आदित्यनाथ योगी ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

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केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा उपमुख्यमंत्री व 44 बने मंत्री

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 325 सीटों पर अपना परचम लहराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की। राष्ट्रीय विचारों से ओत-प्रोत एवं जुझारु भाजपा नेता श्री आदित्यनाथ योगी प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। शपथ ग्रहण समारोह में दूर तक लहराते केसरिया झंडे, जोश से सराबोर भाजपा कार्यकर्ता का उत्साह देखते ही बनता था। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ जीत का जश्न मनाया और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस दौरान जोरदार नारे भी लगाए।

बका साथ–सबका विकास’ का नारा देकर 14 साल के बाद भारतीय जनता पार्टी 19 मार्च को उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ हो गई। मंच पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दोपहर दो बजकर बीस मिनट पर श्री आदित्यनाथ योगी के 32 वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करते ही उत्तर प्रदेश में एक नए युग की शुरुआत हो गई।
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने योगी के साथ उनके सहयोगी के रूप में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद मौर्य और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इनके अलावा योगी के मंत्रिमंडल में 44 अन्य मंत्रियों ने शपथ ली।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह, वरिष्ठ पार्टी नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह, सपा संस्थापक श्री मुलायम सिंह यादव, पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव और श्री नारायण दŸत्त तिवारी, कई केंद्रीय मंत्री व 13 प्रांतों के मुख्यमंत्री इस अवसर के साक्षी रहे।
कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित भव्य समारोह में कुल 22 कैबिनेट, नौ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 13 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली। इस मंत्रिमंडल में वरिष्ठता और अनुभव को तरजीह दी गई। गठबंधन के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) और सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी को भी भागीदारी मिली।
‘15 दिन में संपत्ति घोषित करें मंत्री’

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कुर्सी संभालने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी ने ‘सबका साथ–सबका विकास’ नीति पर सरकार चलाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त भर्तियां करेगी। कार्य में पारदर्शिता रहेगी। मंत्रियों को पंद्रह दिन के अंदर अपनी चल–अचल संपत्ति का ब्योरा मुख्यमंत्री के सचिव व भाजपा की प्रदेश इकाई को उपलब्ध कराना होगा।
लोकभवन में नवनियुक्त मंत्रियों से भेंट के बाद पत्रकारों से मुखातिब मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 वर्षों से जारी भ्रष्टाचार, परिवारवाद और कानून व्यवस्था की बदहाली ने प्रदेश का भारी नुकसान किया है। इन प्रकरणों पर कार्रवाई होगी। सरकार बिना भेदभाव के समान रूप से कार्य करेगी। गरीब, दलित, पिछड़ों के लिए विशेष प्रयास होंगे। राज्य सरकार नागरिकों को अच्छा भोजन, आवास, पेयजल, शौचालय और कानून व्यवस्था की बेहतरी के लिए कार्य करेगी। परिवहन व्यवस्था दुरुस्त होगी। प्रयास होगा कि कृषि प्रदेश के विकास का आधार बने, क्योंकि प्रदेश का बड़ा हिस्सा खेती पर आधारित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती की व्यवस्था को भ्रष्टाचारविहीन व पारदर्शी बनाया जाएगा। रोजगार के अवसर सृजित होंगे। महिलाओं को समान अवसर दिया जाएगा।

निवेश बढ़ाने का प्रयास होगा। कैबिनेट में लिए गए फैसलों का ब्योरा देने के लिए मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा व मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को नामित किया गया है।
भाजपा गठबंधन के सभी 325 विधायकों को संसदीय आचरण के तौर–तरीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसके लिए मंत्री श्री सुरेश खन्ना के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है। प्रशिक्षण की तिथियां जल्द घोषित होगी। इसमें संसदीय कार्य के विशेषज्ञ व केंद्रीय नेता भी हिस्सा लेंगे।

उ.प्र के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी, उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या और श्री दिनेश शर्मा एवं समस्त मंत्रिमंडल को बधाई।

मुझे विश्वास है कि श्री आदित्यनाथ योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास एवं प्रगति के नए मापदंड स्थापित करेगा और साथ ही प्रदेश में कानून व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आएगा और आमजन में सुरक्षा की भावना जाग्रत होगी।
— अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष

सरकार संकल्प पत्र–2017 में किए गए सभी वादे पूरे करेगी। किसी वर्ग के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। राज्य में विकास व सुशासन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
— आदित्यनाथ योगी, मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री
आदित्यनाथ योगी

उपमुख्यमंत्री
केशव प्रसाद मौर्य
डॉ़ दिनेश शर्मा

कैबिनेट मंत्री

सूर्य प्रताप शाही
सुरेश खन्ना
स्वामी प्रसाद मौर्य
सतीश महाना
राजेश अग्रवाल
रीता बहुगुणा जोशी
दारा सिंह चौहान
धर्मपाल सिंह
एसपी िसंंह बघेल
सत्यदेव पचौरी
रमापति शास्त्री
जयप्रताप सिंह
ओमप्रकाश राजभर
बृजेश पाठक
चौधरी लक्ष्मी नारायण
चेतन चौहान
श्रीकांत शर्मा
राजेन्द्र सिंह उर्फ मोती सिंह
सिद्धार्थनाथ सिंह
मुकुट विहारी वर्मा
आशुतोष टंडन
नंदगोपाल गुप्ता नंदी

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

अनुपमा जायसवाल
सुरेश राणा
उपेन्द्र तिवारी
डाॅ़ महेन्द्र सिंह
स्वतंत्र देव सिंह
भूपेन्द्र चौधरी
डॉ़ धर्म सिंह सैनी
अनिल राजभर
स्वाति सिंह

राज्य मंत्री

गुलाबो देवी
जयप्रकाश निषाद
अर्चना पाण्डेय
जय कुमार सिंह जैकी
रणवेन्द्र सिंह धुन्नी
अतुल गर्ग
नीलकंठ तिवारी
मोहसिन रजा
गिरीश यादव
सरदार बलदेव सिंह औलख
मन्नू कोरी
संदीप सिंह
सुरेश पासी

योगी आदित्यनाथ : एक परिचय

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उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में पैदा हुए श्री आदित्यनाथ योगी (श्री अजय सिंह बिष्ट) का जन्म 5 जून 1972 को उत्तरकाशी में हुआ था। वे 15 फरवरी 1994 को गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने। उन्होंने गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी किया है।
योगी आदित्यनाथ का नाम लोकसभा में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों की सूची में भी शामिल है। गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, जिसके बाद 1998 में वह सांसद चुने गए। योगी आदित्यनाथ जब 12वीं लोकसभा में सांसद बनकर पहुंचे तब उनकी उम्र मात्र 26 साल थी। इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार सांसद चुने जाते रहे।
सितंबर 2014 में उनके गुरु महंत श्री अवैद्यनाथ के प्राण त्यागने के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने। योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं। हिन्दू युवा वाहिनी युवाओं का एक सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है।