राज्य में विषम परिस्थितियों में भाजपा उम्मीदवार जीते, वे प्रशंसा के हकदार हैं : नरेन्द्र मोदी

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क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद्, पश्चिम बंगाल

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 12 अगस्त, 2023 को पश्चिम बंगाल में आयोजित क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् में पार्टी के पूर्वी भारत के प्रतिनिधियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत में देश के विकास का एक मजबूत स्तंभ बनने का सामर्थ्य है। वहां न सिर्फ प्राकृतिक संसाधन भरपूर हैं, बल्कि ऊर्जावान, तेजस्वी और ओजस्वी नागरिकों का भी सामर्थ्य है।

श्री मोदी ने पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच अटूट संबंध के बारे में कहा कि पार्टी के प्रतिनिधि ही देश के लोकतंत्र की पहली कड़ी हैं। भाजपा कार्यकर्ता अपने जिले और राज्य में पार्टी की नींव मजबूत करने का काम करते हैं। इसके लिए उन्हें पसीना भी बहाना पड़ता है और कई बार संघर्ष भी करना पड़ता है। आज के परिदृश्य में पश्चिम बंगाल में हमारे कार्यकर्ता जो संघर्ष कर रहे हैं, वो पूरा देश देख रहा है। देश ने ये भी देखा है कि हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में टीएमसी ने कैसा खूनी-खेल खेला। प्रत्याशी के नामांकन नहीं करने देने से लेकर काउंटिंग तक में धांधली कर अपने उम्मीदवारों को जिताना पश्चिम बंगाल में टीएमसी की राजनीति का तरीका बन गया है। इतना सबकुछ करने के बाद भी यदि भाजपा प्रत्याशी जीत जाए तो उन पर जानलेवा हमला कराना ही वहां की असली राजनीति बन गई है। पश्चिम बंगाल में हमारी बहनों को, आदिवासी साथियों को कैसे प्रताड़ित किया जाता है, हम भली-भांति जानते हैं। ऐसे विषम परिस्थितियों में भी यदि भाजपा के उम्मीदवार जीतकर आए हैं, तो इसके लिए आप सभी प्रशंसा के हकदार हैं। जो लोग लोकतंत्र के चैम्पियन बनते हैं, ईवीएम पर सवाल उठाते हैं, आपने उनका नकाब देश के सामने उतार दिया है।

आज के परिदृश्य में पश्चिम बंगाल में हमारे कार्यकर्ता जो संघर्ष कर रहे हैं, वो पूरा देश देख रहा है। देश ने ये भी देखा है कि हाल ही में हुए पंचायत चुनावों में टीएमसी ने कैसा खूनी-खेल खेला

प्रधानमंत्रीजी ने देश में व्याप्त गरीबी और उसके लिए जिम्मेदार सरकार के बारे में बोलते हुए कहा कि देश में पिछले पचास साल से गरीबी हटाओ के नारे दिए जाते थे। लेकिन जिन्होंने ये नारा दिया, वो गरीबी को हटा नहीं पाए। अब सवाल उठता है कि जो काम पांच दशकों में नहीं हो सका, वो भाजपा सरकार ने इतने कम समय में कैसे कर दिखाया? हमने सामान्य मानवी के जीवन की मूलभूत कठिनाइयों को कम किया है। सरकार ने देश में उन 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई है, जो अभी तक इससे वंचित थे। इनमें से लगभग 13 हजार गांव पूर्वी भारत के ही तो थे। हमने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी। तब देश के 20 प्रतिशत से भी कम ग्रामीण परिवारों तक नल से जल की सुविधा थी। जबकि आज 60 प्रतिशत से भी ज्यादा ग्रामीण परिवारों को नल से पानी मिल रहा है। मिजोरम जैसे राज्य में 4 साल पहले तक केवल 6 प्रतिशत घरों में पाइप से पानी पहुंचता था। आज ये संख्या 90 प्रतिशत से ज्यादा है। बिजली-पानी की तरह ही पीएम आवास योजना ने भी गरीबों के जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। बिहार में पिछले 9 वर्षों में 50 लाख से ज्यादा घर पीएम ग्रामीण आवास योजना के तहत बने हैं। पश्चिम बंगाल में लगभग 45 लाख गरीब परिवारों को पक्का घर मिला है। असम में भी गरीबों के लिए 20 लाख घर बने हैं। इन योजनाओं से गरीब की ताकत बढ़ी है, उसे नए अवसर मिले हैं और वो गरीबी से बाहर आया है।

श्री मोदी ने पूर्वी भारत में हुए अभूतपूर्व विकास की चर्चा करते हुए कहा कि हम सभी साक्षी हैं कि पूर्वी भारत में कितनी तेज गति से विकास हो रहा है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए असम के गुवाहाटी से पश्चिम बंगाल के कल्याणी तक और झारखंड के देवघर से बिहार में दरभंगा तक इस प्लानिंग के साथ नए एम्स खोले गए हैं। पिछले 9 वर्षों में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़ीसा को 31 मेडिकल कॉलेज भी मिले हैं। नॉर्थ ईस्ट में भी मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई है। पश्चिम बंगाल के कल्याणी में, बिहार के भागलपुर में, झारखंड के रांची में, त्रिपुरा के अगरतला और मणिपुर के सेनापति में ट्रिपल आईटी खुले हैं। ओड़ीशा और बिहार को आईआईएम संबलपुर और आईआईएम बोधगया जैसे संस्थान मिले हैं। झारखंड के धनबाद में आईआईटी की भी स्थापना हुई है। बरौनी, सिंदरी, गोरखपुर और तलचर में फर्टीलाइजर कारखाने खुलने से न सिर्फ पूर्वी भारत के किसानों को फायदा हुआ है, बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार का भी निर्माण हुआ है।

अपने संबोधन के अंत में श्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया तेजी से बदल रही है। गांव-शहर के बीच की दूरियां तेजी से खत्म हो रही हैं। आज जो लोकल है उसकी डिमांड ग्लोबल है। इसीलिए ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे अभियान के साथ देश ने ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ योजना को लॉंन्च किया। इसमें जिले से लेकर देश तक आर्थिक विकास के अनंत अवसर जुड़े हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के प्रतिनिधियों से कहा कि आप प्रयास कीजिए कि छोटे-छोटे कामगारों और उद्योगों को बाज़ार से जोड़ा जा सके, वो जीईएम पोर्टल से जुड़ सकें। लोकल प्रॉडक्ट की सफलता के लिए जीआई टैग की भी बहुत वैल्यू है। हमारे पूर्वी भारत के पास ऐसा कितना कुछ है, जिसे हमें प्रमोट करने की जरूरत है। आज कई सारे पारंपरिक हुनर उपेक्षा के कारण, बाजार न मिलने के कारण लुप्त हो रहे हैं। इन्हें बचाने में पंचायतें सबसे प्रभावी भूमिका निभा सकती हैं।

‘राज्य सरकार को अदालत से भी फटकार लगी और ममता दीदी सबूत मांगती हैं!’

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 12 अगस्त, 2023 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल के साइंस सिटी ऑडिटोरियम में हाल ही में राज्य में संपन्न पंचायत चुनाव में विजयी भाजपा जन-प्रतिनिधियों, चुनाव लड़नेवाले उम्मीदवारों और चुनाव के दौरान हुई हुई भयावह हिंसा के पीड़ित परिवारों के साथ मुलाक़ात की और उन्हें आश्वस्त किया कि भारतीय जनता पार्टी उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है। इससे पहले श्री नड्डा हावड़ा स्थित प्रसिद्ध उपन्यासकार और महान विभूति श्री शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के घर गए और वहां उन्होंने पार्टी के ‘आमार माटी, आमार देश’, ‘बियर बंदन, बसुधा बंदन’, माटी संग्रह और तिरंगा वितरण अभियान में भाग लिया। कार्यक्रम में श्री नड्डा के साथ प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ पार्टी नेता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

श्री नड्डा ने इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि आज सुबह प्रधानमंत्रीजी कोलाघाट में भाजपा के दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् की बैठक में वर्चुअली शामिल हुए और उन्होंने उसमें पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डाला, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि प्रधानमंत्रीजी ने बंगाल की स्थिति का वर्णन किया तो ममता दीदी गुस्से में आ गई। बोलने लगी इसका सुबूत दिखाओ, प्रमाण लाओ। श्री नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा हुई कि नहीं हुई? लोगों की हत्याएं हुईं कि नहीं हुईं? महिलाओं के साथ बलात्कार और दुर्व्यवहार हुआ कि नहीं हुआ? हजारों लोग विस्थापित हुए कि नहीं हुए? हमारे कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई। सभी अखबारों और टीवी चैनलों में रिपोर्टिंग हुई। ममता दीदी की सरकार को अदालत से भी फटकार लगी और ममता दीदी सबूत मांगती हैं!

तथ्यों के साथ ममता बनर्जी जी को करारा जवाब देते हुए श्री नड्डा ने कहा कि 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही हिंसा की लगभग 12 हजार घटनाएं प्रदेश में घटीं। तब लगभग 80 हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा। तब महिलाओं के खिलाफ दुर्व्यवहार के 123 केस सामने आये थे। लगभग 60 लोगों की निर्मम हत्या हुई थी। ममता दीदी, पिछले पंचायत चुनाव और अभी हुए पंचायत चुनाव में भी पश्चिम बंगाल में जमकर हिंसा हुई। इसमें भी हमारे कई कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई। 2023 के पंचायत चुनाव में लगभग 56 से अधिक हत्या हुई। ममता दीदी के पास राज्य का गृह मंत्रालय भी है लेकिन उन्हें नहीं मालूम! भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमले की लगभग 3452 वारदात हुई। बूथ कैप्चरिंग की लगभग 21 हजार से अधिक घटनाएं हुईं। लगभग हजार लोग अपने घरों से विस्थापित हुए। लगभग 3,000 लोग रिलीफ कैम्प्स में रहने को विवश हैं। अदालतों में भी कार्यवाही चल रही है और ममता दीदी सबूत मांगती हैं!

श्री नड्डा ने कहा कि ममता दीदी ने भ्रष्टाचार की बात की है। आप बताइए, बंगाल में टीएमसी कार्यकर्ता टोलाबाजी करता है या नहीं करता है? प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में भ्रष्टाचार हुआ या नहीं हुआ? अम्फान राहत घोटाले में इन लोगों ने भ्रष्टाचार किया, पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार किया, कोयला घोटाला किया, बालू घोटाला किया। भाइपो अभिषेक बनर्जी पर जांच चल रही है कि नहीं? आप बताइए, पश्चिम बंगाल में इन लोगों ने कौन सा घोटाला नहीं किया है? शारदा घोटाला हुआ, रोज वैली का घोटाला हुआ। पार्थो चटर्जी, माणिक बंदोपाध्याय, अनुब्रत मंडल सहित इनके इनके मंत्री और कई नजदीकी भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में बंद हैं। इनकी अगली कैबिनेट की मीटिंग भी जेल में होगी। ममता बनर्जी की सरकार में टीचर भर्ती घोटाला हुआ, जॉब फॉर कैश का स्कैम हुआ, गौ तस्करी हुई, ग्रामीण सड़क योजना में घोटाला हुआ। कौन सा ऐसा काम बच गया, जहां घोटाला नहीं हुआ है?