केंद्र सरकार ने उज्ज्वला लाभार्थियों के लिये एलपीजी सब्सिडी बढ़ाकर 300 रुपये की

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केंद्र सरकार के इस निर्णय से उज्ज्वला लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर 603 रुपये में मिलेगा

भाजपानीत केंद्र की राजग सरकार ने चार अक्टूबर को उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दी। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिये सब्सिडी बढ़ाने का निर्णय लिया। यह सब्सिडी साल भर में 12 एलपीजी सिलेंडर के लिये मिलेगी।

अब 14.2 किलो वजन वाले गैस सिलेंडर पर सब्सिडी 200 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गई है। इस कदम से 9.6 करोड़ परिवारों को लाभ होगा। इससे पहले अगस्त में खाना पकाने की गैस के दाम 200 रुपये प्रति सिलेंडर कम किये गये थे। इसके बाद एलपीजी सिलेंडर का दाम घटकर 903 रुपये पर आ गया था।

उज्ज्वला लाभार्थी फिलहाल 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर के लिये 703 रुपये देते हैं, जबकि इसका बाजार मूल्य 903 रुपये है। केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद उन्हें सिलेंडर 603 रुपये में मिलेगा।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिये गये हैं। इसके तहत सब्सिडी उस व्यक्ति के खाते में जाती है, जिसके नाम पर गैस कनेक्शन जारी किया गया हो।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने गरीब परिवार की महिलाओं को बिना किसी जमा राशि के एलपीजी कनेक्शन प्रदान करने के लिये मई, 2016 में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना शुरू की थी। इसका उद्देश्य ग्रामीण और वंचित गरीब परिवारों को खाना पकाने के लिये स्वच्छ ईंधन तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) उपलब्ध कराना है।

खाना पकाने के लिए स्वच्छ ईंधन के जरिये महिलाओं के जीवन में सुगमता

अतीत में, भारत में गरीब समुदाय, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग, अपने स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जाने बिना लकड़ी, कोयला और गोबर के उपलों जैसे पारंपरिक ईंधन का उपयोग करते थे। उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता था। निमोनिया, फेफड़ों के कैंसर, इस्केमिक हृदय और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी रोगों जैसी बीमारियों के कारण मृत्यु दर का जोखिम बड़े पैमाने पर रिपोर्ट किया गया है।

ऐसे में उज्ज्वला योजना के जरिए महिलाओं को खाना पकाने हेतु स्वच्छ ईंधन उपलब्ध होने से उनके जीवन में सुगमता, बेहतर स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।