‘सुरक्षित व सस्ते टीके के विकास हेतु दुनिया की नजर भारत की तरफ’

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केंद्र सरकार समग्र टीकाकरण रणनीति विकसित कर रही है और विश्व सस्ते और सुरक्षित टीके के विकास के लिए भारत की तरफ देख रहा है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में 4 दिसंबर को आयोजित सर्वदलीय बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया। इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया। श्री मोदी ने कहा कि सरकार समग्र टीकाकरण रणनीति विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्व सस्ते और सुरक्षित टीके के विकास के लिए भारत की तरफ देख रहा है।

भारत कोविड-19 टीकाकरण के लिए तैयार

प्रधानमंत्री ने हाल ही में कोविड-19 वैक्सीन निर्माण के 3 केन्द्रों अहमदाबाद, पुणे और हैदराबाद के दौरे में हुए अनुभव साझा करते हुए कहा कि तीन स्वदेशी टीकों समेत कुल 8 संभावित टीके भारत में परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं।

श्री मोदी ने कहा कि संभावना है कि कोविड-19 का टीका आगामी कुछ हफ्तों में उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे ही वैज्ञानिक इस टीके को स्वीकृति देते हैं भारत में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर ऐसे समूहों की पहचान कर रही है जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर टीके लगाए जाएंगे, जिसमें स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी तथा अधिक जोखिम वाली आम जनता जैसे वृद्ध और बीमारियों से पीड़ित लोग शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि टीकाकरण की व्यवस्था को प्रभावी करने के प्रयास के क्रम में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के आंकड़ें, टीकों के संग्रहण के लिए ठंडे बक्सों की व्यवस्था, सिरिंज और नीडल की खरीद की तैयारी अगले चरण में हैं।

प्रधानमंत्री ने भारत की टीका वितरण में विशेषज्ञता और टीकाकरण के एक अनुभवी एवं बड़े नेटवर्क तथा क्षमता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह कोविड-19 टीकाकरण में भी हमारी मदद करेगा। राज्य सरकारों के साथ साझेदारी से अतिरिक्त कोल्ड चेन तथा अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। गौरतलब है कि टीके के प्रशासन और वितरण के संबंध में कोविड-19 टीका सूचना तंत्र को-विन तैयार किया जा चुका है और जिला तथा राज्य स्तर के पदाधिकारियों और अन्य पक्षों के साथ इसका परीक्षण जारी है।

टीकाकरण अभियान के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह का गठन

केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों की सदस्यता वाले एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह का गठन किया गया है, जो कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित अभियान से जुड़ी जिम्मेदारियों को संभालेगा। राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय आवश्यकताओं के अनुसार समग्रता में फैसला करेगा।

भारत ने महामारी के खिलाफ संघर्ष में अदम्य इच्छाशक्ति दिखाई

प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि भारतीयों ने इस महामारी से मुकाबले में अदम्य इच्छाशक्ति प्रदर्शित की। इस समूची लड़ाई में भारतीयों द्वारा दिखाया गया धैर्य, साहस और दृढ़ता अतुलनीय है। उन्होंने आगे कहा कि हमने न सिर्फ भारतीय नागरिकों को सुरक्षित करने के प्रयास किए, बल्कि अन्य देशों के नागरिकों की भी हिफाजत में मदद की। भारत ने वैज्ञानिक कार्य प्रणाली अपनाई जिससे भारत में कोविड-19 से संबंधित परीक्षण को तेज़ किया जा सका। इससे न सिर्फ पॉजिटिव दर में कमी आई, बल्कि कोविड-19 से हो रही मृत्यु दर में भी कमी दर्ज की गई।
श्री मोदी ने सभी पार्टियों के नेताओं को कोविड-19 लड़ाई में उनके मूल्यवान योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के सहयोग से जन आंदोलन और जन भागीदारी ही भारत में टीकाकरण प्रयासों की सफलता के महत्वपूर्ण कारक हैं। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से पुनः आग्रह किया कि इस वायरस के खिलाफ जारी बचाव के उपायों में ढिलाई बिल्कुल भी न बरतें।

सर्वदलीय बैठक में जिन पार्टियों ने हिस्सा लिया उसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), बीजू जनता दल, शिवसेना, टीआरएस, बीएसपी, एसपी, एआईएडीएमके और बीजेपी शामिल थीं। सभी पार्टियों के नेताओं ने प्रभावी और तेज टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए अपने पूर्ण सहयोग का प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया। उन्होंने कोविड-19 महामारी के मुकाबले में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की प्रशंसा की और टीके को विकसित करने के प्रयासों के लिए वैज्ञानिक समुदाय तथा टीका उत्पादकों की सराहना की।