दिल्ली-एनसीआर के सैकड़ों किसानों ने 20 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय पहुंचकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा का ‘किसान पुत्र’ श्री जगदीप धनखड़ को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए का प्रत्याशी बनाने हेतु जोरदार स्वागत किया। कार्यक्रम में श्री नड्डा के साथ दिल्ली के सांसद श्री रमेश बिधूड़ी, भारतीय किसान यूनियन के चौधरी भानुजी तथा 307 पालम प्रधान चौधरी सुरेंद्रजी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम में कई किसान संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
कार्यक्रम में दिल्ली-एनसीआर के दूर-दराज गांवों से आए हुए किसानों को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि अपने जिस हर्षोल्लास के साथ ‘किसान पुत्र’ श्री जगदीप धनखड़ को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी बनाने तथा कृषि हितैषी निर्णयों के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है। इसके लिए मैं भारतीय जनता पार्टी की ओर से आप सभी किसान बंधुओं को साधुवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि ‘किसान पुत्र’ श्री जगदीप धनखड़ को देश के उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय जनता पार्टी एवं एनडीए की ओर से प्रत्याशी घोषित किया गया। हमारा यह निर्णय ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की अवधारणा को चरितार्थ करता है।
उन्होंने कहा कि कहने को तो देश में बहुत सारे किसान नेता हुए, लेकिन सही मायनों में किसानों की भलाई के लिए कार्य केवल और केवल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया। किसान खुशहाल हों, उनका जीवन अच्छा बने एवं उनकी आय बढ़े, इसके लिए हमारी सरकार ने कई कार्य किये हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, किसान मानधन योजना, फसल बीमा योजना, नीम कोटेड यूरिया, ई-नाम जैसी कई योजनाओं को श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने क्रियान्वित किया है। किसान सम्मान निधि के तहत देश के लगभग 11 करोड़ किसानों के खाते में 11 किस्तों में अब तक दो लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि पहुंचाई जा चुकी है। यह राशि बिना किसी बिचौलिए के किसानों के खाते में पहुंचाई गई है।
उन्होंने कहा कि कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत एक लाख करोड़ रुपये हमारी सरकार ने आवंटित किया है। ये हमारी सरकार है जिसने ‘पीएम फसल बीमा योजना’ की रुकावटों को दूर किया और इससे किसानों को जोड़ने का प्रयास किया। क्या हमने इससे पहले सोचा था कि किसानों को पेंशन भी मिलेगी? डीएपी पर प्रति बोरी 1,200 रुपये की सब्सिडी भी दी जा रही है।