संयुक्त अरब अमीरात के बाद रूस ने भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अपने देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार देने का फैसला लिया। श्री मोदी को यह सम्मान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने में असाधारण योगदान और दोनों देशों के लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध को बढ़ावा देने के लिए दिया है। रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 12 अप्रैल को इसकी जानकारी दी गई। साथ ही, रूसी दूतावास ने भी इसे लेकर एक ट्वीट किया।
गौरतलब यह भी है कि कुछ ही समय पहले श्री मोदी को संयुक्त अरब अमीरात से ‘द आर्डर आफ जायेद’ देने की घोषणा की गई थी।
रूसी सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को प्रोत्साहित करने में उत्कृष्ठ योगदान के लिये इस सम्मान के लिये चुना गया। रूस के एक अधिकारी के अनुसार ‘द आर्डर आफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ विज्ञान, संस्कृति और कला के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को रूस की समृद्धि और गौरव को प्रोत्साहित करने के लिये उनके उत्कृष्ठ कार्यो के लिये प्रदान किया जाता है।
यह सम्मान उत्कृष्ट कार्य करने वाले विदेशी शासनाध्यक्षों को भी प्रदान किया जाता है। यह सम्मान पहले चीन के राष्ट्रपति श्री शी चिनफिंग, कजाख्स्तान के राष्ट्रपति श्री नुरसुल्तान नजरवायेव तथा अजरबैजान के राष्ट्रपति श्री ग्येदार एलियेव को प्रदान किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रूस द्वारा ‘आर्डर आफ द सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ सम्मान के लिये नामित किये जाने पर रूसी राष्ट्रपति श्री पुतिन और वहां के लोगों के प्रति आभार प्रकट किया तथा दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुस्तरीय सहयोग को नई ऊंचाइयां प्राप्त होने तथा उज्जवल भविष्य की कामना की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं राष्ट्रपति पुतिन और रूस के लोगों को धन्यवाद देता हूं।’’
श्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों के सघन सहयोग से हमारे नागरिकों के लिये अभूतपूर्व परिणाम सामने आए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन भारत-रूस मित्रता के शक्ति के महत्वपूर्ण स्रोत है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व से दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुस्तरीय सहयोग को नई ऊंचाइयां प्राप्त होंगी।