संचार साथी पोर्टल का शुभारंभ, घर बैठे ब्लॉक और ट्रैक कर सकेंगे चोरी हुआ फोन

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मोबाइल फोन का दुरुपयोग कर पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, बैंकिंग धोखाधड़ी जैसे विभिन्न धोखे भी हो सकते हैं। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है

उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और संरक्षा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल भारत के दृष्टिकोण का अभिन्न अंग है। इस दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए संचार, रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने 16 मई को संचार साथी पोर्टल का शुभारंभ किया।

श्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए आज तीन सुधार किए जा रहे हैं :

• सीईआईआर (सेंट्रलाइज्ड इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर) – चोरी/खोए मोबाइल ब्लॉक करने के लिए।
• अपने मोबाइल कनेक्शन को जानें – अपने नाम से रजिस्टर्ड मोबाइल कनेक्शन को जानने के लिए।
• एएसटीआर (टेलीकॉम सिम ग्राहक सत्यापन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेशियल रिकग्निशन पावर्ड सॉल्यूशन)- धोखाधड़ी करने वाले सब्सक्राइबर्स की पहचान करने के लिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोबाइल फोन का दुरुपयोग कर पहचान की चोरी, जाली केवाईसी, बैंकिंग धोखाधड़ी जैसे विभिन्न धोखे भी हो सकते हैं। ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए इस पोर्टल को विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ता सुरक्षा ड्राफ्ट टेलीकॉम बिल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।

संचार साथी पोर्टल का उपयोग करके अब तक धोखाधड़ी करने वाले 40 लाख से अधिक कनेक्शन की पहचान की गई है और 36 लाख से अधिक ऐसे जुड़ावों को अब तक बंद कर दिया गया है।