मध्य प्रदेश का बुरहानपुर जिला देश का पहला ‘हर घर जल’ प्रमाणित जिला बना

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केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 22 जुलाई को जारी एक बयान के अनुसार मध्य प्रदेश में ‘दक्षिण का दरवाजा’ के नाम से मशहूर बुरहानपुर जिला देश का पहला ‘हर घर जल’ प्रमाणित जिला बन गया। बुरहानपुर देश का एकमात्र जिला है, जहां 254 गांवों में से प्रत्येक गांव के लोगों ने ग्राम सभाओं द्वारा पारित एक प्रस्ताव के माध्यम से अपने गांव को ‘हर घर जल’ घोषित किया है, जो यह प्रमाणित करता है कि गांवों में सभी लोगों को नल से सुरक्षित पेयजल उपलब्ध है, यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी छूटा नहीं है।

‘जल जीवन मिशन’ के 15 अगस्त, 2019 को शुभारंभ के समय बुरहानपुर में कुल 1,01,905 घरों में से केवल 37,241 ग्रामीण परिवारों (36.54 प्रतिशत) के पास नल कनेक्शन के माध्यम से पीने योग्य जल था। कोविड-19 महामारी के कारण विभिन्न बाधाओं और चुनौतियों का सामना करने के बावजूद पंचायत प्रतिनिधियों, पानी समितियों और बुरहानपुर के जिला अधिकारियों के निरंतर प्रयासों से 34 महीनों की अवधि के भीतर इसके सभी 1,01,905 ग्रामीण घरों में नल के पानी के चालू कनेक्शन का प्रावधान किया गया। घरों के साथ-साथ सभी 640 स्कूलों, 547 आंगनवाड़ी केन्द्रों और 440 अन्य सार्वजनिक संस्थानों में भी नल कनेक्शन हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के लोगों को देश का पहला ‘हर घर जल’ प्रमाणित जिला बनने पर अपनी शुभकामनाएं दीं। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए बुरहानपुर की मेरी बहनों और भाइयों को बधाई।

उन्होंने कहा कि यह लोगों के बीच सामूहिक भावना और जल जीवन मिशन टीम एवं मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार के मिशन मोड प्रयासों के बिना संभव नहीं हो पाता।