‘तेलंगाना सरकार ने मादिगा समुदाय के साथ ही हर किसी से विश्वासघात किया है’

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सिकंदराबाद (तेलंगाना)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11 नवंबर, 2023 को तेलंगाना के सिकंदराबाद में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि तेलंगाना आज इतिहास के एक बेहद अहम मोड़ पर है। दशकों के आंदोलन के बाद 10 साल पहले जो सरकार यहां बनी, वो तेलंगाना के गौरव और सम्मान की रक्षा नहीं कर पाई। इन सालों में तेलंगाना सरकार ने मादिगा समुदाय के साथ ही हर किसी से विश्वासघात किया है। जब आंदोलन के समय वादा किया गया था कि किसी दलित को ही तेलंगाना का पहला सीएम बनाया जाएगा। लेकिन जैसे ही राज्य बन गया, दलितों की आकांक्षाओं को कुचलकर केसीआर ने सीएम की कुर्सी पर कब्जा कर लिया।

श्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में भी कांग्रेस और बीआरएस अलग नहीं हैं। भारत में राज्य, विकास योजनाओं के लिए दूसरे राज्यों के साथ Cooperation करते हैं, लेकिन बीआरएस की सरकार ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपये के शराब घोटाले को अंजाम दिया। ये लोग काम में नहीं, Corruption में Cooperation करते हैं। उन्होंने कहा कि बीआरएस ने दलित बंधु स्कीम के तहत हजारों करोड़ रुपये देने की बात कही थी। लेकिन इसका लाभ किसे हुआ? सच्चाई ये है कि ये स्कीम बीआरएस विधायकों के रिश्तेदारों की स्कीम बन गई है। कोर्ट तक को ये कहना पड़ा कि दलित बंधु स्कीम के लाभार्थियों का चयन निष्पक्ष होना चाहिए। यहां की सरकार ने किसानों के लोन माफ करने का भी वादा किया था, लेकिन किसानों को इसका भी लाभ नहीं मिला। यहां की सरकार ने Irrigation Schemes के बदले आप लोगों को Irrigation Scams दिए हैं।

गरीबों और वंचितों के कल्याण पर जोर देते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। भाजपा जिस मंत्र पर चलती है, वो सबका साथ, ‘सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ है। हमारी सरकार सोशल जस्टिस-सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हम तेलंगाना की धरती के महान सपूत गुर्रम जशुवा जी और उनके सामाजिक न्याय के कार्यों को अपनी प्रेरणा मानते हैं।

उन्होंने कहा कि इंडी अलायंस में शामिल बिहार के मुख्यमंत्री जातिवादी राजनीति का झंडा लेकर घूमते हैं। अभी हमने दो दिन पहले ही देखा है कि बिहार के उन्हीं सीएम ने विधानसभा में एक वरिष्ठ दलित नेता और वहां के पूर्व मुख्यमंंत्री जीतन राम मांझी जी का अपमान किया है, जो दलितों में भी अति दलित हैं। बहुत ही निर्लज्जता के साथ यह जताने की कोशिश की गई कि जीतन बाबू सीएम पद के योग्य नहीं थे।

बीआरएस और कांग्रेस की तुलना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि तेलंगाना के मादिगा समुदाय को जितना बीआरएस से सतर्क रहना है उतना ही कांग्रेस से भी सावधान रहना है। बीआरएस तो दलित विरोधी है ही कांग्रेस भी उससे रत्ती भर कम नहीं है। बीआरएस ने नए संविधान की मांग करके बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया है तो कांग्रेस का इतिहास भी कुछ ऐसा ही रहा है। ये कांग्रेस ही है जिसने बाबा साहेब का पीठ पीछे विरोध करके उन्हें दो बार चुनाव नहीं जीतने दिया। कांग्रेस ने दशकों तक पुरानी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में न तो बाबा साहब की फोटो लगने दी और न ही उनको भारत रत्न दिया।

श्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि तेलंगाना की इस विकास यात्रा में मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे भाजपा भली-भांति समझती है और वह जल्द से जल्द इस अन्याय का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध है। जल्द ही एक कमेटी का गठन करेंगे, जो इस समुदाय के सशक्तीकरण का नया रास्ता बनाएगी। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने जो संविधान बनाया और संविधान ने जिस सामाजिक न्याय का दायित्व हमें दिया है, हम उसे हर हाल में सुनिश्चित करेंगे। पूरी मजबूती के साथ हमारी सरकार मादिगा समुदाय के साथ खड़ी रही है और खड़ी रहेगी।