कांग्रेस ने मैदान छोड़कर अपनी हार स्वीकार कर ली है : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 5 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के ऊना, कुल्लू और पालमपुर में आयोजित विशाल रैलियों को संबोधित किया और राज्य की जनता से प्रदेश के विकास के लिए श्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा की तीन-चौथाई बहुमत से सरकार बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल में चारों ओर, हर तरफ कमल ही कमल खिला नजर आ रहा है और चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने मैदान छोड़कर हिमाचल में अपनी हार स्वीकार कर ली है।

श्री मोदी ने कहा कि इस बार हिमाचल की जनता के पास इतिहास रचने का अवसर है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में हवा का रुख जानने पहचानने की जरूरत नहीं, यहां तो आंधी चल रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हिमाचल की जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का चुनाव न तो भाजपा के कार्यकर्ता लड़ रहे हैं और न ही भाजपा के नेता, बल्कि यहां का चुनाव यहां की जनता लड़ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश के चुनाव की कोई चिंता ही नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता के साथ-साथ कांग्रेस को भी यह मालूम है कि हिमाचल में कांग्रेस की नैया डूबने वाली है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार अलग हो ही नहीं सकते। ये दोनों एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी जमानती पार्टी है, जब इसके नेता ही भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर हैं तो वे भ्रष्टाचार दूर करने की बात कैसे कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हमें भविष्य बचाना है तो देश को भ्रष्टाचार रूपी बुराई से बाहर निकालना पड़ेगा। श्री मोदी ने कहा कि देवभूमि में दानव वृत्ति की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि खनन माफिया, वन माफिया, ट्रांसफर माफिया, टेंडर माफिया और ड्रग माफिया – इस पांच प्रकार की कांग्रेस की दानव वृत्ति से हमें हिमाचल प्रदेश को बचाना है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी कहते थे कि दिल्ली से एक रुपया चलता है, लेकिन जनता के पास केवल 15 पैसे ही पहुंचते हैं, देश जानना चाहता है कि आखिर वह कौन सा पंजा था जो ऐसा करता था। उन्होंने कहा कि हमने आधार के साथ सिलिंडर को जोड़ा, जिससे लगभग 57000 करोड़ रुपये की बचत हुई और अब ये रुपये गरीब जनता की भलाई के काम आ रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि हमें विकास के मुद्दे पर आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो चुनाव चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ 8 नवंबर को कांग्रेस मोदी का पुतला जलाने वाली है, क्योंकि यह वही 8 नवंबर है जब उनकी काली कमाई के 500 और 1000 के पुराने नोट कूड़े के ढेर बन गए। उन्होंने कहा कि आम जनता को इससे थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने देश हित में इसे दिल से स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि देश की जनता नोटबंदी से नाराज नहीं है, लेकिन कुछ लोग एक साल बाद भी रो रहे हैं क्योंकि उनका काला धन जो बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि मैं जनता के आशीर्वाद की ताकत के कारण कठोर फैसले ले रहा हूं और देश को लूटने वालों को उनकी जगह दिखा रहा हूं। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के समय ही तब के वित्त मंत्री श्री यशवंत राव चह्वाण ने बड़े नोट बंद करने की वकालत की थी, लेकिन इंदिरा गांधी जी ने सत्ता बचाए रखने के लिए इस पर अमल करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यदि तब इंदिरा जी ने कांग्रेस से ज्यादा हिन्दुस्तान की चिंता की होती तो हमें इतना बड़ा काम नहीं करना पड़ता। कांग्रेस ने नहीं किया इसलिए मुझे करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि यदि नोटबंदी का निर्णय नहीं लिया जाता तो शायद कभी पता भी नहीं चल पाता कि कश्मीर के आतंकवादियों को पैसा कहां से आता है और उन पर शिकंजा भी नहीं कस पाता। उन्होंने कहा कि कश्मीर की जनता हमारे साथ हो गई, क्योंकि उन्हें पता चल गया कि पैसा तो पाकिस्तान से आता है और ये हमें गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आये दिन कश्मीर में पत्थरबाजी होती थी, अब ऐसी घटनाएं नहीं के बराबर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस 8 नवंबर को ब्लैक डे मनायेगी तो यह देश एंटी ब्लैकमनी डे मनाकर रहेगा। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को ब्लैक डे मना कर कांग्रेस यह दवाब बनाना चाहती है कि मोदी और आगे कुछ न करे, लेकिन मैं रुकने वाला नहीं हूं। जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें देश को लौटाना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण तीन लाख कंपनियों के काले कारोबार का पता चला, केवल 5000 कंपनियों के सैम्पल टेस्ट में ही लगभग 4000 करोड़ रुपये के काले धन का पता चला है। पूरे तीन लाख कंपनियों की जांच होगी तो पता नहीं, कितने के काला-धन का पता चलेगा।

श्री मोदी ने कहा कि एक तरफ हमें देश को बुराइयों से बचाना है तो दूसरी तरफ देश को विकास के रास्ते पर ले जाना है। उन्होंने कहा कि विकास को पहले अटकाना, फिर लटकाना और बाद में भटकाना, यही कांग्रेस पार्टी का चरित्र है। उन्होंने कहा कि शिमला के पास एक टनल का शिलान्यास श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया था, लेकिन कांग्रेस की यूपीए सरकार ने उस योजना को लटका कर रखा लेकिन हमने तीन ही साल में इसे लगभग पूरा कर दिया है।
श्री मोदी ने कहा कि हमने एक राष्ट्र, एक कर के स्वप्न को साकार करते हुए जीएसटी लागू किया। उन्होंने कहा कि जीएसटी से कारोबार और आसान होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यापारी अथवा व्यापारी संगठन ने कभी भी इसका विरोध नहीं किया है, लेकिन किसी भी बड़े परिवर्तन में थोड़ी-बहुत समस्याएं होती हैं। मैंने पहले ही कहा था कि तीन महीनों में देखेंगे कि कहां -कहां कठिनाइयां आ रही हैं और जहां-जहां दिक्कतें आयेंगी, उसे दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जीएसटी काउंसिल की बैठक में व्यापार जगत की जो समस्याएं आईं, उसका हमने समाधान किया। कुछ और सुधार बाकी है जो राज्यों के विरोध के कारण अटक गए थे। उन्होंने कहा कि हमने इन समस्याओं को दूर करने के लिए कमिटियां बनाई और आगामी 9-10 नवंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की बैठक उन समस्याओं को भी दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार सबसे चर्चा करके देश की भलाई के लिए उत्तम से उत्तम निर्णय लेती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बेनामी संपत्ति की बीमारी ऐसी फैल गई थी कि मध्यम वर्ग का जीना मुश्किल हो गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने क़ानून तो बनाया, लेकिन 20 साल तक इस ठंडे बस्ते में दाल दिया, क्योंकि उनको खुद अपने फंसने का डर था। उन्होंने कहा कि हमने इसे लागू किया, जिन्होंने देश की गरीब जनता का हक़ छीन कर पैसा इकट्ठा किया है, उन्हें देश की जनता को लौटाना ही पड़ेगा।

श्री मोदी ने कहा कि टूरिज्म के क्षेत्र में हिमाचल में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि टूरिज्म बढ़ता है तो रोजगार बढ़ता है, गरीब की कमाई होती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में अगर हमें टूरिज्म को बनाना है तो हिमाचल को रेल कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी और रोड कनेक्टिविटी से जोड़ना होगा। उन्होंने हिमाचल की जनता को याद दिलाते हुए कहा कि दशकों से ऊना-हमीरपुर रेल लाइन का काम अटका पड़ा था। कांग्रेस की सरकार ने घोषणा तो की लेकिन कोई काम नहीं हुआ, इस काम की शुरुआत हमने की। उन्होंने कहा कि हिमाचल में जब धूमल जी की सरकार थी और दिल्ली में अटल जी की सरकार थी, तब टूरिज्म को इतना बढ़ावा दिया कि हिमाचल टूरिज्म डेस्टिनेशन में टॉप पर आ गया था। उन्होंने कहा कि एक बार फिर ऐसा मौका आया है, दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार और हिमाचल में भी बनने वाली भाजपा सरकार हिमाचल को विकास की एक नई ऊंचाई पर ले जाने का तैयार है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 70 साल हो गए, सवा सौ करोड़ देशवासी कब तक इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने पीने का पानी, बच्चों की अच्छी पढ़ाई, युवाओं की कमाई और बुजुर्गों की दवाई की व्यवस्था शुरू किया है। उन्होंने कहा कि सरकारें पहले भी थीं, अधिकारी पहले भी थे लेकिन आज ग्राम सड़क योजना के तहत ज्यादा सड़कों का निर्माण क्यों हो रहा है। पहले एक दिन में जितने राष्ट्रीय राजमार्ग बनते थे, आज उससे लगभग दुगुना बन रहा है, जितनी रेल लाइनें पहले बनती थी आज उसका दुगुना निर्माण हो रहा है, आखिर यह संभव कैसे हुआ? उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार का एकमात्र उद्देश्य देश के हर वर्ग, हर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का भविष्य एक ही बात पर निर्भर करता है कि हम विकास को प्राथमिकता कैसे दें, हर दिशा में विकास कैसे करें, गरीब से गरीब तक विकास कैसे पहुंचाएं और युवा पीढ़ी की तरक्की के लिए काम कैसे करें इसलिए हमारी कोशिश यह है कि देश में विकास पर ही चर्चा होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश के विकास से महरूम रखने के लिए सजा देने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तरक्की में यदि विकास का डबल इंजन लग जाय तो देवभूमि देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो सकता है। उन्होंने हिमाचल की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि हिमाचल की जनता इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इतनी मजबूती के साथ सजा दे, ताकि पूरे देश में यह संदेश जाय कि हिमाचल प्रदेश अब भ्रष्टाचार को सहन नहीं कर सकता।