2003 में जब कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी, तो सरकार के सामने सबसे बड़ी समस्या प्रदेश की बदहाली थी। सड़क, बिजली, पानी जैसी समस्याओं का निदान खोजना ही सरकार की प्राथमिकता थी, लेकिन पिछले 15 सालों में प्रदेश ने विकास के रास्ते पर लंबा सफर तय किया है। बदहाली काफी पीछे छूट गई है और अब सरकार की दृष्टि प्रदेश को समृद्ध बनाने पर है। भारतीय जनता पार्टी का दृष्टिपत्र प्रदेश की समृद्धि की राह दिखाता है। यह बात 17 नवंबर को केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने भारतीय जनता पार्टी के चुनाव दृष्टिपत्र को जारी करते हुए कही। भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए अपना दृष्टिपत्र प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक समारोह में जारी किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली, मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर, श्री थावरचंद गहलोत, केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के उपाध्यक्ष एवं प्रदेश संगठन प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे, उपाध्यक्ष एवं सांसद श्री प्रभात झा, प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह, वरिष्ठ नेता श्री विक्रम वर्मा एवं राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री संबित पात्रा, मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय उपस्थित थे। मंच का संचालन प्रदेश महामंत्री व सांसद श्री अजयप्रताप सिंह ने किया।
दृष्टिपत्र जारी करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री जेटली ने कहा कि हमारा दृष्टिपत्र बताता है कि कांग्रेस सरकार के समय बीमारू राज्य रहा मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के 15 वर्षों के शासनकाल में कहां पहुंच गया है और अब उसकी प्राथमिकताओं में क्या बदलाव आया है। श्री जेटली ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने विरासत में जो बदहाली प्रदेश को दी थी, उससे बाहर निकल कर मध्यप्रदेश ने अब 10 प्रतिशत की विकास दर हासिल कर ली है, जो देश की विकास दर से ज्यादा है। इसमें प्रदेश की कृषि विकास दर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जो 20 प्रतिशत के आसपास रही है और 2003 में कोई इतनी तेज विकास दर की कल्पना भी नहीं कर सकता था। श्री जेटली ने कहा कि कांग्रेस सरकार का बजट 21000 करोड़ रुपये का था, शिवराज जी की सरकार ने इसे 10 गुना बढ़ाया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को एक बीमारू राज्य से विकसित राज्य बनाकर प्रदेश की भाजपा सरकार ने शासन और राजनीति के एजेंडा को बदला है और लोगों में नई उम्मीद जगाई है।
श्री जेटली ने कहा कि मध्यप्रदेश की तरह देश ने भी पिछले 4 सालों में तेजी से विकास किया है। यूपीए सरकार के समय अर्थव्यवस्था के मामले में देश 142 वें स्थान पर था, जो अब 65 वें स्थान पर आ गया है और अब इसे 50 वें स्थान तक पहुंचाना भी मुश्किल नहीं लगता। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय जिस देश के नाम के साथ ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ और ‘फ्रेजाइल फाइव’ जैसे विशेषण लगे थे, वहीं देश अब दुनिया की पांच सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है। देश में इनफ्रास्ट्रक्चर का तेज विकास हुआ है। अब देश में हर साल 10 हजार कि.मी. हाइवे और 140 एयरपोर्ट तैयार हो जाते हैं। श्री जेटली ने कहा कि अर्थव्यवस्था में हुए इस सुधार की बदौलत ही सरकार हर साल गरीबों को खाद्यान्न सब्सिडी दे पा रही है, मनरेगा का बजट दोगुना किया है, 7 लाख गांवों में ग्रामीण सड़कें और गांवों के 92 प्रतिशत घरों में शौचालय बनाए हैं। पहले 5 करोड़ घरों में उज्जवला योजना के गैस कनेक्शन दिए गए, जिन्हें अब 8 करोड़ तक बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संसाधनों पर समाज के हर वर्ग का हक है और हमारा दृष्टिपत्र हर गरीब को उसकी बुनियादी जरूरतें रोटी, कपड़ा, मकान, बच्चों की पढ़ाई और बीमारों की दवाई उपलब्ध कराने का संकल्प पत्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के दृष्टिपत्र में गरीबों और किसानों को प्राथमिकता दी गई है।
दृष्टिपत्र तैयार करने की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए दृष्टिपत्र समिति के संयोजक वरिष्ठ नेता श्री विक्रम वर्मा ने कहा कि इसलिए हमारे दृष्टिपत्र में शामिल बातें कोरी कल्पना नहीं हैं, बल्कि उन बातों को यथार्थ में लागू करने की योजना है। समारोह को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि दृष्टिपत्र में प्रदेश के सुखद कल की झलक है।