पार्टी कार्यकर्ताओं की शहादत कभी व्यर्थ नहीं जायेगी : अमित शाह

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जनरक्षा यात्रा केवल केरल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नहीं है, बल्कि देश भर में फैले हुए 11 करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं की यात्रा है। उन्होंने कहा कि हमें यह जनरक्षा यात्रा लेकर इसलिए निकलना पड़ रहा है, क्योंकि जब से केरल में सीपीआई (एम) गठबंधन की सरकार आई है, भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 13 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने 3 अक्टूबर को पयान्नूर, केरल में भाजपा एवं विचार परिवार के कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हिंसक हमलों के खिलाफ ‘जनरक्षा यात्रा’ की शुरुआत की। इसके पहले भाजपा अध्यक्ष ने थलिप्परंबा स्थित राज राजेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान् शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। तत्पश्चात् उन्होंने भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और इसके बाद उन्होंने शहीद भाजपा एवं विचार परिवार के कार्यकर्ताओं के परिवारजनों से मुलाक़ात की। ज्ञात हो कि 15 दिनों की यह जनरक्षा यात्रा आज पयान्नूर से शुरू होकर 17 अक्टूबर को तिरुअनंतपुरम से समाप्त होगी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जनरक्षा यात्रा केवल केरल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नहीं है, बल्कि देश भर में फैले हुए 11 करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं की यात्रा है। उन्होंने कहा कि हमें यह जनरक्षा यात्रा लेकर इसलिए निकलना पड़ रहा है, क्योंकि जब से केरल में सीपीआई (एम) गठबंधन की सरकार आई है, भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 13 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। उन्होंने कहा कि हम अपने कार्यकर्ताओं के विरोध में सत्याग्रह के रूप में जनरक्षा यात्रा लेकर निकलने वाले हैं। उन्होंने कहा कि आज से लेकर आने वाली 17 तारीख तक यह यात्रा पयान्नूर से लेकर तिरुअनंतपुरम तक होने वाली है और हर दिन केरल की जनता को वामपंथी हिंसा के खिलाफ एकजुट करने वाली है। उन्होंने कहा कि यात्रा के हर दिन कोई-न-कोई भाजपा के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री और संगठन के पदाधिकारी केरल के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमारे शहीद कार्यकर्ताओं की याद में पैदल मार्च करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि कल से लेकर 16 अक्टूबर तक दिल्ली में भी हर दिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पदयात्रा निकालेंगे और सीपीएम कार्यालय के बाहर धरना देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और असम से लेकर गुजरात तक पूरे देश में हर राज्य की राजधानी में भी एक-एक दिन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पैदल मार्च निकालकर कम्युनिस्ट हिंसा के खिलाफ सत्याग्रह करने वाले हैं।

श्री शाह ने कहा कि हम जनरक्षा यात्रा कन्नूर जिले से इसलिए निकाल रहे हैं, क्योंकि यह केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री का जिला है, कम्युनिस्ट पार्टी के सेक्रेटरी का जिला है और राज्य में लेफ्ट गठबंधन की सरकार बनने के बाद इसी जिले में सबसे ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और हिंसा की घटनाएं हुई है। उन्होंने कहा कि मैं आज केरल की जनता को यह भी याद दिलाने आया हूं कि केरल की भूमि शांति की भूमि रही है, समाज सुधार की भूमि रही है, यहां पर कभी आदि शंकराचार्य, स्वामी श्री नारायण गुरुदेव, शुभानंद स्वामी, ब्रह्मानंद स्वामी जैसे मनीषी हुए हैं, जिन्होंने यहां पर समाज सुधार एवं जनचेतना का आंदोलन चलाया था। उन्होंने कहा कि शांति और सद्भाव की यह पावन भूमि रक्तरंजित क्यों हो गई है? यह परिवर्तन कैसे आया है? उन्होंने कहा कि जब से केरल में कम्युनिस्ट पार्टी का उदय हुआ है, तब से यहां राजनीतिक हिंसा की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि न सिर्फ केरल, बल्कि जहां-जहां कम्युनिस्टों का शासन रहा, जहां-जहां वामपंथी पार्टी मजबूत हुई, उन सभी राज्यों में राजनीतिक हिंसा का निरंतर दौर चला है चाहे वह पश्चिम बंगाल हो, त्रिपुरा हो या फिर केरल क्योंकि इन सभी जगहों पर लंबे समय तक कम्युनिस्ट पार्टी का शासन रहा है। उन्होंने कहा कि केरल में हिंसा का दौर कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि केरल में जब-जब कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार आती है, हिंसा का दौर शुरू हो जाता है, अब तक भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 120 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या कर दी गई है। उन्होंने कहा कि अकेले मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन के जिले में हमारे 84 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को शहीद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं आज इस मंच से मुख्यमंत्री विजयन जी से पूछना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री जी, इन 84 कार्यकर्ताओं के खून का धब्बा किसके कपड़े पर लगा है, आपके पास यदि इसका कोई जवाब नहीं है तो मैं यह बता देना चाहता हूं कि इन सारी निर्मम हत्याओं की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री विजयन की है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं देश भर में फैले हुए ह्यूमन राइट्स के चैम्पियंस से भी पूछना चाहता हूं, केरल में जब हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या होती है, तब आपको असहिष्णुता क्यों नहीं दिखाई पड़ती है, तब आप क्यों अपनी आंखें मूंद लेते हैं, क्यों तब दिल्ली में जुलूस नहीं निकलता, क्यों तब कैंडल मार्च नहीं निकलता, जब हमारे शहीद कार्यकर्ता भाई रामचंद्रन की बेटी देवांगना वंदे मातरम् गाते वक्त अपने पिता को याद करते हुए भूल जाती है तब क्यों आपकी आंखों में पानी नहीं आता? उन्होंने कहा कि ह्यूमन राइट्स के चैम्पियंस को सेलेक्टिव असहिष्णुता का ढोंग बंद करना पड़ेगा और शांति में विश्वास रखने वाले सभी लोगों को हिंसा के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं ह्यूमन राइट्स के सभी चैम्पियन से अपील करना चाहता हू्ं कि आप इस मान्यता को अपने दिमाग से निकाल दें कि लाल रंग की हिंसा हिंसा नहीं होती। उन्होंने कहा कि हिंसा हिंसा होती है, चाहे कोई भी करे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के 120 से अधिक कार्यकर्ता केरल में शहीद हो गए हैं, आखिर क्या दोष था उनका, वे तो अपनी विचारधारा को लेकर आगे बढ़ रहे थे, वे तो भारत माता के कल्याण के लिए काम कर रहे थे, वे तो केरल में एक राष्ट्रवादी सोच को लेकर आगे बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या पर मुख्यमंत्री पिन्नाराई विजयन की चुप्पी उनकी निष्ठा पर कई सवाल खड़े करती है।
श्री शाह ने कहा कि मैं आज शहीद परिवारों के परिवारजन के साथ मुलाक़ात कर रहा था, उनसे परिचय प्राप्त कर रहा था। उन्होंने कहा कि मुझे बताते हुए एक ओर तो गर्व भी हो रहा है, वहीं दूसरी ओर अपार दुःख भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि कई परिवार ऐसे हैं, जिनके एक ही परिवार में से दो-दो, तीन-तीन लोगों की हत्या कर दी गई और चौथा सदस्य भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के साथ खड़ा हुआ दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ता शहीद पार्टी कार्यकर्ताओं को याद करके, उनसे प्रेरणा लेते हुए हिंसा के खिलाफ लड़ाई को लड़ने के लिए कटिबद्ध है, पार्टी कार्यकर्ताओं की शहादत कभी व्यर्थ नहीं जायेगी।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कुछ ही दिन पहले अभी-अभी पंडित दीनदयाल जन्मशती वर्ष समाप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती वर्ष में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को देश के कोने-कोने में करोड़ों लोगों तक पहुंचाने का काम किया है। देश भर में 8 लाख से अधिक बूथों तक हमारे कार्यकर्ता पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे 120 कार्यकर्ता जिस विचारधारा के लिए शहीद हुए हैं, उस विचारधारा को देश में व्यापक स्तर पर फैलाने का काम तेजी से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री विजयन जी को कहना चाहता हूं कि विजयन जी, आप हिंसा का कीचड़ जितना उछालोगे, कमल उतना ही तेजी से खिलकर और निखर कर बाहर आयेगा। उन्होंने कहा कि केरल में हमारे 120 से अधिक कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है, कई लोगों के घर जला दिए गए हैं। कई लोगों को अपाहिज कर दिया गया है, भाजपा एवं संघ के कार्यालय जलाए गए हैं, मैं आज केरल भारतीय जनता पार्टी और विचार परिवार के सभी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि केरल में हिंसा के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की लड़ाई अंत तक जारी रहेगी और भाजपा इसको जीत कर ही दम लेगी।

श्री शाह ने कहा कि हिंसा का रास्ता हमारा रास्ता नहीं है, जनजागृति और जनता को जोड़ना हमारा रास्ता है, हम इसी रास्ते के पथिक हैं और इस पथ पर डटे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपनी विचारधारा के आधार में केरल की जनता में जागृति लायें, देश भर में जनजागृति लायें, बुद्धिजीवियों को जगाएं और इस कम्युनिस्ट हिंसा के खिलाफ सब को एकजुट करें। उन्होंने कहा कि केरल में भी भारतीय जनता पार्टी का कमल खिलाएं, यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए।