रही है
• रोजगार और स्वरोजगार के अवसर दलित-पिछड़े, आदिवासी, सामान्य वर्ग और महिलाओं को समान रूप से उपलब्ध हो रहे हैं
• केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र के लिए 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 225 परियोजनाओं को मंजूरी दी है