आज बिना बिचौलिए के पैसे गरीब के खाते में सीधे जमा हो रहे हैं : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 7 फरवरी को लोक सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का उत्तर दिया और कहा कि आज भारत साढ़े चार सालों में 11 वें नम्बर की अर्थव्यवस्था से छठे नंम्बर पर पहुंच गया है। भारत में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आ रहा है। मेक इन इंडिया की ताकत, मैन्युफेक्चरिंग के नए प्रतिमान प्रस्थापित कर रही है। यहां प्रस्तुत है उनके उत्तर के मुख्य अंश:

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 7 फरवरी को लोक सभा में कहा कि मैं माननीय राष्ट्रपति जी के अभिभाषण पर उन्हें धन्यवाद देने के लिए उपस्थित हुआ हूं। आज इस चर्चा में अनेक आदरणीय सदस्यों ने अपने विचार रखे हैं। जब हम न्यू इंडिया की बात करते हैं तो एक आशा और विश्वास की बात करते हैं। यह भी सही है कि आशा और विश्वास की बात वे ही कर सकते हैं, जो आशा और विश्वास से भरे हुए होते हैं। विपरीत परिस्थितियों में विकास की आस ही देश को आगे ले जाती है। भारत साढ़े चार सालों में 11 वें नम्बर की अर्थव्यवस्था से आज छठे नंम्बर पर पहुंच गया है। पहले की तुलना में सबसे ज्यादा फॉरेन डायेरेक्ट इनवेस्टमेंट आज भारत में आ रहा है। मेक इन इंडिया की ताकत, मैन्युफेक्चरिंग के नए प्रतिमान प्रस्थापित कर रही है।

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टील प्रोडयूसर आज भारत है। दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन बनाने वाला भारत है। दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटो मोबाइल मैन्युफेक्चरर आज हिन्दुस्तान है। फसलों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन आज भारत कर रहा है। इंटरनेट डेटा सबसे सस्ता और सबसे ज्यादा कनजम्प्शन अगर दुनिया में कहीं है तो हिन्दुस्तान में है। स्टार्टअप इको सिस्टम ने अपनी जड़ें जमाई हैं। एविएशन सेक्टर सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहा है।

यह आरोप लगाया जाता है कि सरकार संस्थाओं को खत्म कर रही है। मुझे लगता है कि विचार करने की आवश्यकता है। देश में आपातकाल थोपा कांग्रेस ने, सेना को अपमानित किया कांग्रेस ने और कहते हैं कि सरकार बर्बाद कर रही है। सभी राजनीतिक दल चुनाव आयोग के निर्णयों को मान कर चले हैं। आज हम उसको बर्बाद करने में लगे हुए हैं। न्यायपालिका को कांग्रेस धमकाती है। कांग्रेस पार्टी ने योजना आयोग को ‘जोकरों का समूह’ कहा। धारा 356 का दुरुपयोग करीब-करीब सौ बार आपने किया। इतना ही नहीं, बल्कि आप मंत्रिमंडल के निर्णय को प्रेस कांफ्रेस में जाकर काट देते थे।

हमारी सरकार ने स्वच्छता का दायरा बढ़ाने, शौचालयों का निर्माण करने, गैस कनेक्शन बांटने, गरीबों के बैंक खाते खोलने, गांवों में बिजली पहुंचाने इत्यादि क्षेत्रों में 55 महीनों में जो कार्य किया है, वह अभूतपूर्व है। देश अनुभव कर रहा है कि जब पूर्ण बहुमत वाली सरकार होती है तो कितने निर्णय कर सकती है। पैसे गरीब के खाते में सीधे जमा हो रहे हैं, बिचौलिए नहीं हैं। गांवों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचाने का कार्य 2004 से आपने शुरू किया, 2014 में पहुंचते-पहुंचते 59 गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी थी, वह 55 महीने की हमारी सरकार में 1 लाख 16 हजार गांवों में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी पहुंच गई।
आपके समय कॉमन वैल्थ घोटाला हुआ। 2जी स्पैक्ट्रम घोटाला हुआ। बैंकिंग व्यवस्था में सिफारिश के बल पर पैसे पहुंच जाते थे। स्वतंत्रता के बाद, 2008 तक बैंकों ने कुल 18 लाख करोड़ रुपयों का कर्ज दिया। वर्ष 2008 से 2014 तक, छः साल में यह बढ़कर 52 लाख करोड़ रुपए हो गए। यह फोन बैंकिंग का परिणाम था। 2014 के बाद एक नया एनपीए नहीं बढ़ रहा है। हम कानून ऐसे लाए हैं कि 3 लाख करोड़ रुपए वापस आने शुरू हुए हैं। हमने 7 लाख करोड़ रुपए मुद्रा योजना से दिए और उन्होंने स्व-रोजगार खड़ा किया।

कांग्रेस ने सेना को एक प्रकार से निहत्था बना दिया था। 2009 में भारतीय सेना ने बुलेट प्रूफ जैकेट्स की मांग की, 2014 तक बुलेट प्रूफ जैकेट्स नहीं खरीदी गई। 2016 में हमने 50 हजार बुलेट प्रूफ जैकेट्स की खरीद की। जुलाई, 2016 में हमने 83 तेजस विमान खरीदने की स्वीकृति दे दी। कांग्रेस की पिछली सरकार ने पिछले दस सालों में सेना, वायु सेना और नेवी की आवश्यकताओं को नजरअंदाज किया, जबकि हमारे पड़ोस में युद्ध सामर्थ्य बढ़ता चला जा रहा है। यह देश के साथ विश्वासघात था।

राफेल के बारे में मुझे यही करना है कि कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती है कि हमारी वायु सेना मजबूत हो। जहां तक काले धन का सवाल है, भ्रष्टाचार का सवाल है, हम आज भी जीरो टोलरेंस के साथ प्रतिबद्ध हैं। हमारे हाथ-पैर कहीं फंसे हुए नहीं हैं न हमें किसी पर एहसान करना है और न किसी के एहसान पर हम जिंदा हैं। इसलिए जी जान से काला धन हो या भ्रष्टाचार हो, उसके खिलाफ लड़ाई लड़ने का मादा रखते हैं। हमने आठ करोड़ लोगों को जो दलाली लेते थे, आधार की व्यवस्था द्वारा बाहर कर दिया। बेनामी सम्पत्ति का कानून बनाया और बेनामी सम्पत्ति आज जब्त हो रही है।

नोटबंदी के बाद तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद हो गई। हमारी सरकार के प्रयासों के चलते 20 हजार से ज्यादा संगठनों ने अपनी दुकान बंद कर दीं, जो विदेशों से धन लेते थे। ये संस्थाएं सीमावर्ती गांवों, संसद और न्याय प्रक्रिया पर प्रभाव डाल रही थीं। आज यहां सदन में महंगाई को लेकर भी कुछ बातें हुई हैं। जब श्रीमती इंदिरा गांधी जी प्रधानमंत्री थी तो इन्फ्लेशन 20 प्रतिशत से ज्यादा था। पिछली सरकार के समय 10 प्रतिशत से ज्यादा इंफ्लेशन था। बीते 4.5 वर्ष में महंगाई की दर 4 प्रतिशत रही है। एवरेज टैक्स जीएसटी से पहले 30 प्रतिशत से ज्यादा हुआ करता था। आज 99 प्रतिशत सामान या उससे ज्यादा सामान पर टैक्स 18 परसेंट या उससे कम आया है।

इस बजट में भी इनकम टैक्स के तहत पांच लाख रुपए पर राहत देने का काम हमने किया है। एजुकेशन लोन पर ब्याज 15 प्रतिशत से घटाकर 11 प्रतिशत हमने किया है। उसी प्रकार से आवास लोन पर ब्याज दर कम की गई है। एलईडी बल्व का मूल्य 300 रुपए से घटकर आज 60-70 रुपए पर आ गया है। इसके कारण देश में 50 हजार करोड़ रुपए की बिजली का बिल लोगों का कम हुआ है। दिल की बीमारी के स्टेंट हमने सस्ते कर दिए। नी-इम्प्लांट का काम सस्ता हो गया है। हम मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा डिस्ट्रिक्ट लेवल तक लेकर गए हैं।

पांच हजार से ज्यादा जन औषधि केन्द्र हमने शुरू किए हैं। प्रतिदिन 15 हजार से ज्यादा गरीब ‘आयुष्मान भारत’ योजना के तहत फायदा उठा रहे है। मैं सभी एमपी से आग्रह करता हूं कि जितने गरीबों को आप अपने क्षेत्रों में ‘आयुष्मान भारत’ का लाभ दिला सकते हो, दिलाइए। हमने देश के गरीब युवाओं को 10 प्रतिशत तक आरक्षण दिया है। देश में संगठित क्षेत्र में सितम्बर, 2017 से लेकर नवम्बर, 2018 तक लगभग 1 करोड़ 80 लाख लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। पिछले चार वर्षों में देश में लगभग 6 लाख 35 हजार नए प्रोफेशनल्स जुड़े हैं। दूसरी तरफ इनफॉर्मल सेक्टर में 27 लाख से ज्यादा नए ऑटो की बिक्री हुई है।

ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ही देश में बीते साढ़े चार वर्षों में करीब-करीब सवा करोड़ लोगों को नए अवसर मिले हैं। इसी तरह होटल इंडस्ट्रीज में करीब-करीब डेढ़ करोड़ नई नौकरियों का निर्माण हुआ है। देश में टैक्सी एग्रीगेटर सर्विस का इतना विस्तार हो रहा है। उसमें भी रोजगार बढ़ा है। मुद्रा योजना के तहत पहली बार लोन पाने वाले लोगों की संख्या सवा चार करोड़ से ज्यादा है। इसी तरह हमारी सरकार के दौरान दो लाख से ज्यादा नए कॉमन सर्विस सेक्टर देश के ग्रामीण इलाकों में खोले गए हैं। देश में दुगुनी गति से हाइवे बन रहे हो। नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण हो रहा है। करोड़ों-करोड़ों नए घर बन रहे हैं। हमारे देश का नौजवान आज अपने दम पर खड़ा हुआ है।

स्किल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया मुद्रा योजना, ये स्वरोजगार के हमारे इनिशिएटिव्स है। हमने अपने देश के किसान की चिंता भी की है। वर्ष 2009 में किसानों पर 6 लाख करोड़ रुपए का कर्ज था और आपने माफ कितना किया। 52,000 करोड़ रुपए हमने प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत 99 ऐसी योजनाएं, जो लटकी पड़ी थीं, उनको पूरा करने का काम किया है। हमने नए मेगा फूड पार्क, नए कोल्ड स्टोरेज पर बल दिया है। 22,000 ग्रामीण हाट बनाने की दिशा में काम बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

हमने ई-नाम के माध्यम से किसानों को अपने माल बेचने की ऑनलाइन व्यवस्था मुहैया की है। किसानों के लिए इस बार के बजट में 6,000 रुपए वार्षिक रूप से देना तय किया है। करीब 12 करोड़ किसानों को इसका सीधा लाभ उनके बैंक खातों में जाएगा। कर्नाटक में किसानों का कर्ज माफ किए जाने की बात आई। इसके लाभार्थी 43 लाख हैं और अभी तक सिर्फ 60 हजार लोगों को लाभ मिला है। आप दस वर्ष में एक बार कर्ज माफ करते थे, लेकिन हमारी योजना प्रतिवर्ष है। हमने इस बजट में ‘राष्ट्रीय कामधेनु आयोग’ के तहत मछली पालन करने वाले किसानों के लिए भी विशेष व्यवस्था की है। जिन किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड का बेनिफिट मिलता था, वह बेनिफिट पशुपालक और मछली पालन करने वालों को भी मिलने वाला है।

टीकाकरण के बारे में हमने ‘मिशन इन्द्रधनुष’ चलाया, हमने टीकाकरण को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है। हमने ‘स्किल इंडिया अभियान’ के तहत लाखों युवाओं को प्रशिक्षित किया है। ‘प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना’ के तहत तीन हजार रुपए की पेंशन की व्यवस्था अन-ऑर्गनाइज्ड लेबर के लिए लेकर आए। हमारी सरकार ने मछुआरों के लिए अलग मंत्रालय की व्यवस्था करने के लिए कहा है। हमारी सरकार ने ट्रेडर की देखभाल करने वाला एक विभाग बनाया है। हमने पहली बार घुमंतु समुदाय के वेलफेयर के लिए बोर्ड बनाने का निर्णय किया है।

आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। मेरे प्रयत्नों के बाद सभी राजनीतिक दलों की विदेश में रहने वाले भारतीयों की तरफ नजर गई है। अभी जो प्रवासी भारतीय दिवस बनारस में हुआ, वह अब तक के प्रवासी भारतीय दिवसों में सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व वाला था। यह खुशी की बात है कि कुंभ को विश्व ने हेरिटेज के रूप में स्वीकार किया है। यह भारत की साफ्ट पॉवर है।