त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ

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भाजपा  नेता श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 18 मार्च को उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल श्री कृष्णकांत पॉल ने रावत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी उपस्थित थे। साथ ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री श्री राजनाथ सिंह, सुश्री उमा भारती एवं श्री जगत प्रकाश नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री सर्वश्री रमेश पोखरियाल निशंक, भुवन चंद्र खंडूड़ी एवं भगत सिंह कोश्यारी के साथ ही निवर्तमान मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता श्री हरीश रावत भी मौजूद रहे।
श्री रावत राज्य में भाजपा के पांचवें मुख्यमंत्री हैं। पार्टी ने उत्तराखंड में अपनी पहली सरकार साल 2000 में बनाई थी, जब उत्तर प्रदेश से अलग होकर यह राज्य बना था। नित्यानंद स्वामी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने थे।

नौ मंत्री बनाए गए

श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ उनके नौ सदस्यीय मंत्रिमंडल को भी शपथ दिलायी गई। श्री सतपाल महाराज, श्री हरक सिंह रावत, श्री मदन कौशिक, श्री अरविन्द पांडेय, श्री सुबोध उनियाल, श्री यशपाल आर्य और श्री प्रकाश पंत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। श्रीमती रेखा आर्य और श्री धन सिंह रावत ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।

मंत्रिमंडल सदस्यों का परिचय इस प्रकार है– श्री प्रकाश पंत उत्तराखंड में पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं। वह पिथौरागढ़ से विधायक हैं। श्री हरक सिंह रावत कोटद्वार से विधायक बने। श्री यशपाल पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे। श्री सुबोध उनियाल नरेंद्र नगर से विधायक हैं। नारायण दŸत्त तिवारी सरकार में पर्यटन सलाहकार थे। श्री धन सिंह रावत श्रीनगर से विधायक हैं। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं। वह पहली बार विधायक बने। श्री मदन कौशिक हरिद्वार से विधायक हैं। वह सबसे ज्यादा अंतर से जीतने वाले विधायकों में शामिल हैं। राज्य बनने के बाद वह लगातार चुनाव जीते। श्रीमती रेखा आर्य सोमेश्वर से विधायक हैं। सतपाल महाराज सांसद भी रहे हैं। चौबट्टाखाल से विधायक हैं। श्री अरविंद पांडे गदरपुर सीट से विधायक हैं।

सर्वसम्मति से रावत चुने गए नेता

गत 17 मार्च को भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र तोमर और भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री सरोज पांडे की उपस्थिति में हुई पार्टी विधानमंडल दल की बैठक में श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। बैठक के बाद श्री तोमर ने संवाददाताओं को बताया कि श्री रावत के नाम का प्रस्ताव पिथौरागढ़ के विधायक श्री प्रकाश पंत और चौबट्टाखाल के विधायक सतपाल महाराज ने रखा जिसका समर्थन कोटद्वार से विधायक श्री हरक सिंह रावत, हरिद्वार के विधायक श्री मदन कौशिक, यमकेश्वर से विधायक सुश्री रितु खंडूरी तथा कई अन्य विधायकों ने किया।
युवाओं को तरजीह देंगे

मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि सरकार राज्य के नौजवानों के स्वर्णिम भविष्य के लिए ठोस कदम उठाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के कल्याण के लिए जो योजनाएं शुरू की हैं, उन्हें कड़ाई से शुरू किया जाएगा। भ्रष्ट अफसरों को भी चिन्हित किया जाएगा।

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@AmitShah
उत्तराखंड के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी एवं उनके मंत्रिमंडल के सभी साथियों को हार्दिक बधाई।

प्रधानमंत्री ने दी रावत को बधाई

प्रधानमंत्री ने श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने पर अपनी बधाई दी। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा – ‘श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उनकी पूरी टीम को शपथ ग्रहण करने पर मेरी बधाई। मुझे विश्वास है कि वे कड़ा परिश्रम करते हुए जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। राज्य के जनता जनार्दन द्वारा उत्तराखंड की नई सरकार को दिए गए भारी समर्थन और प्यार को वे राज्य में रिकार्ड विकास करके दिखाएंगे।

त्रिवेंद्र सिंह रावत : एक परिचय

श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इतिहास से एमए किया है तथा हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में डिप्लोमा भी किया है। श्री रावत 1983 से 2002 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे हैं और उस दौरान वह उत्तराखंड अंचल और बाद में राज्य के संगठन सचिव रहे। 56 वर्षीय श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत डोइवाला सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस समय वह पार्टी की झारखंड इकाई के प्रभारी हैं। वह पहली बार 2002 में डोइवाला सीट से विधायक बने। तब से वहां से तीन बार चुने जा चुके हैं। वह 2007–12 के दौरान राज्य के कृषि मंत्री भी रहे।