2017 में ब्रिक्स देशों की विकास दर बेहतर होगी

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ब्रिक्स देशों के वाणिज्य मंत्रियों की छठी बैठक

गोवा में 15-16 अक्टूबर को होने वाले आठवें ब्रिक्स सम्मेलन से ठीक पहले नई दिल्ली में ब्रिक्स देशों के व्यापार मंत्रियों की छठी बैठक 13 अक्टूबर 2016 को सम्पन्न हुई। यह बैठक 11-12 अक्टूबर, 2016 को व्यापार एवं वाणिज्य संबंधी मुद्दों पर ब्रिक्स के सम्पर्क समूह ;सीजीईटीआईद्ध की तेरहवीं बैठक के पश्चात हुई। वाणिज्य मंत्रियों की बैठक में व्यापार एवं निवेश के क्षेत्र में ब्रिक्स के आर्थिक परिदृश्य का आकलन किया गया। मंत्रियों ने वर्ष 2016 के दौरान ब्रिक्स के सदस्यों के कार्य की सराहना की एवं कार्य की यह गति बरकरार रखने पर जोर दिया।

वैश्विक आर्थिक विकास

वर्ष 2016 के दौरान विश्व का आर्थिक परिदृश्य अनेक आर्थिक घटनाओं से परिपूर्ण रहा, मसलन- वैश्विक विकास में निरंतर मंदी एवं वैश्विक मांग में धीमापन, जिंसों एवं तेल की कीमतों में कमी, ब्रेक्सिट समेत वैश्विक अर्थव्यवस्था के नये झटके, मुद्रा एवं शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, बैंकिंग क्षेत्र की कठिनाईयां, विश्व के कई क्षेत्रों में राजनीतिक अस्थिरता इत्यादि। वाणिज्य मंत्रियों ने इस परिदृश्य में संज्ञान लिया कि अक्टूबर 2016 में अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा कोष के विश्व आर्थिक परिदृश्य अपडेट ने वर्ष 2016 एवं 2017 हेतु वैश्विक आर्थिक विकास दर का पूर्वानुमान क्रमशः 3.1 प्रतिशत एवं 3.4 प्रतिशत प्रस्तावित किया था। मंत्रियों का विचार था कि इस परिदृश्य में ब्रिक्स देशों के लिये वर्ष 2017 के लिये प्रस्तावित विकास दर की स्थिति 2016 की तुलना में श्रेष्ठ है।

मंत्रियों ने नीति निर्माण की महत्ता को स्वीकार करते हुए कहा कि औद्योगिकीकरण का प्रोत्साहन, औद्योगिक उन्नयन एवं मूल्य संव(र्न संरचनात्मक परिवर्तन तथा सतत विकास और विश्व अर्थव्यवस्था में ब्रिक्स देशों के समेकन की कुंजी हैं। वे इस दिशा में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।

ब्रिक्स आर्थिक साझेदारी की रणनीति

वाणिज्य मंत्रियों ने ब्रिक्स आर्थिक साझेदारी की रणनीति बनाने में की गई प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने व्यापार एवं वाणिज्य संबंधी मुद्दों पर ब्रिक्स के सम्पर्क समूह ;सीजीईटीआईद्ध को रणनीति के व्यापार एवं निवेश खंड के कार्यान्वयन के बारे में जल्द से जल्द पहल एवं प्रस्ताव रखने का निर्देश दिया। मंत्री इस पर सहमत थे कि सीजीईटीआई, ब्रिक्स व्यापार परिषद् एवं नवीन विकास बैंक के मध्य करीबी सहयोग ब्रिक्स आर्थिक सहयोग को नये उच्च स्तर तक पहुंचाने एवं कार्यान्वित करने में उपयोगी है।

सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम उपक्रम

वाणिज्य मंत्रियों ने ब्रिक्स देशों के संतुलित आर्थिक विकास के लिये सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की महत्ता को स्वीकार किया। मंत्रियों ने माना कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, इस क्षेत्र में होने वाले निवेश से जनित रोजगार की सर्वाधिक दर और क्षेत्रीय गैर बराबरी एवं निर्धनता उपशमन में उनकी भूमिका के मद्देनजर, निर्यात आधारित विकास एवं रोजगार सृजन की कुंजी हैं। कई ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र, परोक्ष या अपरोक्ष रूप से, निर्यात, विनिर्माण उत्पादन एवं जीडीपी के तकरीबन आधे हिस्से में योगदान देता है। मंत्रीगण सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की रुकावटों एवं इस क्षेत्र में व्यापार एवं निवेश के संबंध में आने वाली दिक्कतों के प्रभावी समाधान के लिये ब्रिक्स देशों के मध्य सहयोग की आवश्यकता से वाकिफ थे।

ब्रिक्स देशों में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के मध्य अधिक व्यापारिक संपर्क को सुनिश्चित करने के लिये मंत्रियों ने व्यापार एवं निवेश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग की महत्ता पर जोर दिया। यह सहयोग नियामक, नियमों, नियमनों एवं एमएसएमई को संचालित करने वाली नियामक प(तियों, एमएसएमई क्षेत्र के वाणिज्य एवं उद्योग महासंघों के मध्य आपसी संपर्कों, ब्रिक्स देशों के आर्थिक कार्यक्रमों मसलन- व्यापार मेलों, सम्मेलनों और सेमिनारों आदि में एमएसएमई से संबंधित लोगों की भागीदारी आदि से हो सकता है। मंत्रियों ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र में ब्रिक्स देशों के मध्य सहयोग एवं अनुभवों के आदान-प्रदान पर किये जा रहे सतत प्रयासों का स्वागत किया।

ब्रिक्स आर्थिक सहयोग एवं व्यापार परिषद्

ब्रिक्स वाणिज्य मंत्रियों ने ब्रिक्स व्यापार परिषद् की सतत भूमिका पर विचार किया एवं परिषद् द्वारा ऐसी संयुक्त परियोजनाओं के विकास एवं उन्हें मूर्त रूप देने की आवश्यकता पर जोर दिया जो ब्रिक्स सदस्यों के आर्थिक विकास संबंधी लक्ष्यों में परस्पर लाभ के आधार पर योगदान करें। इस संदर्भ में वाणिज्य मंत्रियों ने बीबीसी से उचित परियोजनाओं के क्रियान्वयन एवं पहचान के दौरान ब्रिक्स रोडमैप फॉर ट्रेड, इकॉनोमिक एण्ड इन्वेस्टमेण्ट कॉपरेशन के विकास की गति तेज करने का अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त परिषद् सभी सदस्य देशों द्वारा पेश की गई अहम परियोजनाओं में तेजी लाने के प्रति प्रोत्साहित है। आर्थिक मसलों पर ब्रिक्स एजेण्डा में तेजी लाने एवं समन्वय के लिये बीबीसी से ब्रिक्स वाणिज्य मंत्रियों एवं आर्थिक एवं व्यापार संबंधी विषयों पर संपर्क समूहों के साथ मिलकर नियमित कार्य करने का अनुरोध किया गया।

गैर-टैरिफ उपाय, एनटीएम

मंत्रियों ने जोर दिया कि गैर टैरिफ उपाय वैश्विक व्यापार में विकासशील देशों की भागीदारी बाधित करते हैं। मंत्रियों ने एनटीएम प्रस्ताव पर ब्रिक्स क्रियाविधि पर दस्तावेज बनाने के लिये सीजीईटीआई की सराहना की। मंत्री इस क्रियाविधि की अवधारणा पर सिद्धान्त सहमत हुए एवं सीजीईटीआई से इस कार्य में एवं इसके फैलाव में तेजी लाने का अनुरोध किया।

मापदंड

मंत्रियों ने सीजीईटीआई द्वारा सहमति पाए फ्रेमवर्क फॉर कॉपरेशन ऑन स्टैण्डर्डाइजेशन का अनुमोदन किया। मंत्रियों ने सीजीईटीआई से फ्रेमवर्क के प्रावधानों पर यह सुनिश्चित करते हुए कार्य करने का अनुरोध किया कि आपसी सहयोग एक दूसरे के मानकों के बारे में बेहतर समझ विकसित कर पाए। इस फ्रेमवर्क का उद्देश्य ब्रिक्स देशों के मध्य इस क्षेत्र में बेहतर समझ एवं खुले वार्तालाप को प्रोत्साहन देना है।

सेवाएं

मंत्रियों ने सेवा क्षेत्र की महत्ता को महसूस किया एवं यह पाया कि यह अनेक ब्रिक्स देशों की जीडीपी में आधे से अधिक योगदान करता है। चूंकि सेवा क्षेत्र ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं के लिए काम का विषय है, लिहाजा समूह के लिए सेवा क्षेत्र में होने वाले व्यापार पर आपसी सहयोग को प्रोत्साहन देते हुए सहयोग करना आवश्यक है। मंत्रियों ने सेवा क्षेत्र में वर्तमान बाधाओं को दूर कर व्यापार के विस्तार की महत्ता को चिह्नांकित किया। मंत्रियों ने ‘सेवा क्षेत्र में होने वाले व्यापार में सहयोग संबंधी फ्रेमवर्क’ का अनुमोदन किया।

व्यापार को प्रोत्साहन

मंत्रियों ने 12 से 14 अक्टूबर, 2016 के बीच नयी दिल्ली में भारत द्वारा प्रथम ब्रिक्स व्यापार मेला आयोजित करने की प्रशंसा की। मेले में वाणिज्यिक तौर पर अर्थपूर्ण भागीदारी सुनिश्चित करने के परिप्रेक्ष्य में ध्यान दिए जाने वाले क्षेत्र एवं तकनीकों का प्रदर्शन महत्वपूर्ण है। मंत्रियों ने ब्रिक्स व्यापार मेलों को नियमित रूप से आयोजित कराये जाने की सम्भावना पर चर्चा संबंधी सीजीईटीई के विचार का स्वागत किया। मंत्रियों ने नोट किया कि ब्रिक्स व्यापार उन्नयन कार्य समूह ब्रिक्स क्षेत्र में व्यापार प्रोत्साहन एजेंसियों के लिए एक फोरम का निर्माण करेगा जो वैल्यू एडेड व्यापार के उन्नयन हेतु इंटरफेस का कार्य करेगा और वैश्विक वैल्यू चेन्स के समेकन में मदद करेगा।

एकल खिड़की

मंत्रियों ने यह उल्लेख किया कि व्यापार संबंधी सुविधा पर विश्व व्यापार संगठन के समझौते के अनुच्छेद 10.4 के अनुसार यह निर्देशित किया गया है कि विश्व व्यापर संगठन के सदस्य एकल खिड़की का निर्माण करने एवं उसको बनाये रखने का प्रयास करेंगे। उन्होंने ब्रिक्स देशों में राष्ट्रीय एकल खिड़कियों के विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। इनसे निर्यातकों एवं आयातकों दोनों को अपनी सभी निकासियों के लिए एकल खिड़की इंटरफेस से सुविधा होगी।
मंत्रियों ने ‘ब्रिक्स एकल खिड़की सहयोग के फ्रेमवर्क’ का अनुमोदन किया एवं ब्रिक्स देशों में अपनी राष्ट्रीय एकल खिड़कियों के विकास के क्षेत्र में करीबी सहयोग की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने ब्रिक्स देशों से इस फ्रेमवर्क को मार्गदर्शक सि(ांतों, लक्ष्यों एवं सहयोग की प्राथमिकताओं के आधार पर क्रियान्वित करने पर जोर दिया।

आईपीआर सहयोग

मंत्रियों ने बौ(क सम्पदा अधिकारों के क्षेत्र में सहयोग की महत्ता को एक ऐसे ब्रिक्स परिप्रेक्ष्य के विकास में रेखांकित किया, जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं द्वारा निर्धारित होता है। इस सन्दर्भ में उन्होंने ब्रिक्स आईपीआर कोऑपरेशन मैकेनिज्म के निर्माण की प्रशंसा की और उसका अनुमोदन किया। उन्होंने बौ(क सम्पदा कार्यालयों के मुखियाओं के स्तर पर सहयोग के मौजूदा तंत्र का संज्ञान भी लिया। मंत्रियों ने एचआईपीओ और आईपीआरसीएम दोनों से परस्पर सहयोग करने और यह देखने का अनुरोध किया कि वो एक दूसरे के कार्य का दोहरान न करें।

ई-कॉमर्स

मंत्रियों ने ई-कॉमर्स पर अंतर-ब्रिक्स सहयोग को सुदृढ़ करने की महत्ता को दोहराया एवं वर्ष 2015 में ई-कॉमर्स के क्षेत्र में फ्रेमवर्क अपनाये जाने के बाद से हुए विकास की प्रशंसा की। मंत्रियों ने ब्रिक्स देशों के मध्य ई-कॉमर्स के विकास, क्षमता निर्माण और अवसंरचना के उन्नयन में सहयोग पर जोर दिया।

मंत्रियों ने जोर दिया कि ई-कॉमर्स द्वारा विकास की क्षमताओं का पूर्णतया उपयोग नहीं किया गया है और इस सन्दर्भ में उन्होंने सीजीईटीआई को फ्रेमवर्क के समस्त क्षेत्रों का क्रियान्वयन करने एवं परस्पर हितों के मामले में सहयोग की संभावनाएँ तलाशने का निर्देश दिया। मंत्रियों ने ई-कॉमर्स में आपसी हितों वाले क्षेत्रों के उन्नयन पर एक संयुक्त अध्ययन कराने के प्रस्ताव का संज्ञान लिया और ब्रिक्स देशों के मध्य ई-कॉमर्स के बारे में समझ बढ़ाने की महत्ता पर बल दिया।
विश्व व्यापार संगठन में ब्रिक्स सहयोग

मंत्रियों ने एक नियम आधारित, पारदर्शी, निष्पक्ष एवं समावेशी वैश्विक व्यापार तंत्र बनाने में विश्व व्यापार संगठन की केंद्रिकता एवं बहुस्तरीय व्यापार तंत्र की सहायता को दोहराया। मंत्रियों ने बाली एवं नैरोबी में मंत्रियों के सम्मेलनों में लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने बचे हुए डीडीए मुद्दों का प्राथमिकता से समाधान करने हेतु वार्ता में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने विश्व व्यापार संगठन के सभी सदस्यों को तात्कालिकता और एकजुटता से कार्य करने का अनुरोध किया। साथ ही एमसी 11 एवं उसके बाद भी, विकासोन्मुख परिणामों को सुनिश्चित करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने का अनुरोध किया।

ब्रिक्स एवं जी-20

मंत्रियों ने चीन की वर्तमान अध्यक्षता में जी-20 के कार्य की सराहना की। उन्होंने जी-20 में ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच सहयोग की महत्ता पर जोर दिया। हांग्झौ में जी-20 सम्मलेन के परिणामों का मंत्रियों ने स्वागत किया और उन परिणामों के कार्यान्वयन हेतु सतत प्रयासों की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने जी-20 अर्थव्यवस्थाओं द्वारा विभिन्न तरह की समस्याओं का सामना किये जाने वाले विभिन्न विषयों के समाधान के लिए जी-20 व्यापार एवं निवेश कार्य समूह की महत्ता को रेखांकित किया और इस फ्रेमवर्क के अंतर्गत आगे और सहयोग की अपील की।