पुलवामा में आतंकी हमला : व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान

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जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी को बड़ा आतंकी हमला हुआ। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए और लगभग दो दर्जन जवान जख्मी हो गए।

हमले को पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती ने अंजाम दिया। उसने 320 किलो विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो को सीआरपीएफ के काफिले में शामिल जवानों से भरी एक बस को टक्कर मारकर उड़ा दिया। काफिले में शामिल तीन अन्य वाहनों को भी भारी क्षति पहुंची। आतंकियों का निशाना बना वाहन सीआरपीएफ के काफिले का हिस्सा था। सुबह जम्मू से चले इस काफिले में 60 वाहन थे, जिनमें 2547 जवान थे। जैसे ही काफिला जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर गोरीपोरा (अवंतीपोरा) के पास पहुंचा, तभी अचानक एक कार तेजी से काफिले में घुसी और आत्मघाती कारचालक ने सीआरपीएफ की 54वीं वाहिनी की बस को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही धमाका हो गया।

पुलवामा जिले में हुए इस आतंकी हमले से पूरे देश में उबाल है। सभी शहरों में लोग सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर लोगों ने आंतकवाद और पाकिस्तान का पुतला भी फूंका।

राजनाथ सिंह ने शहीदों के शवों को कंधा देकर दी श्रद्धांजलि

केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों के शवों को कंधा देकर उनको परंपरागत तरीके से श्रद्धांजलि दी। इस आतंकी हमले पर श्री सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि जवानों की इस शहादत का बदला लिया जाएगा।

100 घंटे के भीतर ही पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड हुआ ढेर

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए 40 जवानों का पहला बदला भारत की सेना ने ले लिया। 18 फरवरी को पुलवामा में ही हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने पुलवामा आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता गाजी राशिद उर्फ कामरान को मौत के घाट उतार दिया। सिर्फ 100 घंटे के भीतर ने सेना ने इस मोस्टवांटेड आतंकी को उसके किए की सजा दे दी। गाजी के अलावा एक लोकल जैश-ए-मोहम्मद आतंकी हिलाल को मारा गया।

भारत के साथ आए दुनिया के बड़े देश, अकेला पड़ा पाक

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया के बड़े देशों ने आतंकवाद से मुकाबले में भारत के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और इस घड़ी में साथ खड़े रहने की बात कही। 15 फरवरी को दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय में जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। विदेश सचिव ने कुल 25 देशों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और पुलवामा हमले की जानकारी दी। इस बैठक में पी-5 देशों, पाकिस्तान को छोड़कर सभी दक्षिण एशियाई देश और अन्य बड़े देशों (जैसे जापान, जर्मनी, रिपब्लिक ऑफ कोरिया) ने शिरकत की।

इन देशों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। विदेश मंत्रालय की इस बैठक में जर्मनी, हंगरी, इटली, यूरोपियन यूनियन, कनाडा, ब्रिटेन, इजराइल, ऑस्ट्रेलिया, जापान, साउथ कोरिया, स्लोवाकिया, स्विडन, फ्रांस, स्पेन और भूटान के प्रतिनिधि शामिल हुए। इनके अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान और नेपाल के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश, भूटान और श्रीलंका ने भी पुलवामा आतंकवादी हमले की निंदा की।

अमेरिका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, सऊदी अरब, श्रीलंका, दक्षिण कोरिया और बांग्लादेश सहित दुनिया के कई बड़े देशों ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ‘मैं भारतीय साझेदारों के साथ आतंकवाद से मुकाबले में सहयोग को मजबूत करने की अपनी इच्छा दोहराता हूं। रूस में हम भारत के मित्रवत लोगों का दु:ख साझा करते हैं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद करते हैं।’

अमेरिका ने भी पुलवामा हमले की निंदा की। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा, ‘अमेरिका पाकिस्तान से अपील करता है कि वह अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले ऐसे सभी आतंकवादी संगठनों को समर्थन और पनाह देना तुरंत बंद करे जिनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में अव्यवस्था, हिंसा और आतंक फैलाना है।’ उन्होंने कहा, ‘यह हमला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका और भारत के सहयोग एवं साझेदारी को और बढ़ाने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाता है।’

ऑस्ट्रेलिया के राजनीतिक नेताओं ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा की। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा, ‘हम पीड़ितों के परिजन और सभी घायलों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। हमारे विचार मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय लोगों के साथ हैं।’

सऊदी अरब ने भी आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ खड़े होने की बात कही। सऊदी अरब ने पुलवामा में जैश-ए- मोहम्मद की ओर से किए गए आत्मघाती हमले को ‘कायराना’ हरकत करार दिया।

फ्रांस ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही। वहां के विदेश मंत्री ज्यां-यीव्स ली द्रियां ने भारत के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए कहा, ‘फ्रांस आतंकवाद से मुकाबले में हमेशा भारत के साथ रहा है और रहेगा।’ वहीं, नेपाल ने कहा, ‘वह आतंकवाद के सभी स्वरूपों की स्पष्ट शब्दों में निंदा करता है और मानता है कि ऐसे जघन्य कृत्यों को किसी आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता।’ इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी इस हमले की निंदा की और कहा कि यूएई हिंसा एवं आतंकवाद के सभी स्वरूपों को खारिज करता है।

चीन ने भी हमले की निंदा की। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘चीन आत्मघाती हमले की खबरों से वाकिफ है। हम इस हमले से गहरे सदमे में हैं और मृतकों तथा घायलों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं।’ गेंग ने कहा, ‘हम आतंकवाद के किसी भी रूप की कड़ी निंदा और पुरजोर विरोध करते हैं। उम्मीद है कि संबंधित क्षेत्रीय देश आतंकवाद से निपटने के लिए एक दूसरे का सहयोग करेंगे और इस क्षेत्र में शांति और स्थायित्व के लिए मिलकर काम करेंगे।”

दक्षिण कोरिया ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हम 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं और हमले में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करते हैं।’ दक्षिण कोरिया ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ एक अपराध है, जिसे किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं ठहराया जा सकता। इसे समाप्त किया जाना चाहिए। हम आतंकवाद को मिटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सक्रिय रूप से काम करना जारी रखेंगे।

कायराना आतंकी प्रयासों को परास्त करने के लिए कड़ा जवाब दिया जाएगा : अमित शाह

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए शहीद जवानों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्री शाह ने कहा कि यह हमला काफी दु:खद है। यह एक कायराना हमला है। उन्होंने कहा कि हमारी संवेदना हमारे वीर जवानों के परिवार के साथ है। हमारी सेना दृढ़ता के साथ आतंकियों को जवाब देती रहेगी और उनका सफाया करके रहेगी।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने शुरू से ही आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कायराना आतंकी प्रयासों को परास्त करने के लिए कड़ा जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री जी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि हमले में शहीद हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। पूरा देश शहीदों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

 

पुलवामा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले की मैं भर्त्सना करता हूं। शहीदों के शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मेरी शोक-संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। पूरा देश आतंक और क्रूरतापूर्ण शक्तियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है।

– रामनाथ कोविंद, राष्ट्रपति

 

हमें अपनी एकता और अखंडता की रक्षा करनी है। हमें मुश्किल घड़ी में एकजुट रहना होगा। मैं देश के लोगों खासकर युवा पीढ़ी से देश की सेना के साथ खड़े रहने की अपील करता हूं। हमें विश्वास है कि हमारे फौजी सही समय पर उन्हें सबक सिखाएंगे।

– वेंकैया नायडू, उपराष्ट्रपति