‘सोनार बांग्ला के नवनिर्माण में भाजपा के साथ अाएं

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने अपने 15 दिवसीय पंडित दीनदयाल कार्य विस्तारक योजना के तीन दिन के पश्चिम बंगाल में बूथ प्रवास के दूसरे दिन प्रेस क्लब, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में 26 अप्रैल को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस संबोधित किया और पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी, हिंसा और तुष्टीकरण की राजनीति को लेकर राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जम कर प्रहार किया। उन्होंने दिल्ली नगर निगम के चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी की अभूतपूर्व जीत के लिए दिल्ली की जनता के प्रति अपना हार्दिक आभार भी व्यक्त किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी कार्य विस्तारक योजना के अंतर्गत साढ़े तीन लाख से अधिक कार्यकर्ताओं 15 दिन, 6 महीना और साल भर के लिए अपना पूरा समय बूथ स्तर पर भारतीय जनता पार्टी के कार्य व विचारधारा के विस्तार के लिए देना तय किया है। इसके तहत मैं भी पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, लक्षद्वीप व गुजरात में तीन-तीन दिन का प्रवास कर बूथ स्तर पर पार्टी के विस्तार के लिए काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, त्रिपुरा जैसे राज्यों में पार्टी के कामकाज व विचारधारा के विस्तार और बूथ-स्तर पर पार्टी की मज़बूती के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि अपने 15 दिवसीय पंडित दीनदयाल जन्मशताब्दी कार्य विस्तारक योजना के पहले दिन उत्तर बंगाल के नक्सलबाड़ी में बूथ नंबर 93 पर मेरा प्रवास था, उत्तर बंगाल में आज हर जगह भारतीय जनता पार्टी को अभूतपूर्व जनसमर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।

श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की वर्तमान स्थिति काफी चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि राज्य में जब वामपंथी शासन का अंत हुआ तो लोगों को प्रदेश के विकास को लेकर एक नई आशा की किरण दिखाई दी, लेकिन तृणमूल सरकार के 6-7 वर्षों के शासनकाल से उन्हें केवल निराशा ही प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बात देश के विकास में पश्चिम बंगाल की हिस्सेदारी 25% थी जबकि आज यह घट कर 4% के आस-पास आ गई है, यह स्पष्ट रूप से बताता है कि पहले कम्युनिस्टों और अब तृणमूल के शासन में पश्चिम बंगाल विकास में अपनी हिस्सेदारी तेजी से गंवा रहा है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कुछ महत्वपूर्ण आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में जब वामपंथी शासन का अंत हुआ तब राज्य की जनता पर 1 लाख 92 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, जबकि अभी तृणमूल सरकार के वक्त राज्य की जनता पर 3 लाख 50 हजार करोड़ रुपये का ऋण है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार बंद होने का नाम नहीं ले रही है, राज्य में आज हर तरफ सादगी के नाम पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे शारदा हो या नारदा, नैतिकता के आधार पर पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार किसी भी सवाल पर जवाब देने की स्थिति में नहीं है, राज्य की जनता उनसे हिसाब मांग रही है।

श्री शाह ने कहा कि देश की आज़ादी के समय बैंक डिपोजिट के रूप में पश्चिम बंगाल की हिस्सेदारी 18% थी, कम्युनिस्ट पार्टियों के शासन के अंत में यह हिस्सेदारी घट कर 12.8% रह गई, जबकि वर्तमान में ममता दीदी की सरकार में यह अपने निम्नतम स्तर 6.3% पर आ गई है। उन्होंने कहा कि इसी तरह बैंक क्रेडिट के मामले में भी पश्चिम बंगाल की हिस्सेदारी वर्तमान में 9.8% के राष्ट्रीय औसत की तुलना में मात्र 5% है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एफडीआई के अंतर्गत 2% से भी कम निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि विद्युत खपत के मामले में भी राज्य के प्रति व्यक्ति विद्युत की कुल खपत राष्ट्रीय औसत के मुकाबले लगभग 30% कम है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में उत्पादन के क्षेत्र में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है, राज्य का हर पांचवां व्यक्ति गरीबी रेखा से नीचे जीने को विवश है, कृषि विकास दर भी काफी कम है और मज़दूरों की स्थिति भी काफी दयनीय है।

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भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जिस तरह से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है, उसको लेकर राज्य की जनता में काफी गुस्सा और आक्रोश है। उन्होंने कहा कि कोई कल्पना नहीं कर सकता कि दुर्गा पूजा में मूर्ति विसर्जन के लिए भी क्या हमें हाईकोर्ट से निर्देश लेने पड़ेंगे। क्या सरस्वती पूजा को भी राज्य की तृणमूल सरकार सुरक्षा नहीं दे सकती-इससे यह स्पष्ट होता है कि किस प्रकार से पश्चिम बंगाल सरकार जनता से भेदभाव कर रही है। नोटबंदी का विरोध कर के तृणमूल ने पूरे देश में अपनी जगहंसाई करवाई है। जाली नोटों पर अंकुश लगाने और बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने में भी राज्य की तृणमूल सरकार पूर्णतया विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि एक समय था, जब पश्चिम बंगाल उद्योग-कारखानों का केंद्र था, आज पश्चिम बंगाल में सारे उद्योग-धंधे ठप्प पड़ गए हैं, केवल बम बनाने के कारखाने चल रहे हैं, पश्चिम बंगाल में रवींद्र संगीत की जगह बम धमाके सुनाई पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे मई में जुरांवपुरा में हत्याकांड की घटना हो, जनवरी 2016 को राज्य में हुआ जनसंहार हो या फिर अक्टूबर 2016 में मेदनीपुर में हुई हिंसा की घटना हो, राज्य की जनता इससे व्यथित भी है और आक्रोशित भी।

श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने पश्चिम बंगाल के विकास के लिए कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग में कांग्रेस-नीत यूपीए सरकार के दौरान पश्चिम बंगाल को जहां 13539 करोड़ रुपये की राशि मिलती थी, वहीं 14वें वित्त आयोग में भाजपा-नीत एनडीए सरकार के दौरान पश्चिम बंगाल को यूपीए सरकार की तुलना में लगभग तीन गुना 289942 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि ग्रान्टिंग एड में भी पश्चिम बंगाल को यूपीए सरकार के 9520 करोड़ रुपये के सापेक्ष मोदी सरकार द्वारा 34732 करोड़ रुपये देने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इस बार पश्चिम बंगाल को 11760 करोड़ रुपये का रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट भी मिला है, जबकि कांग्रेस के समय पश्चिम बंगाल को इस तरह का कोई ग्रांट ही नहीं मिलता था। स्टेट डिजास्टर ग्रांट में भी यूपीए सरकार के 1263 करोड़ रुपये की तुलना में प्रदेश को इस बार मोदी सरकार में 2140 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं और लोकल बॉडीज ग्रांट में भी पश्चिम बंगाल को इस बार यूपीए सरकार के 1944 करोड़ रुपये की तुलना में 20832 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने केवल मनरेगा के जरिये पश्चिम बंगाल के 51 लाख घरों में रोज़गार देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने राज्य में ग्रामीण सड़कों व गरीबों के घर के निर्माण के लिए भी करोड़ों रुपये की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा समझौता कर के पश्चिम बंगाल में केंद्र सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या पर भी अंकुश लगाने के लिए काफी ठोस कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में रेलवे के विकास के लिए भी केंद्र सरकार ने काफी प्रयास किये हैं, स्वामी विवेकानंद ट्रेन की शुरुआत की गई है, एक वर्ष में 80 से ज्यादा सबवे का निर्माण हुआ है, 123 रेलवे क्रॉसिंग को मानव-रहित बना दिया गया है, स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है, कई रेलवे ओवरब्रिज व अंडरब्रिज का निर्माण किया गया है, 21 नए एसी रिटायरिंग रूम बनाए गए हैं और रेलवे के विकास के लिए अन्य कार्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए विशेष योजनायें तैयार की गई हैं, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अंतर्गत राज्य के 29 जिलों के लिए लगभग 4262 करोड़ रुपये आवंटित की गई है, एकीकृत ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के लिए अलग से 1075 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है और साथ ही 131 मेगावाट नवीनीकरण ऊर्जा का काम भी केंद्र की भारतीय जनता पार्टी ने किया है।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जिस तेजी से भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में संगठन विस्तार कर रही है और अभी हाल ही में राज्य में हुए दो उप-चुनावों में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी दूसरे स्थान पर रह कर प्रमुख विपक्षी दल की भूमिका में आई है, उस आधार मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि राज्य की जनता का भरोसा इसी गति से भाजपा में बढ़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि हम 2019 में पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा लोक सभा सीटें जीतकर प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी होने के लक्ष्य को सामने रख कर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशती कार्य विस्तारक योजना के अंतर्गत पार्टी के कार्यकर्ता 15 दिन, 6 महीने और एक साल के लिए राज्य के घर-घर जाकर दीनदयाल जी के व्यक्तित्व, पार्टी की विचारधारा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा गरीब कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं से जनता को रू-ब-रू करायेंगे।

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श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारे कार्यकर्ताओं पर लगातार हिंसक हमले किये जा रहे हैं। वीभत्स अत्याचार किये जा रहे हैं, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है, यदि तृणमूल कांग्रेस यह समझती है कि हिंसा के जरिये, दबाव बनाकर वे भारतीय जनता पार्टी को रोक पायेंगे तो मैं ममता दीदी को कहना चाहता हूं कि ऐसा करने से प्रदेश में कमल मुरझायेगा नहीं, बल्कि और अच्छे तरीके से खिलकर राज्य की जनता के सामने स्थापित होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पश्चिम बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति हो रही है। मैं मानता हूं कि यह पश्चिम बंगाल की संस्कृति और संस्कार पर कुठाराघात है और इसके विरोध में राज्य की जनता भारतीय जनता पार्टी के साथ आ रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भारतीय जनता पार्टी की अभूतपूर्व विजय के बाद पश्चिम बंगाल में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ‘एबार बांग्ला’ अर्थात् अबकी बार पश्चिम बंगाल का सूत्र लेकर राज्य के मतदाताओं के घर-घर तक जायेंगे और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजय रथ को और भी दिग्विजयी बनाने का काम करेंगे और साथ ही मोदी जी के विकास कार्यों और गरीब-कल्याण नीतियों का प्रचार-प्रसार करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल की जनता से करबद्ध निवेदन करने आया हूं कि सोनार बांग्ला के नवनिर्माण में वे भारतीय जनता पार्टी के साथ आयें और इस विकास-यात्रा में भागीदार बनें।