साईं से मिलती है जनसेवा की प्रेरणा : नरेन्द्र मोदी

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शिरडी के साईं बाबा को समाधि लिए हुए 19 अक्टूबर को 100 साल पूरे हुए। इस विशेष अवसर पर शिरडी में संपन्न एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित रहे। शिरडी पहुंचकर श्री मोदी ने पूजा-अर्चना की और विशेष आरती में भी शामिल हुए। इसके बाद यहां नए भवन, 159 करोड़ रुपये की लागत से विशाल शैक्षणिक भवन, प्लेनेटोरियम, वैक्स म्यूजियम, साईं उद्यान और थीम पार्क समेत अन्य प्रमुख परियोजनाओं का लोकार्पण करने के साथ ही भूमिपूजन भी किया।

प्रधानमंत्री ने ओम साईंनाथ से अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने देशवासियों को विजयादशमी की बधाई देते हुए कहा, ‘जैसे सब अपनों के साथ त्योहार मनाना चाहते हैं, वैसे ही मेरा प्रयास रहता है कि हर त्यौहार देशवासियों के बीच जाकर मनाऊं। आपका अपनत्व ही मेरी सामर्थ्य है और आपका प्यार मुझे शक्ति देता है।’

उन्होंने कहा, ‘थोड़ी देर पहले मैंने साईं बाबा के दर्शन किए और आशीर्वाद मिला। मैं जब भी उनके दर्शन करता हूं, जनसेवा की भावना और इसके लिए खुद को समर्पित करने का उत्साह मिलता है।’ उन्होंने कहा, ‘शिरडी तात्या पाटील, माधवराव देशपांडे और तुकाराम जैसे महापुरुषों की धरती है और मैं इन्हें नमन करता हूं।’

साईं महिमा पर श्री मोदी ने कहा, ‘सबका मालिक एक है, साईं के ये चार शब्द समाज को एक करने का सूत्र वाक्य बन गए हैं। साईं समाज के थे और समाज साईं का था।’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए कई योजनाओं का आज पावन जगह से शिलान्यास किया, इसके लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है।

प्रधानमंत्री ने यहां शुभारंभ हुईं योजनाओं को लेकर कहा कि इस दशहरा साईं बाबा ट्रस्ट की ओर से मिले ये अनेक तोहफे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं खुश हूं कि मुझे राज्य के करीब ढाई लाख भाई-बहनों को उनका घर सौंपने का अवसर मिला है। एक साथ गृहप्रवेश कराने जैसी गरीब भाई-बहनों की सेवा से बढ़कर दशहरे की पूजा और क्या हो सकती है।’

आवास योजना को लेकर श्री मोदी ने कहा, ‘बीते चार साल में गरीब को झुग्गी से निकालकर घर देने का काम किया गया है। पहले भी कोशिशें हुईं, लेकिन उन कोशिशों का लक्ष्य घर देने के बजाय एक विशेष परिवार का प्रचार करना था।’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब किसी योजना में राजनीतिक स्वार्थ के बजाय सिर्फ गरीब का कल्याण होता है, तो काम की गति कैसे बढ़ती है यह सामने है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पिछली सरकार ने चार साल में 25 लाख घर बनाए थे और हमने अपने चार साल में एक करोड़ 25 लाख घर बनाए हैं। इतने के लिए उन्हें 20 साल लग जाते और आपको इंतजार करना पड़ता।’ उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 2022 तक घर व्यक्ति को उसका पक्का घर देने का है और अगर नीयत साफ हो, भावना अच्छी हो, तो उन्हीं संसाधनों और उन्हीं लोगों के साथ काम तेज गति से होता है।

कांग्रेस को घेरते हुए श्री मोदी ने कहा कि पहले एक परिवार के प्रचार के लिए घर बनते थे। उन्होंेने कहा कि उनकी सरकार ने चार साल में गरीब को झुग्गी से निकालकर घर देने का काम किया है, जबकि पहले इस तरह के प्रयास का उद्देश्य एक विशेष परिवार के नाम का प्रचार करना अधिक होता था। इस दौरान श्री मोदी ने राजग सरकार की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।

संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि देश के हर गरीब को घर देना हमारी सरकार का लक्ष्य है। जनसेवा में शिरडी का उदाहरण सबसे आगे है। गरीबों के कल्याण के लिए शिरडी से बेहतर जगह और कोई नहीं।