केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी ने 16 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश में 15,592 करोड़ रुपये की लागत वाली 1411 किलोमीटर लंबी 16 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री गडकरी ने कहा कि मई 2014 से पहले आंध्र प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 4193 किलोमीटर थी, जो अब बढ़कर 6860 किलोमीटर हो गई है। अतः राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई में बीते 6 वर्षों में 2667 (64%) किलोमीटर का इज़ाफ़ा हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 34,100 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण का कार्य डीपीआर के स्तर पर है, जिसके अंतर्गत काम 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। 25,440 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण क्रियान्वयन के चरण में है। उन्होंने कहा कि 18,100 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं में 50-60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
कंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में 5000 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण भारतमाला परियोजना के अंतर्गत किया जा रहा है। इसके साथ ही भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बंदरगाहों को जोड़ने के लिए 400 किलोमीटर लंबी सड़कों का भी निर्माण किया जाएगा। देश में मौजूद राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क में 35,000 किलोमीटर लंबी सड़क को भारतमाला परियोजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतमाला परियोजना के अंतर्गत दिल्ली-मुंबई-एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, चेन्नई-बंगलुरु एक्सप्रेसवे, अनंतपुर-अमरावती एक्सप्रेसवे आदि को विकसित किया जा रहा है।
श्री गडकरी ने बताया कि 335 किमी लंबे अनंतपुर-अमरावती एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतमाला परियोजना के तहत किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से आंध्र प्रदेश के राजधानी क्षेत्र, तटीय क्षेत्र और उत्तरी क्षेत्रों में सड़क संपर्क-मार्ग बेहतर होगा और यह क्षेत्र में आर्थिक संपन्नता सुनिश्चित करने में अहम भूमिका अदा करेगा।
उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे के लिए 16 पैकेज हैं और इसके लिए 20,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। एक्सैस कंट्रोल वाला यह एक्सप्रेसवे आंध्र प्रदेश के नए राजधानी शहर अमरावती को रायलसीमा क्षेत्र के अनंतपुरम से जोड़ेगा, जिससे आंध्र प्रदेश राज्य की जीवन रेखा माने जाने वाले एनएच-44 और एनएच-16 के बीच बेहतर संपर्क-मार्ग उपलब्ध होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बंगलौर-चेन्नई एक्सप्रेसवे भी भारतमाला परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है, जिसकी लंबाई 262 किलोमीटर है। एक्सैस कंट्रोल वाला यह एक्सप्रेसवे बंगलौर और चेन्नई के बीच बेहतर संपर्क-मार्ग सुनिश्चित करेगा और क्षेत्र में आर्थिक संपन्नता में बड़ी भूमिका अदा करेगा। इसके 85 किलोमीटर लंबे क्षेत्र का विकास आंध्र प्रदेश में 5,200 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 7,585 करोड़ रुपये के निवेश से 878 किलोमीटर की 16 अन्य परियोजनाओं का आवंटन किया जा चुका है, जिन पर काम शुरू हो गया है। इसमें विजयवाड़ा में वेस्टर्न साइड बेंज़ सर्कल फ्लाईओवर का निर्माण भी शामिल है। 8,306 करोड़ रुपये की लागत से 637 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के 2020-21 में पूर्ण होने की संभावना है। इसमें 3850 करोड़ रुपये की लागत वाली 150 किलोमीटर की 8 परियोजनाएं एनएचएआई द्वारा, जबकि 4456 करोड़ रुपये की लागत से 487 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाएं ‘सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय’ द्वारा निर्मित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 11,712 करोड़ रुपये की लागत से 535 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना पर काम का आवंटन चालू वित्त वर्ष में किया जाना है। इसमें 9071 करोड़ रुपये की लागत वाली 217 किलोमीटर की 4 परियोजनाएं एनएचएआई के अधीन, जबकि 2641 करोड़ रुपये की 318 किलोमीटर लंबी 9 सड़क परियोजनाएं ‘सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय’ के अधीन निर्मित होंगी।